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कबड्डी न्यूज

PKL 10 में चैंपियन पुनेरी पलटन के प्रदर्शन पर एक नजर

Published at :March 2, 2024 at 4:16 PM
Modified at :March 2, 2024 at 4:16 PM
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Rahul Gupta


10वें सीजन में टीम ने पहली बार ट्रॉफी अपने नाम की।

पीकेएल के 10वें सीजन (PKL 10) का टाइटल पिछले सीजन की रनर-अप रही पुनेरी पलटन ने अपने नाम किया। उन्होंने हैदराबाद में खेले गए फाइनल मुकाबले में हरियाणा स्टीलर्स को 28-25 से हराया। ये पहली बार है जब पुनेरी पलटन ने पीकेएल का खिताब जीता है। पुनेरी पलटन ने लीग स्टेज के दौरान कुल मिलाकर 22 मैच खेले, जिसमें से 17 मैचों में जीत हासिल की और सिर्फ 2 मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

वहीं तीन मैच उनका टाई रहा। टीम ने डायरेक्ट सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। सेमीफाइनल में टीम ने पटना पाइरेट्स को हराया था और फाइनल में हरियाणा को मात दी। आइए जानते हैं कि पीकेएल के 10वें सीजन (PKL 10) में किन प्लेयर्स ने पुनेरी पलटन के लिए बेहतर प्रदर्शन किया और किन खिलाड़ियों ने निराश किया।

टॉप परफॉर्मर

1. मोहम्मदरेजा शादलू

मोहम्मदरेजा शादलू पीकेएल के 10वें सीजन के सबसे बेस्ट डिफेंडर साबित हुए। उन्होंने 24 मैचों में 99 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। अगर वो एक प्वॉइंट और हासिल कर लेते तो फिर एक सीजन में नितेश कुमार के 100 टैकल प्वॉइंट के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेते। शादलू ने 11 हाई-फाइव 10वें सीजन के दौरान लगाया। इसके अलावा रेडिंग में भी समय-समय पर अहम प्वॉइंट लिए। मैच के बाद कोच बीसी रमेश ने मोहम्मदरेजा शादलू की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि शादलू इस टीम के रीढ़ की हड्डी हैं और उनके आने की वजह से टीम का कॉन्फिडेंस काफी ज्यादा बढ़ गया था।

2. असलम ईनामदार

पुनेरी पलटन के कप्तान असलम ईनामदार इस सीजन के मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर चुने गए। उन्होंने इस सीजन 23 मैच खेलते हुए 142 रेड प्वॉइंट्स और 26 टैकल प्वॉइंट्स हासिल किए। इसके अलावा उन्होंने कप्तान के रूप में बहुत लाजवाब प्रदर्शन किया। इसी प्रदर्शन के लिए उन्हें मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से नवाजा गया। उन्होंने बेहतरीन तरीके से पुनेरी पलटन की कप्तानी की और टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी रहे।

3. गौरव खत्री

गौरव खत्री ने भी इस सीजन अपनी टीम की तरफ से काफी लाजवाब खेल दिखाया। उन्होंने 24 मैचों में 69 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ फाइनल मैच में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चार प्वॉइंट लिए। वो अपनी टीम की तरफ से दूसरे सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी रहे।

4. मोहित गोयत

मोहित गोयत की अगर बात करें तो वो पुनेरी पलटन की तरफ से दूसरे सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने 22 मैचों में 122 प्वॉइंट लिए। फाइनल मुकाबले में अपने सुपर रेड के जरिए उन्होंने मैच का पासा ही पलट दिया था और यहीं से पुनेरी पलटन को जो लीड मिली वो निर्णायक साबित हुई। मोहित गोयत ने इस सीजन डिफेंस में भी 29 प्वॉइंट लिए, जिससे पता चलता है कि वो कितने बेहतरीन ऑलराउंडर हैं।

इन खिलाड़ियों ने किया निराश

1. आदित्य शिंदे

युवा रेडर आदित्य शिंदे को इस सीजन ज्यादातर सब्सीट्यूट के तौर पर ही खिलाया गया। कुल मिलाकर 12 मैच उन्होंने खेले और इस दौरान सिर्फ 17 प्वॉइंट हासिल किए। जबकि वो इससे कहीं ज्यादा प्वॉइंट हासिल कर सकते थे लेकिन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए।

2. संकेत सावंत

टीम के लेफ्ट कवर स्पेशलिस्ट संकेत सावंत का प्रदर्शन भी 10वें सीजन के दौरान उतना अच्छा नहीं रहा। वो 22 मैचों में केवल 32 टैकल प्वॉइंट ही हासिल कर पाए। उनका औसत दो का भी नहीं रहा। इससे ज्यादा बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद उनसे थी।

PKL 10 के इन मैचों में रहा टीम का बेस्ट परफॉर्मेंस

मैच 25 – पुनेरी पलटन vs बंगाल वारियर्स

पुनेरी पलटन ने इस सीजन बंगाल वारियर्स को अपने होम ग्राउंड में खेले गए मुकाबले में 49-19 से एकतरफा हरा दिया था। टीम के लिए मोहित गोयत ने सबसे ज्यादा 12 प्वॉइंट लिए थे और असलम ईनामदार ने भी सुपर-10 लगाया था। बंगाल वारियर्स जैसी मजबूत टीम के खिलाफ इतने अंतर से जीत हासिल करना काफी बड़ी बात है।

मैच 51 – तेलुगु टाइटंस vs पुनेरी पलटन

यूपी लेग में खेले गए इस मुकाबले में पुनेरी पलटन ने तेलुगु टाइटंस को 36 प्वॉइंट के अंतर से हरा दिया था। टाइटंस की टीम बिल्कुल भी पुनेरी पलटन का सामना नहीं कर पाई थी। मोहित गोयत ने एक बार फिर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 13 प्वॉइंट लिए थे। कप्तान असलम ईनामदार ने भी 8 प्वॉइंट लिए थे। गौरव खत्री ने डिफेंस में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 6 प्वॉइंट हासिल किए थे।

कोच का रिपोर्ट कार्ड

पुनेरी पलटन की टीम अगर इस पीकेएल की चैंपियन है तो इसका काफी ज्यादा श्रेय उनके हेड कोच बीसी रमेश को दिया जाना चाहिए। जिस तरह से इस सीजन वो टीम को आगे लेकर गए वो काबिलेतारीफ है। पिछली बार टीम फाइनल में चूक गई थी लेकिन उस निराशा से उबरते हुए उन्होंने एक बार फिर टीम को फाइनल में पहुंचाया और इस बार टाइटल भी जिताया। बीसी रमेश ने अपने स्टार्टिंग सेवन से ज्यादा छेड़छाड़ नहीं किया। एक बार जब टीम सेट हो गई तो उन्होंने लगातार उन्हीं खिलाड़ियों को खिलाया, जिससे प्लेयर्स का तालमेल आपस में काफी अच्छा हो गया।

पुनेरी पलटन को इस सीजन से क्या सीख मिली?

पुनेरी पलटन की टीम इस सीजन की चैंपियन है और इस सीजन से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला होगा। अगर आप एक सीजन फाइनल में हार जाएं तब भी हौसला नहीं खोना है। अगले सीजन वापसी की जा सकती है। इसके अलावा अगर अपनी कोर टीम को बरकरार रखा जाए तो सफलता मिल सकती है।

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