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फुटबॉल समाचार

सुनील छेत्री: अंडर-16 टीम और इंडियन एरोज का बड़ा फैन हूं

Published at :June 21, 2020 at 1:02 AM
Modified at :June 21, 2020 at 1:02 AM
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Neeraj


कैप्टन फैनटास्टिक ने अंडर-16 टीम के खेल और आत्मविश्वास की खूब प्रशंसा की है।

इंडिया की अंडर-16 फुटबॉल टीम के खेल की लोग खूब सराहना करते हैं और टीम की तारीफ करने वाले लोगों में इंडियन सीनियर नेशनल फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री भी शामिल हैं। उनका कहना है कि वह अंडर-16 टीम के काफी बड़े फैन हैं।

एआईएफएफ टीवी के साथ लाइव चैट के दौरान सुनील छेत्री ने कहा कि उन्हें अंडर-16 टीम से काफी उम्मीदें हैं और वह आशा करते हैं कि आने वाले समय में यह बैच इंडिया को एशिया में टॉप-10 रैंकिंग में पहुंचने में मदद करेगी।

उन्होंने कहा, "मैं पहले से ही इंडिया अंडर-16 और इंडियन एरोज की टीम का फैन हूं। खास तौर से बिबियानो फर्नांडेस के अंडर खेल रही टीम ने मुझे काफी ज्यादा प्रभावित किया है। उन्होंने काफी खूबसूरत फुटबॉल खेला है और इसे लगातार जारी रखते हुए हर स्टेप पर सुधार किया जा सकता है। यह टीम पिछली टीम से बेहतर करना चाहेगी।"

सुनील छेत्री ने यह भी कहा कि जिस तरह से यह टीम प्रदर्शन कर रही है उससे अंडर-14 के लड़कों को कठिन तैयारी करने का संदेश मिलेगा क्योंकि वे इस टीम द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों को और सुधारना चाहेंगे।

बीते गुरुवार को एफसी अंडर-16 चैंपियनशिप का ड्रॉ आया है और इसमें इंडिया को ग्रुप-सी में कोरिया रिपल्बिक, ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान के साथ रखा गया है। ग्रुप की टॉप-2 टीमें क्वार्टर फाइनल में जाएंगी और सेमीफाइनल में जाने वाली चार टीमों को 2021 में पेरू में होने वाली फीफा अंडर-17 विश्वकप का टिकट मिलेगा।

सुनील छेत्री ने कहा, "इंडियन फुटबॉल में इस स्टेज पर आप चाहते हैं कि नेशनल टीम एशिया में टॉप-10 में जगह बनाए। ऐसा होना संभव करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि ये युवा खिलाड़ी आगे आएं और सीनियर टीम के लिए अच्छे परिणाम हासिल करें।"

इंडियन कैप्टन ने 2017 में भारत में हुए अंडर-17 विश्वकप में खेलने वाले इंडियन प्लेयर्स का उदाहरण दिया। भले ही उस टीम का हिस्सा रहने वाले ज्यादातर प्लेयर्स अभी भी युवा हैं, लेकिन छेत्री को लगता है कि उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है।

उन्होंने कहा, "आपको देखना चाहिए कि अमरजीत, सुरेश और नरेंदर जैसे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास कितना बढ़ा हुआ है। वे अभी भी नेशनल टीम में सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक हैं। यह आत्मविश्वास काफी जरूरी है और मैं सीनियर टीम में इसे देखना चाहता हूं।"

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