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कबड्डी न्यूज

PKL 10 में दबंग दिल्ली के प्रदर्शन पर एक नजर

Published at :March 5, 2024 at 1:13 PM
Modified at :March 5, 2024 at 1:13 PM
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Neeraj Sharma


टीम प्वॉइंट्स टेबल में तीसरे पायदान पर रही।

पीकेएल सीजन 10 (PKL 10) में दबंग दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि टीम के कप्तान नवीन कुमार चोटिल हो गए थे, टीम आठवें सीजन में चैंपियन रही थी और दसवें सीजन की बात करें तो नवीन के चोटिल होने के बाद आशु मलिक ने मेन रेडर और टीम के कप्तान होने की भूमिका को अच्छे से निभाया।

दबंग दिल्ली ने दसवें सीजन में 22 मैच खेले, जिनमें से उन्हें 13 में जीत मिलीं, 6 बार हार झेलनी पड़ी और उनके 3 मुकाबले टाई रहे। टीम हालांकि प्लेऑफ में जगह बनाने में सफल रही, लेकिन एलिमिनेटर राउंड से आगे नहीं बढ़ पाई। टीम के लिए आशु मलिक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिन्हें रेडर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड भी मिला। दूसरी ओर योगेश ने अपने पहले ही सीजन में राइट कॉर्नर डिफेंडर के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। इस आर्टिकल में आइए जानते हैं कि PKL 10 में किन खिलाड़ियों ने दबंग दिल्ली के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और किन खिलाड़ियों ने निराश किया है।

PKL 10 में टीम के टॉप परफॉर्मर्स

1. आशु मलिक

दबंग दिल्ली के लिए पीकेएल के दसवें सीजन में नवीन कुमार के चोटिल होने के बाद आशु मलिक ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 23 मैच खेले और 276 रेड पॉइंट्स हासिल किए। वो सीजन में सबसे ज्यादा रेड पॉइंट्स हासिल करने के मामले में अर्जुन देशवाल के साथ संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रहे और उन्हें रेडर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड भी मिला। उन्होंने इस दौरान 15 बार सुपर-10 स्कोर करते हुए कबड्डी फैंस का दिल जीता।

2. योगेश

योगेश ने 10वें सीजन में दबंग दिल्ली के लिए खेलते हुए अपना पीकेएल डेब्यू किया है और अपने पहले ही सीजन में उन्होंने विपक्षी रेडर्स की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया। उन्होंने पूरे सीजन में 23 मैच खेलते हुए 74 टैकल पॉइंट्स हासिल किए और सबसे ज्यादा टैकल पॉइंट्स हासिल करने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे। इस लाजवाब प्रदर्शन के लिए उन्हें न्यू यंग प्लेयर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इस सीजन उन्होंने 5 बार हाई-5 का आंकड़ा भी छुआ था।

3. आशीष

दबंग दिल्ली के लिए आशीष ने भी दसवें सीजन में अपना पीकेएल डेब्यू किया है। एक तरफ राइट कॉर्नर पर योगेश, वहीं दूसरी ओर लेफ्ट कॉर्नर पर आशीष ने विपक्षी रेडर्स पर कहर ढाया। पूरे सीजन के दौरान योगेश और आशीष की जोड़ी चर्चा का विषय बनी रही थी। आशीष ने सीजन में 19 मैच खेलते हुए कुल 48 टैकल पॉइंट्स हासिल किए, जिनमें उन्होंने चार बार हाई-5 भी स्कोर किया था।

इन खिलाड़ियों ने निराश किया

1. विशाल भारद्वाज

विशाल भारद्वाज भारतीय टीम के लिए भी खेल चुके हैं और उनसे पीकेएल के 10वें सीजन में उम्मीद थी कि वो दबंग दिल्ली के डिफेंस को लीड करेंगे। उन्होंने पूरे सीजन में 19 मैच खेले, जिनमें वो केवल 36 टैकल पॉइंट्स हासिल कर पाए। उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं देखी गई, जिसके कारण वो लगातार प्लेइंग-7 में भी दिखाई नहीं दे रहे थे। एक अनुभवी डिफेंडर होने के नाते उन्हें बेहतर प्रदर्शन करते हुए दिल्ली के डिफेंस की कमान संभालनी चाहिए थी।

2. मीतू शर्मा

दबंग दिल्ली का डिफेंस चाहे युवा खिलाड़ियों से भरा हुआ था, इसके बावजूद उन्होंने काफी अच्छा करके दिखाया है। मगर दूसरी ओर रेडिंग में आशु मलिक को सपोर्ट की काफी जरूरत थी। मीतू शर्मा को लगातार मैचों में मौके मिले, लेकिन वो 22 मैचों में केवल 57 रेड पॉइंट्स हासिल कर पाए। एलिमिनेटर मैच में पटना पाइरेट्स के खिलाफ मीतू शर्मा बिल्कुल भी अच्छा नहीं कर पाए थे, जो दबंग दिल्ली की हार का कारण बना था।

3. मंजीत

मंजीत पिछले 3 सीजन से दबंग दिल्ली के साथ खेल रहे हैं, लेकिन अभी तक उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं आई है। उनके पास स्पीड है, लेकिन उनका कई अहम मौकों पर टैकल हो जाना दसवें सीजन में टीम को भारी पड़ा है। उन्होंने PKL 10 में 20 मैच खेले, जिनमें वो केवल 55 रेड पॉइंट्स हासिल कर पाए। उनकी ओर से बेहतर प्रदर्शन टीम के कप्तान आशु मलिक पर दबाव को कम कर सकता था।

टीम का बेस्ट परफॉर्मेंस

मैच 26 – दबंग दिल्ली vs तेलुगु टाइटंस

दबंग दिल्ली ने दसवें सीजन में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन तेलुगु टाइटंस के खिलाफ मैच में किया। टीम ने 16 दिसंबर को पुणे में खेले गए मुकाबले में तेलुगु टाइटंस को 11 पॉइंट्स के अंतर से हराया था। इस मैच का स्कोर 51-40 से दबंग दिल्ली के पक्ष में आया था। इस मैच में नवीन कुमार ने 14 और आशु मलिक ने 16 रेड पॉइंट्स हासिल किए, वहीं डिफेंस में आशीष ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 5 टैकल पॉइंट्स हासिल किए।

कोच का रिपोर्ट कार्ड

दबंग दिल्ली ने 10वें सीजन के लिए रामबीर सिंह खोखर को अपना हेड कोच नियुक्त किया था। उनकी कोचिंग में टीम ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन सेमीफाइनल में प्रवेश नहीं कर पाए। उनकी रणनीतियां अधिकांश मौकों पर कारगर रहीं, लेकिन नवीन कुमार की चोट के बाद उनका टीम को एक अच्छा सपोर्टिंग रेडर ना दे पाना सीजन में उनकी सबसे बड़ी नाकामी रही।

दबंग दिल्ली को सीजन से क्या सीख मिली?

दबंग दिल्ली के लिए मेन रेडर आशु मलिक, लेफ्ट कॉर्नर आशीष और राइट कॉर्नर योगेश ने अच्छा प्रदर्शन किया। विक्रांत ने भी कई मौकों पर अच्छा किया, लेकिन कवर डिफेंडर्स के कारण टीम कहीं ना कहीं पिछड़ती हुई नजर आई। वहीं मीतू शर्मा और मंजीत किसी भी तरीके से आशु मलिक को रेडिंग में सपोर्ट नहीं दे पाए। उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।

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