PKL 10: गुजरात जायंट्स टीम प्रोफाइल

टीम का डिफेंस इस बार काफी बेहतरीन नजर आ रहा है।
गुजरात जायंट्स प्रो कबड्डी लीग (PKL) इतिहास में दो बार फाइनल तक पहुंची है लेकिन अभी तक वो टाइटल नहीं जीत पाए हैं। टीम किसी – किसी सीजन काफी अच्छा खेल दिखाती है तो किसी सीजन काफी पीछे रह जाती है। अगर 9वें सीजन की बात करें तो उन्होंने मनप्रीत सिंह को हटाकर राम मेहर सिंह को कोच नियुक्त किया था। राम मेहर सिंह इससे पहले पटना की टीम को चैंपियन बना चुके थे और इसी वजह से उम्मीद लगाई जा रही थी कि उनके आने से गुजरात जायंट्स की भी किस्मत बदलेगी और वो चैंपियन बनेंगे। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ और टीम आठवें पायदान पर रही थी।
पीकेएल के 10वें सीजन के लिए भी गुजरात की टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं। पीकेएल इतिहास के सबसे सफल डिफेंडर फजल अत्राचली इस बार टीम का हिस्सा हैं और उनके ऊपर टीम को चैंपियन बनाने की जिम्मेदारी रहेगी। तो चलिए PKL 10 के आगाज से पहले एक नजर डालते हैं गुजरात जायंट्स का मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष क्या है।
गुजरात जायंट्स का मजबूत पक्ष
फजल अत्राचली के आने से डिफेंस हुआ जबरदस्त
फजल अत्राचली पीकेएल में सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी हैं। उनके आने से टीम को काफी मजबूती मिली है। फजल अत्राचली को एक करोड़ 60 लाख की रकम में गुजरात जायंट्स ने खरीदा था और इससे पता चलता है कि उनकी अहमियत कितनी ज्यादा है। लेफ्ट कॉर्नर में फजल अत्राचली और राइट कॉर्नर में सोमबीर गूलिया को खिलाया जा सकता है। कवर्स में भी टीम के पास दीपक राठी और रवि कुमार जैसे ऑप्शन हैं। ऐसे में गुजरात जायंट्स का डिफेंस काफी बेहतरीन नजर आ रहा है।
मोहम्मद नबीबख्श की वजह से टीम का बैलेंस हुआ बेहतरीन
मोहम्मद नबीबख्श एक ऐसे ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं जो रेडिंग और डिफेंस दोनों में ही काफी जबरदस्त खेल दिखाते हैं। मोहम्मद नबीबख्श ने दोनों ही डिपार्टमेंट में अपने आपको साबित किया है। बंगाल वारियर्स ने जब सातवें सीजन में पीकेएल का टाइटल जीता था तो उसमें मोहम्मद नबीबख्श का काफी बड़ा योगदान रहा था। वो सुपर टैकल में माहिर हैं और इसी वजह से जब तक वो मैट पर रहते हैं, टीम ऑल आउट होने से बची रहती है। इसी वजह से मोहम्मद नबीबख्श जैसे खिलाड़ी का प्लेइंग सेवन में होना टीम को काफी मजबूती प्रदान करता है।
टीम का कमजोर पक्ष
रेडिंग में आ सकती हैं दिक्कतें
गुजरात जायंट्स की टीम में जितने भी रेडर्स हैं, वो सारे युवा रेडर हैं। पिछले सीजन प्रतीक दहिया ने काफी जबरदस्त खेल दिखाया था लेकिन सिर्फ उनके भरोसे टीम नहीं रह सकती है। प्रतीक दहिया अभी उतने अनुभवी खिलाड़ी नहीं हैं और इसी वजह से उनको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता कि वो इस बार भी उसी तरह का प्रदर्शन दोहराएंगे। इसके अलावा टीम के पास रेडिंग में रोहित गूलिया, जीबी मोरे और राकेश संगरोया जैसे खिलाड़ी भी हैं, लेकिन इनमें से किसी भी रेडर को लेकर आप ये नहीं कह सकते हैं कि ये अपने दम पर मैच जिता सकता है। ऐसे में रेडिंग में गुजरात जायंट्स को थोड़ी मुश्किलें आ सकती हैं।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी निगाहें
गुजरात जायंट्स के इस बार फजल अत्राचली जैसा बड़ा स्टार है और इसी वजह से सबसे ज्यादा निगाहें उनके ऊपर ही रहने वाली हैं। फजल अत्राचली टीम की कप्तानी करते हुए भी नजर आएंगे और वो कई सीजन से पीकेएल में कप्तानी कर रहे हैं। इसी वजह से टीम काफी आगे तक जा सकती है। उनके अलावा मोहम्मद नबीबख्श और प्रतीक दहिया के परफॉर्मेंस के ऊपर भी सबकी निगाहें रहने वाली हैं। प्रतीक दहिया ने पिछले सीजन जबरदस्त प्रदर्शन किया था और इस बार भी उनसे उसी तरह के परफॉर्मेंस की उम्मीद होगी।
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Sawan Gupta is a passionate sports enthusiast with a strong interest in cricket, hockey, badminton, and kabaddi. He supports RCB in the IPL and UP Yoddhas in the PKL, and admires PV Sindhu and Virat Kohli. Since 2017, Sawan has been writing sports articles, covering major events like the Pro Kabaddi League, Asian Games, Olympics, and various cricket tournaments.
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