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फुटबॉल समाचार

आईएसएल के टॉप-5 परफॉरमर्स जिन्हें इंडियन फुटबॉल टीम में जगह नहीं मिली

Published at :March 6, 2021 at 7:58 PM
Modified at :March 6, 2021 at 7:58 PM
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Rahul Gupta


कुछ प्लेयर ऐसे भी रहे जिन्हें अच्छे परफॉर्मेंस के बावजूद टीम में जगह नहीं मिली।

​ओमान और यूएई के खिलाफ होने वाले फ्रैंडली मैचों के लिए कोच इगोर स्टीमाक ने भारत की संभावित टीम का ऐलान कर दिया है। 35 सदस्यीय इस संभावित टीम में 10 नए खिलाड़ियों को भी जगह दी गई है। इस चयन में आईएसएल के परफॉर्मेंस को काफी महत्व दिया गया और टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले कई खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया है।

आकाश मिश्रा, चिंगलसेना सिंह, लालेंगमाविया, लिस्टन कोलासो, इशान पंडिता और बिपिन सिंह जैसे इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) स्टार को इंडियन टीम में जगह दी गई। हालांकि कुछ प्लेयर ऐसे भी रहे जिन्हें टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद टीम में जगह नहीं मिली। हम आपको ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे:

5. लेनी रॉड्रिगेज

लेनी रॉड्रिगेज ने पिछले कुछ सीजन से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन वो इंडियन फुटबॉल टीम में जगह बना पाने में नाकाम रहे हैं। इस आईएसएल सीजन एटीके मोहन बगान और एफसी गोवा के लिए उन्होंने मिडफील्ड में जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनका औसत हर मैच में 3.43 टैकल, 1.56 इंटरसेप्शन्स और 39.56 पास का रहा।

उन्होंने बेहतरीन तरीके से अपनी टीम के बैकलाइन को डिफेंड किया और कई खतरनाक अटैक को असफल किया। पिछले कुछ सालों से उनके फीट स्किल में काफी सुधार हुआ है। रॉड्रिगेज एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें हर टीम अपने मिडफील्ड में रखना चाहेगी। हालांकि इसके बावजूद वो भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए।

4. अमे रानावडे

Amey Ranawade
अमे रानावडे एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।

इस सीजन अमे रानावडे सबसे बेहतरीन स्ट्राइकिंग युवा प्लेयर्स में से एक बनकर उभरे हैं। मोहम्मद राकीप से आगे निकलते हुए मुंबई सिटी एफसी के राइट बैक में उन्होंने अपनी जगह सुनिश्चित की। रानावडे ने डिफेंस में शानदार खेल दिखाया और लगातार कई जबरदस्त परफॉर्मेंस इस सीजन दिए।

22 वर्षीय इस प्लेयर का प्रति गेम औसत 3.33 टैकल, 1.72 इंटरसेप्शंस, 1.66 क्लीयरेंस और 32.44 पास का रहा। उन्होंने हर मैच में 1.83 क्रॉस भी बनाए। हालांकि अपोजिशन के बॉक्स के नजदीक शायद उनके मूव्स में थोड़ा सुधार की जरुरत है लेकिन पिछले कुछ महीनों में अपने परफॉर्मेंस से उन्होंने नेशनल टीम में अपने चयन की दावेदारी पेश की है। अब उनके लिए ये जरुरी हो जाता है कि वो लगातार इसी तरह का प्रदर्शन करते रहें।

3. वीपी सुहेर

वीपी सुहेर ने इस आईएसएल सीजन नॉर्थईस्ट यूनाईटेड के लिए शानदार प्रदर्शन किया और टीम की सफलता में अपनी अहम भूमिका निभाई। 17 मैचों में उन्होंने दो गोल किए और एक गोल में अपना असिस्ट भी दिया। अगर उनके ओवरऑल परफॉर्मेंस को देखें तो पता चलता है कि उनकी क्वालिटी कितनी जबरदस्त रही है। प्रति गेम उन्होंने 3.47 टैकल, 1.1 इंटरसेप्शन्स और 1.23 ब्लॉक किए।

फेडेरिको गालेगो, ल्युइस मचादो और डेशोर्न ब्राउन जैसे दिग्गज प्लेयर्स के बीच उन्होंने अपनी एक अलग जगह बनाई। हम ये कह सकते हैं कि खराब गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड की वजह से शायद वीपी सुहेर को इंडियन टीम में जगह नहीं मिली। क्योंकि इस मामले में इशान पंडित, मनवीर सिंह और बिपिन सिंह जैसे प्लेयर उनसे आगे हैं। हालांकि, अगर उनके ओवरऑल क्वालिटी को देखा जाए तो वो ब्लू टाइगर्स के लिए फॉरवर्ड में एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते थे।

2. रोछरजेला

https://www.youtube.com/watch?v=M9uxFFVPRnw

ऐजवाल एफसी की टीम से जब रोछरजेला नॉर्थईस्ट यूनाईटेड में आए तो इंडियन फुटबॉल फैंस की दिलचस्पी काफी बढ़ गई थी। दिसंबर में बेंगलुरु एफसी के खिलाफ मात्र चौथे ही मिनट में गोल कर उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। रोछरजेला के अंदर गजब की एनर्जी है और सेंटर ऑफ द पार्क में उन्होंने काफी प्रभावित किया है।

आईएसएल के इस सीजन 12 मैचों में उन्होंने 427 मिनट पिच पर बिताए और एक गोल करने के अलावा दो में असिस्ट भी दिया। उन्होंने 8 क्रॉस भी इस सीजन बनाए लेकिन उनकी सबसे जबरदस्त क्वालिटी मिडफील्ड में प्ले को ब्रेक करना है। रोशारजेला ने प्रति गेम 6.54 टैकल किए।

वो एक कंपलीट पैकेज की तरह हैं और आने वाले सालों में उनके गेम में काफी सुधार होगा। अगर भारतीय टीम में उनको मौका मिलता तो फिर उनकी स्किल में और निखार आता।

1. जेरी माविमिंगथांगा

जेरी माविमिंगथांगा का भारतीय टीम में चयन ना होना हैरान करने वाला था। ओडिशा एफसी के लिए इस सीजन वो सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले इंडियन प्लेयर रहे। इस सीजन 17 मुकाबलों में उन्होंने दो गोल किए और पांच असिस्ट दिए। सेंटर ऑफ पार्क में उन्होंने बेहतरीन तरीके से गेम को कंट्रोल किया। उन्होंने 32.42 पास और 2.64 टैकल हर मुकाबले में किए।

बिना किसी शक के वो इस सीजन सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों में से एक रहे। जेरी के पास गोल करने की बेहतरीन क्षमता है, इसके अलावा मैदान में उनके पास गजब की एनर्जी रहती है और वो लगातार बेहतरीन परफॉर्मेंस देते हैं। उनके इंडियन टीम में चयन ना होने को लेकर चर्चा जरुर होगी।

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