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डेविड रॉबर्टसन : लोग कश्मीर की कहानियां हैरानी के साथ सुनते है

Published at :December 26, 2020 at 11:51 PM
Modified at :December 26, 2020 at 11:51 PM
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Gagan


52 वर्षीय कोच ने बताया कि घाटी में फुटबॉल खेलना और कोचिंग करना कितना चुनौतीपूर्ण काम रहा।

आई-लीग का 2020-21 सीजन बस कुछ ही हफ्ते दूर है और सभी टीमों ने अभी से अपनी-अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं। इस सीजन रियल कश्मीर की टीम टाइटल जीतने की प्रमुख दावेदारों में से एक है। टीम के हेड कोच डेविड रॉबर्टसन ने खेल नाओ के "बियोंड द स्कोर" पॉडकास्ट में रियल कश्मीर टीम को लेकर खुलकर बात की।

डेविड रॉबर्टसन ने बताया कि उन्हें उन्हें इंडिया में आकर कोचिंग करने का ऑफर कैसे मिला था। उन्होंने कहा, "उस वक्त मैं यूएस में रह रहा था। तब एक एजेंट ने मुझे एप्रोच किया था और पूछा था कि क्या मैं रियल कश्मीर नाम के नए क्लब को कोच कर सकता हूं।“

हेड कोच ने बताया, “मैंने उस समय यूएस में अपने 10 साल पूरे ही किए थे और नई चुनौती की तरफ देख रहा था। मुझे युगांडा और चाइना से भी ऑफर मिले थे लेकिन मैंने सोचा कि नए क्लब की कोचिंग करना एक अलग तरह का अनुभव होगा। यहां आने से पहले मुझे इंडिया के बारे में कुछ भी नहीं पता था।"

"मुझे यहां के लीग सिस्टम के बारे में कुछ भी नहीं पता था। बस इतना जानता था कि एलेसेंड्रो डेल पिएरो और रोबर्टो कार्लोस इंडियन सुपर लीग का हिस्सा थे। मुझे ये भी पता था कि ये एक नया क्लब था। अभी तक का सफर काफी दिलचस्प रहा है। अगर आप देखें तो समझेंगे कि हमने कहां शुरुआत की थी और आज कहां पर हैं।"

डेविड रॉबर्टसन ने इसके अलावा कश्मीर में टीम के ट्रेनिंग और कोचिंग की चुनौतियों के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि कश्मीर में फुटबॉल खेलना कितना मुश्किल रहा।

उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा लगता था कि पूरे भारत में काफी गर्मी पड़ती है लेकिन कश्मीर बिल्कुल अलग था। यहां का कल्चर और जियोग्राफिकल कंडीशंस भी काफी अलग था और इससे काफी दिक्कतें आईं। इंटरनेट काफी रुक-रुककर चलता था, इसके अलावा जब स्नोफाल होती थी तो ट्रेनिंग करना काफी मुश्किल हो जाता था। जब मैं घर जाकर यहां की स्टोरीज बताता हूं तो मेरे लोग काफी हैरानी से इसे सुनते हैं।"

"शुरुआत में हमने काफी कम मैच खेले। मौसम की वजह से हमने घरेलू मैच नहीं खेले और टीम के सभी खिलाड़ी भी उपलब्ध नहीं थे। हालांकि जैसे-जैसे हम खेलते रहे मुझे समझ आता गया कि खिलाड़ी काफी अच्छे हैं। एक समय उनका लेवल देखकर मैं काफी हैरान रह गया था। मैं 4 सालों से इंडिया में हूं और एक चीज जो मैंने जानी है कि आप किसी भी प्लेयर को देखकर बता सकते हैं कि वो देश के किस हिस्से से है, क्योंकि उनकी बॉडी और खेलने का तरीका ही वैसा होता है।"

डेविड रॉबर्टसन अपने करियर के दौरान अरबदीन और रेंजर्स जैसे टॉप स्कॉटिश क्लब के लिए खेल चुके हैं और भारत आने के बाद कश्मीर के लोगों ने उनके साथ काफी अच्छा व्यवहार किया। शहर में उनका काफी गर्मजोशी से स्वागत हुआ।

उन्होंने कहा, "कश्मीर ने मेरे साथ काफी अच्छा व्यवहार किया। यहां के सपोटर्स काफी अच्छे हैं जो फैसेलिटी हमें मिली है वो काफी बेहतरीन है। आपको पता ही है कि यहां पर हमेशा टेंशन का माहौल रहता है लेकिन हमारी टीम के मालिक काफी अच्छी तरह से हमें इन सबसे बचाकर रखते हैं। इस क्लब ने कश्मीर के लिए काफी अच्छा काम किया है और अब ये मेरे लिए दूसरे घर जैसा हो गया है।"

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