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फुटबॉल समाचार

क्लब ऑफिशियल : हम ईस्ट बंगाल को कभी नहीं बेचेंगे

Published at :January 19, 2020 at 11:04 PM
Modified at :January 19, 2020 at 11:11 PM
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Gagan


वर्ल्ड के सबसे पुराने क्लबों में से एक मोहन बागान और एटीके के एक होने के बाद अब इंडियन फुटबॉल फैन्स के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या ईस्ट बंगाल भी किसी अन्य इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलने वाले क्लब से डील करेगी।

ईस्ट बंगाल के सीनियर ऑफिशियल देबब्रता सरकार ने यह साफ कर दिया है कि ऐसा कुछ नहीं होगा और उनका क्लब कभी भी बिकने के लिए तैयार नहीं है। [KH_ADWORDS type="3" align="center"][/KH_ADWORDS] एटीके के मालिकाना हक वाली कंपनी आरपीएसजी ग्रुप ने कुछ दिनों पहले ही मोहन बागान में मेजोरटी शेयर हासिल कर लिए थे। क्लब में आरपीएसजी ग्रुप के 80 परसेंट शेयर होंगे जबकि मोहन बागान के मालिकाना हक वाली कंपनी मोहन बागान फुटबॉल क्लब (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के पास 20 परसेंट शेयर होंगे। साल 1889 में अस्तित्व में आया मोहन बागान दुनिया के सबसे पुराने फुटबॉल क्लबों में एक है और फिलहाल यह आई-लीग में खेलता है। आई-लीग में ही खेलने वाला क्लब ईस्ट बंगाल 1920 में बना था। सरकार ने पीटीआई से कहा, "इस मामले में हम कोई कमेंट नहीं कर सकते। मोहन बागान किस ओर आगे बढ़ रहा है इस पर क्लब के ऑफिशियल और फैंस रियक्ट करेंगे। इससे हमारा कोई मतलब नहीं है।" [KH_ADWORDS type="4" align="center"][/KH_ADWORDS] "हम अपने क्लब को कभी नहीं बेचेंगे। जो हमारे फैंस और मेम्बर्स कहेंगे हम वही करेंगे। वे इंवेस्टर्स चाहते हैं, लेकिन क्लब के इज्ज्त के बचाए रखना हमारी प्राथमिकता होगी। कुछ भी हो जाए हमारे मेम्बर्स क्लब को बचाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।" आई-लीग में ईस्ट बंगाल फिलहाल, निराशानजक प्रदर्शन कर रही है और इस सीजन के खत्म होने के बाद स्पॉन्सर क्वेस भी क्लब से अलग हो जाएगा। ऐसे में क्लब के भविष्य को लेकर भी काफी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। [KH_RELATED_NEWS title="Related News|आर्टिकल नीचे जारी है"][/KH_RELATED_NEWS] सरकार ने कहा, "हम क्लब की लेगेसी को ध्यान में रखकर आगे बढ़ेंगे। हम ऐसे इंवेस्टर्स चाहते हैं जो क्लब की पहचान को बचा कर रख सकें और हमारे भविष्य को बेहतर कर सकें। मुझे उम्मीद है कि हम सफल होंगे। यह कहना मुश्किल है कि आगे क्या होगा। यह कहना मुश्किल है कि अगले सीजन में क्या होगा। हम अभी ट्रेन पर चढ़ें ही हैं, देखते हैं कि अगला स्टेशन कब आता है। मोहन बागान के एटीके में मिलने का मतलब है कि अब वह आईएसएल में खेलेगी और उसके एवं ईस्ट बंगाल के बीच होने वाली कोलकाता डर्बी केवल कलकत्ता फुटबॉल लीग तक ही सीमित रह जाएगी।
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