Cheteshwar Pujara को टेस्ट टीम से बाहर करने पर भड़के Sunil Gavaskar

जुलाई में होने वाले इस दौरे में पुजारा की जगह युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया है।
भारतीय क्रिकेट टीम के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत की टीम से केवल चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को बाहर करने के लिए चयनकर्ताओं की आलोचना की है। Gavaskar ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में अन्य भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की विफलताओं को छिपाने के लिए पुजारा को बलि का बकरा बनाया गया है।
जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में पुजारा को शामिल नहीं किया जाना चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है। कई लोगों का मानना है कि यशस्वी जयसवाल (Yashasvi Jaiswal) नंबर 3 पर पुजारा की जगह ले सकते हैं, यह जगह पुजारा पिछले एक दशक से संभाल रहे थे। महान सलामी बल्लेबाज ने निराशा व्यक्त की कि पुजारा को भारतीय टेस्ट टीम से बाहर करने के फैसले के बारे में चयनकर्ताओं से सवाल नहीं पूछा जा सकता, क्योंकि टीम की घोषणा के लिए कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित नहीं की गई थी।
Gavaskar ने भारतीय चयनकर्ताओं पर साधा निशाना

Gavaskar ने कहा "उन्हें क्यों हटा दिया गया है? आखिर सिर्फ उन्हें हमारी बल्लेबाजी विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है। वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक रहे हैं, जिन्होंने हमेशा शांत दिमाग से सूझबूझ भरी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। वहीं कई मैचों में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
लेकिन क्योंकि उनके लाखों चाहने वाले या फिर सोशल मीडिया में उनके ज्यादा फॉलोअर्स नहीं हैं।" इसलिए उन्हें हटा दिया गया क्योंकि सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म पर कौन उनके लिए आवाज उठाएगा और उन्हें वापस लाने की मांग करेगा। यह समझ से परे की बात है, Pujara को टीम से बाहर करने और जो फेल हो गए उन्हें रखने का क्या मापदंड है? मुझे नहीं पता क्योंकि आजकल मीडिया से कोई बातचीत नहीं होती है और सभी बातों को गुप्त रखा जाता है।
Sunil Gavaskar का मानना है कि चेतेश्वर पुजारा को सिर्फ उनकी उम्र की वजह से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि पुजारा एकमात्र भारतीय बल्लेबाज नहीं थे जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल में बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे उनके अलावा टीम के शीर्ष चार बल्लेबाज पहली पारी में सिर्फ 71 रन पर आउट हो गए थे। पुजारा ने खुद दो पारियों में 14 और 27 रन बनाए, लेकिन वह अकेले नहीं थे जिन्हें संघर्ष करना पड़ा। पहली पारी में केवल अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर 50 से अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज थे।
Gavaskar ने Sarfaraz को लेकर भी दिया बड़ा बयान
सुनील गावस्कर ने कहा, "सरफराज खान (Sarfaraz Khan) पिछले 3 रणजी सीजन में 100 से ऊपर की औसत से रन बना रहे हैं, लेकिन फिर भी उनका भारतीय टेस्ट टीम में चयन नहीं हुआ है। आखिर उन्हें चयनित होने के लिए और क्या करना होगा? अगर उनकी जगह टेस्ट 11 में नहीं भी है तो भी उन्हें टीम में लिया जा सकता है ताकि उनके अंदर कम से कम आत्मविश्वास आए की वो आगे भारत के लिए खेलेंगे।
कम से कम Sarfaraz को भारतीय चयनकर्ता द्वारा बताया जाना चाहिए कि उसके प्रदर्शन पर नजर रखी जा रही है। अन्यथा Sarfaraz को रणजी खेलना बंद कर देना चाहिए क्योंकि इतने लंबे समय से खेलने के बावजूद उनके शानदार प्रदर्शन को नजरअंदाज किया जा रहा है जिसका कोई मतलब नहीं है।
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