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कबड्डी न्यूज

PKL 10 में हरियाणा स्टीलर्स के प्रदर्शन पर एक नजर

Published at :March 2, 2024 at 4:34 PM
Modified at :March 2, 2024 at 4:34 PM
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Rahul Gupta


हरियाणा ने इस सीजन अपने परफॉर्मेंस से किया हैरान।

पीकेएल के 10वें सीजन (PKL 10) में हरियाणा स्टीलर्स ने इतिहास रचते हुए पहली बार फाइनल में जगह बनाई थी। इससे पहले वो सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंचे थे लेकिन इस सीजन बेहतरीन खेल दिखाते हुए ना केवल सेमीफाइनल बल्कि फाइनल में भी जगह बनाई। हरियाणा स्टीलर्स ने लीग स्टेज के दौरान 22 में से 13 मैच जीते और आठ मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जबकि एक मुकाबला उनका टाई रहा। इस सीजन प्लेऑफ में जाने वाली वो आखिरी टीम रहे।

सातवें सीजन के बाद ये पहली बार था जब हरियाणा स्टीलर्स ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी और फाइनल तक पहुंच गए। हालांकि उनका ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया और पुनेरी पलटन से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। आइए जानते हैं 10वें सीजन में किन प्लेयर्स ने पुनेरी पलटन के लिए बेहतर प्रदर्शन किया और किन खिलाड़ियों ने निराश किया।

PKL 10 में टीम के टॉप परफॉर्मर्स

1. राहुल सेतपाल

हरियाणा स्टीलर्स के लिए इस बार उनके डिफेंस ने जबरदस्त खेल दिखाया। जयदीप दहिया, मोहित नांदल और राहुल सेतपाल ने कमाल का प्रदर्शन किया। डिफेंस के मामले में हरियाणा सीजन की दूसरी बेस्ट टीम रही और इसमें राहुल सेतपाल का योगदान काफी ज्यादा रहा। उन्होंने इस सीजन 23 मैचों में 73 टैकल प्वॉइंट हासिल किए और चौथे सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी रहे। इसके अलावा सुपर टैकल के मामले में भी वो सबसे आगे रहे। उन्होंने सबसे ज्यादा 15 सुपर टैकल किए।

2. मोहित नांदल

मोहित नांदल हरियाणा स्टीलर्स के दूसरे बेस्ट डिफेंडर रहे और ओवरऑल वो इस सीजन पांचवें पायदान पर रहे। उन्होंने 24 मैचों में 70 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। कुछ मैचों में उन्होंने कप्तानी भी की थी। हरियाणा स्टीलर्स को फाइनल तक पहुंचाने में उनका योगदान काफी ज्यादा रहा था। मोहित नांदल ने राइट कवर में खेलते हुए कई मैचों में टीम की जीत में अपना अहम योगदान दिया था।

3. जयदीप दहिया

हरियाणा स्टीलर्स के कप्तान जयदीप दहिया का प्रदर्शन भी काफी लाजवाब रहा। उन्होंने 23 मैचों में 68 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। वो टीम के तीसरे बेस्ट डिफेंडर रहे। हरियाणा स्टीलर्स के मजबूत डिफेंस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीजन के टॉप-10 डिफेंडर्स की लिस्ट में उनके तीन डिफेंडर शामिल रहे।

4. विनय

हरियाणा की तरफ से रेडिंग में सबसे ज्यादा प्वॉइंट विनय ने लिए। फाइनल मैच में वो भले ही नहीं चल सके थे लेकिन इससे पहले उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। एलिमिनेटर और सेमीफाइनल में टीम को जीत दिलानें विनय ने काफी अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने 10वें सीजन के दौरान 23 मैचों में 163 प्वॉइंट हासिल किए।

इन खिलाड़ियों ने किया निराश

1. सिद्धार्थ देसाई

सिद्धार्थ देसाई को हरियाणा स्टीलर्स ने काफी उम्मीद के साथ इस सीजन खरीदा था लेकिन उनका प्रदर्शन वैसा नहीं रहा। उन्होंने 17 मैचों में सिर्फ 82 प्वॉइंट ही हासिल किए। कुछ मैचों में जरुर उन्होंने अच्छा खेल दिखाया और लगा कि वो वापसी कर लेंगे लेकिन इसके बाद वो फिर से रास्ता भटक गए। इसी वजह से प्लेऑफ के मैचों में उन्हें कोच मनप्रीत सिंह ने ज्यादा मौके नहीं दिए।

2. आशीष

ऑलराउंडर खिलाड़ी आशीष को सिद्धार्थ देसाई की जगह मौका दिया गया लेकिन उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा। उन्होंने डिफेंस में 18 मैचों में सिर्फ 25 प्वॉइंट लिए, जबकि रेडिंग में 18 मुकाबलों में 19 प्वॉइंट लिए। कुछ एक मैचों में भले ही उन्होंने स्पार्क दिखाया लेकिन ओवरऑल निराश किया।

टीम का बेस्ट परफॉर्मेंस

एलिमिनेटर मैच – गुजरात जायंट्स vs हरियाणा स्टीलर्स

हरियाणा स्टीलर्स ने पीकेएल के 10वें सीजन की सबसे बड़ी जीत एलिमिनेटर मुकाबले के दौरान दर्ज की। टीम ने सातवें सीजन के बाद पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाई थी लेकिन इसका बिल्कुल भी दबाव उनके ऊपर नहीं दिखा। हरियाणा ने 26 फरवरी को खेले गए दूसरे एलिमिनेटर मुकाबले में गुजरात जायंट्स को एकतरफा 17 प्वॉइंट के अंतर से हरा दिया।

इसके साथ ही टीम ने सेमीफाइनल में भी जगह बना ली, जो उनके पीकेएल इतिहास का पहला सेमीफाइनल था। टीम के लिए इस मैच में विनय ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सबसे ज्यादा 12 प्वॉइंट लिए थे। वहीं डिफेंस में मोहित नांदल ने 7 प्वॉइंट लिए थे।

कोच का रिपोर्ट कार्ड

कोच मनप्रीत सिंह अपने डिफेंस के लिए जाने जाते हैं। वो जिस भी टीम में जाते हैं, वहां के डिफेंस को काफी मजबूत बना देते हैं। उन्होंने हरियाणा स्टीलर्स के साथ भी ऐसा ही किया। यही वजह रही कि उनके तीन डिफेंडर इस सीजन के टॉप-10 डिफेंडर्स में रहे।

हरियाणा को सीजन के अपने पहले मैच में यूपी योद्धा से 30 प्वॉइंट के अंतर से काफी बड़ी हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन कोच मनप्रीत सिंह ने टीम का हौसला गिरने नहीं दिया और फाइनल तक पहुंचाया। किसी भी परिस्थिति में वो अपने प्लेयर्स को काफी ज्यादा मोटिवेट करते हैं और यही कारण है कि हरियाणा स्टीलर्स इस सीजन की रनर अप रही। टूर्नामेंट के आगाज से पहले शायद ही किसी ने सोचा हो कि हरियाणा फाइनल में पहुंच जाएगी।

हरियाणा स्टीलर्स को इस सीजन से क्या सीख मिली?

हरियाणा स्टीलर्स का डिफेंस तो काफी अच्छा रहा लेकिन उन्हें अपने रेडिंग में भी सुधार करना होगा। टीम को ऐसे रेडर्स लाने होंगे जो अकेले दम पर मैच जिता सकें। उन्हें कई सारे ऑप्शन की जरुरत डिफेंस में है। कोच मनप्रीत सिंह को अगले सीजन के लिए इस पर काम करना होगा।

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