एक्सक्लूसिव: यू-मुम्बा को इस बार मनिंदर सिंह को खरीदना चाहिए, सुरिंदर सिंह ने कहा

दिग्गज डिफेंडर ने टीम के रेडिंग डिपार्टमेंट में सुधार की बात कही है।
सुरिंदर सिंह 9वें सीजन के दौरान यू-मुम्बा के कप्तान थे। हालांकि इंजरी की वजह से वो ज्यादा मैच नहीं खेल पाए थे। उन्होंने केवल 12 मैच ही खेले लेकिन इस दौरान 35 टैकल प्वाइंट हासिल किए और दिखाया कि उनके अंदर कितना दमखम है। सुरिंदर सिंह ने जिस तरह का फॉर्म दिखाया अगर वो सारे मुकाबलों में खेलते तो शायद टॉप-5 डिफेंडर्स की लिस्ट में भी आ सकते थे। 12 मैचों में 35 प्वॉइंट ये दिखाता है कि उनका औसत कितना शानदार रहा था। पीकेएल (PKL) के 10वें सीजन के ऑक्शन से पहले सुरिंदर सिंह ने खेल नाओ से एक्सक्लूसिव बातचीत की और बताया कि इस बार टीम किस चीज पर ज्यादा जोर देगी।
फिटनेस को लेकर अपडेट
सुरिंदर सिंह ने अपने फिटनेस को लेकर अपडेट दिया क्योंकि वो पिछले सीजन इंजरी का शिकार हो गए थे। उन्होंने कहा "मेरी फिटनेस इस वक्त काफी अच्छी है। हमारे जो ईरानियन कोच हैं उन्होंने पहले से ही फिटनेस को लेकर जो दिशा-निर्देश होते हैं वो भेज दिए हैं। उनके आने से पहले ही हम इस पर काफी काम कर रहे हैं।"
मेरी इंजरी के बाद टीम बिखर गई
पिछले सीजन यू-मुम्बा को 22 में से 10 मुकाबलों में जीत मिली थी और 12 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। प्वाइंट्स टेबल में टीम 9वें पायदान पर रही थी। सुरिंदर सिंह के इंजरी की वजह से भी टीम को बड़ा झटका लगा था और उनका मानना है कि टीम थोड़ा बिखर गई थी।
उन्होंने कहा "पिछले सीजन यू-मुंबा की टीम में कई सारे नए खिलाड़ी थे और इसी वजह से मेरा काम था कि मैं उनको लगातार गाइड करता रहूं और उनका मनोबल बढ़ाए रखूं। हालांकि इसके बाद इंजरी की वजह से मैं बाहर हो गया और उसकी वजह से टीम थोड़ा अनसैटल हो गई। हमारी टीम काफी करीबी मुकाबले खेल रही थी और रेडिंग डिपार्टमेंट बाकी टीमों के मुकाबले उतना अच्छा नहीं था।"
नए प्लेयर्स को रीड करना काफी मुश्किल
यू-मुम्बा ने पिछले सीजन नए प्लेयर्स पर जोर दिया था और उनकी टीम में अनुभवी खिलाड़ी ज्यादा नहीं थे। सुरिंदर सिंह के मुताबिक नए खिलाड़ियों को बाकी टीमें रीड नहीं कर पाती हैं और इसी वजह से उनको हम ज्यादा खिलाते हैं।
उन्होंने इस बारे में कहा "हमारी टीम हमेशा युवा खिलाड़ियों को मौका देती है ताकि वो आगे आएं। जहां तक एक्सपीरियंस का सवाल है तो एक साल का अनुभव इस लीग में काफी होता है। अनुभवी खिलाड़ियों के होने से काफी मदद मिलती है। जैसे विशाल माने टीम के साथ थे तो उनसे हमें काफी फायदा हुआ।
हालांकि जो अनुभवी खिलाड़ी होते हैं उनके बारे में सभी टीमों को पता होता है। लेकिन जो नए खिलाड़ी होते हैं वो कई बार सरप्राइज पैकेज की तरह होते हैं। उन्हें रीड करने के लिए बाकी टीमों को टाइम लग जाता है। इससे काफी फायदा होता है। इसी वजह से यू-मुम्बा नए प्लेयर्स पर ज्यादा जोर देती है ताकि बाकी टीमों को उनके बारे में ज्यादा पता ना हो।"
यंग प्लेयर्स के ऊपर होता है दबाव
दिग्गज डिफेंडर ने इस बात को भी माना कि जो नए खिलाड़ी होते हैं उनके ऊपर दबाव भी काफी होता है क्योंकि पीकेएल काफी बड़ा टूर्नामेंट है। इस बारे में उन्होंने कहा " पीकेएल में खेलने का काफी दबाव होता है। जब मैं भी नए प्लेयर के तौर पर आया था तो इस प्रेशर को नहीं झेल पा रहा था। मुझे लगता था कि सिर्फ रेडर को टैकल करना ही सबकुछ है लेकिन धीरे-धीरे समझ आया कि जल्दबाजी नहीं करनी है। नए खिलाड़ी इस वक्त काफी अच्छा खेल रहे हैं और हम उनको पूरी तरह से मोटिवेट करेंगे।"
मनिंदर सिंह को ऑक्शन में खरीदे यू-मुम्बा- सुरिंदर सिंह
सुरिंदर सिंह के मुताबिक यू-मुम्बा को अपने रेडिंग डिपार्टमेंट में ज्यादा सुधार की जरूरत है और इसलिए वो चाहते हैं कि मनिंदर सिंह जैसे प्लेयर को ऑक्शन में खरीदा जाए। उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। सुरिंदर सिंह ने कहा "मैं चाहता हूं कि इस बार के ऑक्शन में मनिंदर सिंह के लिए यू-मुम्बा बोली लगाए क्योंकि वो अपने दम पर टीम को मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।
डिफेंस हमारा काफी अच्छा है लेकिन रेडिंग में मनिंदर जैसा प्लेयर चाहिए जो लगातार प्वॉइंट्स ला सके। वो इस बार सबसे महंगे भी बिक सकते हैं। ऑक्शन के दौरान हम रेडिंग डिपार्टमेंट को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। पिछले सीजन हमें इसकी काफी कमी खली थी।"
कबड्डी में और ज्यादा बड़े टूर्नामेंट्स होने चाहिए
यू-मुम्बा के इस अनुभवी खिलाड़ी ने पीकेएल के अलावा अन्य बड़े टूर्नामेंट्स के आयोजन की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा "जिस तरह क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी समेत कई सारे टूर्नामेंट्स होते हैं, उसी तरह कबड्डी में भी पीकेएल के अलावा अन्य टूर्नामेंट्स का आयोजन होना चाहिए। इससे ऑडियंस जुड़ी रहती है। जितने ज्यादा टूर्नामेंट्स होंगे उससे प्लेयर्स और ज्यादा निखरेंगे।"