Khel Now logo
HomeSportsICC Women's World CupLive Cricket Score
Advertisement

कबड्डी न्यूज

PKL के फॉर्मेट में बदलाव करने के फायदे और नुकसान, कई चीजों से लीग को मिल सकती है राहत

Nishant has been part of Khel Now since November 2024, covering Cricket and Kabaddi on the Hindi desk.
Published at :June 25, 2025 at 3:59 PM
Modified at :June 25, 2025 at 3:59 PM
PKL के फॉर्मेट में बदलाव करने के फायदे और नुकसान, कई चीजों से लीग को मिल सकती है राहत

PKL 12 से पहले टूर्नामेंट में बड़े बदलाव होने की संभावना है।

प्रो कबड्डी लीग (PKL) का 12वां सीजन अगस्त में शुरू होने की संभावना है और उससे पहले फैंस के बीच काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। PKL का 11वां सीजन तीन शहरों में आयोजित किया गया था लेकिन इस बार इसे शुरूआती सीजनों की तरह 6 हफ्ते के अंदर एक ही शहर में करवाने पर चर्चा की जा रही है।

अगर बातचीत के बाद नए फॉर्मेट को स्वीकृति मिल जाती है तो सभी टीम के शहर में जाकर खेले जाने वाले कारवां स्टाइल फॉर्मेट का आखिरकार अंत हो जाएगा। शुरूआती सीजनों की तरह अगर टूर्नामेंट का शेड्यूल फिर से छोटा होता है तो फ़ायदे और नुकसान दोनों होंगे।

एक ही शहर में होने वाले छोटे सीजन के फायदे:

ऑपरेशनल खर्चे कम होंगे

PKL को एक शहर में करवाने का सबसे बड़ा कारण है अतिरिक्त खर्चों को कम करना। अगर सभी टीम और स्टाफ एक ही शहर में रहेंगे तो लगातार ट्रैवल में होने वाले खर्चे की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही होटल में रुकने का खर्चा भी काफी कम रहेगा और फ्रैंचाइज़ी के ऊपर भी ज्यादा खर्चे का दबाव नहीं रहेगा।

खिलाड़ियों की थकान में कमी होगी

पीकेएल के अलग-अलग शहरों में होने के कारण खिलाड़ियों को लगातार ट्रैवल करना पड़ता था और उसकी वजह से उन्हें काफी थकान होती थी। थकान के कारण खिलाड़ियों के फिटनेस और फॉर्म पर काफी प्रभाव देखने को मिलता था। एक शहर में टूर्नामेंट के होने से खिलाड़ियों को काफी आराम मिलेगा जिससे वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।

तेज और रोमांचक सीजन

टूर्नामेंट के छोटा होने की वजह से लगातार मैच देखने को मिलेंगे और इस वजह से PKL के नए सीजन में काफी तेज़ी रहेगी। तीन महीने के बदले 6 हफ्ते के अंदर टूर्नामेंट खत्म हो जाएगा और इस वजह से फैंस और मीडिया के बीच इस सीजन को लेकर काफी रोमांच रहेगा।

एक जैसे कंडीशन का फ़ायदा

एक ही वेन्यू पर खेलने से टीमों को वहां के कंडीशन को काफी अच्छी तरह से जानने का मौका मिल जाएगा। इसके अलावा वहां की लाइटिंग और कोर्ट से भी खिलाड़ी काफी परिचित हो जाएंगे। इस वजह से टीमों को बढ़िया से स्ट्रेटेजी बनाने का मौका मिल जाएगा और उसके कारण काफी रोमांचक मैच देखने को मिल सकते हैं।

ब्रॉडकास्टर के लिए फ़ायदा

एक ही जगह पर सभी मैच होने के कारण ब्रॉडकास्टर को भी काफी फायदा होगा। अलग-अलग शहर में जाकर सेट अप करने की वजह से उन्हें काफी अतिरिक्त खर्चों का सामना करना पड़ता है, जो अब काफी कम हो जाएगा। एक ही जगह पर मैच होने से कैमरा सेट अप लगातार अच्छा रहेगा और इसके कारण फैंस को टीवी या JioHotstar पर मैच देखने में काफी मज़ा आएगा।

टीमों के शेड्यूल में काफी आसानी

PKL के मैच एक ही शहर में होने की वजह से टीमों का शेड्यूल बनाना काफी आसान हो सकता है। इस वजह से सभी टीमों को हर मैच के लिए प्लान करने का बेहतर मौका रहेगा क्योंकि उन्हें अलग-अलग शहर में जाकर अलग-अलग माहौल को देखते हुए रणनीति बनाने की जरूरत नहीं रहेगी। इस वजह से सभी टीमों का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है।

PKL सीजन के छोटा होने के नुकसान:

सीमित फैंस के लिए स्टेडियम में मैच देखने का मौका

PKL के एक ही शहर में होने के कारण काफी सीमित फैंस ही स्टेडियम में मैच देखने आ सकेंगे। सभी टीमों के अलग-अलग शहर में मैच होने के कारण हर जगह के फैंस स्टेडियम में आकर मैच देख सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और इसकी वजह से लोकल फैन बेस पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही एक ही जगह पर मैच होने से टीमों का रीजनल कनेक्शन पूरी तरह से कम हो जाएगा।

लोकल स्पॉन्सरशिप का होगा नुकसान

एक ही शहर में मैच होने से लोकल स्पॉन्सरशिप पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। पहले जिस टीम के होम मैच होते थे, वहां के काफी स्पॉंसर PKL को मिलते थे लेकिन अब वैसा देखने को नहीं मिलेगा। इस कारण से लीग और फ्रैंचाइज़ी, दोनों के रेवेन्यू पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है। ऐसे में यह बात सामने आ रही है कि टीमों को फायदा कैसे होगा, जबकि लीग पहले ही नुकसान में है।

भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों के लिए कम मैच

PKL का सीजन छोटा होने की वजह से भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों को काफी कम मैच खेलने को मिलेंगे, क्योंकि इस बड़े टूर्नामेंट के अलावा कबड्डी का कोई भी ऐसा घरेलू टूर्नामेंट नहीं है जिसमें खिलाड़ी लगातार हिस्सा ले सकें। PKL के बड़े सीजन की वजह से खिलाड़ियों को लगातार ज्यादा मैच खेलने का मौका मिलता था लेकिन टूर्नामेंट अब सिर्फ 6 हफ्ते का ही रहेगा और ऐसे में उभरते हुए खिलाड़ियों को अपना हुनर दिखाने के लिए काफी कम मौके मिलेंगे।

For more updates, follow Khel Now Kabaddi on FacebookTwitterInstagram; download the Khel Now Android App or IOS App and join our community on Whatsapp & Telegram.

Nishant
Nishant

As a sports lover since childhood, Nishant has been writing about sports since 2015, mainly cricket and kabaddi. As a cricket fan, I love writing about interesting stats. Also covered Olympics, Asian Games, Commonwealth Games & Pro Kabaddi League.

Latest News
Advertisement