शीर्ष यूरोपियन लीग में खेल रहे टॉप-5 एशियन फुटबॉल प्लेयर्स
इन खिलाड़ियों ने अपने दमदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
वो दिन गए जब यूरोप और लैटिन अमेरिका को मॉडर्न फुटबॉल का एकमात्र हॉटबेड माना जाता था। अब ये खेल दुनिया के अन्य हिस्सों में भी फैल गया है और एशियन फुटबॉल प्लेयर्स भी अपने टेलेंट और स्किल के आधार पर भी सुर्खियों में बने रहते हैं। एशियन फुटबॉलर्स ने पिछले कुछ सालों में काफी विकास किया है।
पिछले दशक में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस महाद्वीप से निकले हैं, जिनमें से कुछ ने प्रीमियर लीग, ला-लीगा, बुंडेसलीगा और सीरी-ए जैसी सबसे लोकप्रिय यूरोपियन लीगों में से कुछ टॉप टीमों का प्रतिनिधित्व भी किया है। ऐसे ही टॉप पांच एशियन फुटबॉलर्स के बारे में हम आपको बता रहे हैं, जो टॉप यूरोपियन लीग में खेल रहे हैं:
5. ह्वांग ही-चान (आरबी लीपजिग)
साउथ कोरिया के ह्वांग ही-चान ने हाल ही में आरबी साल्जबर्ग से आरबी लीपजिग में जाने के लिए की गई 15 मिलियन डॉलर की डील के कारण सुर्खियों में रहे थे। इर्लिंग हालैंड के पुराने साथी ह्वांग अगले सीजन से बुंडेसलीगा में खेलेंगे। 24 साल के ह्वांग का पहला हाई-प्रोफाइल मूव 2015 में सामने आया था जब वह ऑस्ट्रियाई क्लब एफसी लिफरिंग में शामिल हुए। अगले साल उन्होंने आरबी साल्जबर्ग में स्विच किया और धीरे-धीरे एक बेहतरीन फॉरवर्ड के रूप में मशहूर हो गए।
कोच जेसी मार्श के अंडर अपने पुराने क्लब में लौटने और स्टार्टर में फर्स्ट चॉइस बनने से पहले वह लोन पर हैम्बर्ग एसवी के लिए 2018-19 सीजन में खेले जो उनके लिए काफी सफल रहा था। उन्होंने पिछले सीजन में अपने कैंपेन के दौरान क्लब के लिए 16 गोल और 22 असिस्ट किए। अपनी वर्क-रेट के लिए पहचाने जाने वाले ह्वांग अगर अपना परफॉर्मेंस जारी रखते हैं तो वह बेशक आने वाले दिनों में बड़े यूरोपियन क्लबों के लिए खेल सकते हैं।
4. ताकुमी मिनामिनो (लिवरपूल)
लिवरपूल के ताकुमी मिनामिनो एशियन फुटबॉलर्स की इस लिस्ट में अगले प्लेयर हैं। विंगर ताकुमी जनवरी में 8.5 मिलियन यूरो की डील के बाद आरबी सालज्बर्ग से मर्सीसाइड स्थित क्लब में चले गए। वो अभी तक लिवरपूल की ओर से शुरुआती 11 में शामिल नहीं हुए हैं, हालांकि वो इस क्लब की ओर से आठ मैच खेल चुके हैं। अभी तक उन्होंने अपने नए क्लब की ओर से एक भी गोल नहीं दागा है। मिनामिनो ने सबसे ज्यादा प्रभावित आरबी सालज्बर्ग की ओर से खेलते हुए किया। सेरेजो ओसाका के इस पूर्व खिलाड़ी ने ऑस्ट्रियन क्लब की तरफ से सभी कॉम्पटीशन में 199 मैच खेले और 64 गोल दागे, साथ ही 44 में असिस्ट दिए। जनवरी ट्रांसफर विडों के दौरान अलग होने से पहले मिनामिनो, हालैंड और ह्वांग की ये तिगड़ी क्लब के अटैकिंग लाइन की ताकत थी।
मिनामिनो ने चैंपियंस लीग 2019-20 में अपने मौजूदा क्लब के खिलाफ दो मैच खेले थे, 2 अक्टूबर को जब वह पहली बार अपनी लिवरपूल के सामने आए थे तब उन्होंने एक गोल दागा था और एक असिस्ट किया था। जापान के इस प्लेयर का सबसे बड़ा हथियार उनकी स्पीड है और ऐसे में अगर वह प्रीमियर लीग के अगले सीजन में खेलते हुए दिख जाएं तो शायद ही किसी को हैरानी होगी।
3) ली कैंग-इन (वेलेंसिया)
ली कैंग दस साल से वेलेंसिया से जुड़े हुए हैं। उन्होंने महज दस साल की उम्र में इसी क्लब के साथ फुटबॉल करियर की शुरुआत की और जूनियर टीम में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें सीनियर टीम में मौका दिया गया। वह अब तक नेशनल टीम के लिए 35 मैच खेल चुके हैं।
वह पिछले साल बार्सिलोना को मात देकर कोपा डेल रे जीतने वाली वेलेंसिया की टीम का हिस्सा थे। वह चैंपियंस लीग में छह मैचों में स्टार्टिंग इलेवन का हिस्सा रहे, तो वहीं ला-लीगा में गोल भी कर चुके हैं। मैदान पर सटीक पास और क्रिएटिविटी के कारण 19 साल के इस खिलाड़ी की तुलना मैनचेस्टर सिटी के डेविड सिल्वा से होती है। पिछले साल अंडर-20 वर्ल्ड कप में उन्हें गोल्डन बॉल मिली थी।
2) ताकेफूसा कूबो (रियल मेड्रिड)
ताकेफूसा को जापान का लियोनेल मेसी कहा जाता है। उनका नाम रियाल मैड्रिड और बार्सिलोना दोनों से जुड़ चुका है। कूबो ने साल 2011 में बार्सिलोना की यूथ अकेडमी के साथ अपना सफर शुरू किया था। पिछले साल वह रियल मेड्रिड की ओर से प्री-सीजन में खेले थे, हालांकि इसके बाद रियल मालरोका ने उन्हें पूरे सीजन के लिए लोन पर क्लब में शामिल कर लिया था।
इस सीजन वह 36 मैच खेलें जिसमें पांच गोल के साथ पांच एसिस्ट भी दिए। वह अपनी ड्रिबलिंग स्किल, पासिंग एक्यूरेसी और लॉन्ग रेंज शॉट्स के लिए जाने जाते हैं।
1) सोन ह्यूंग मिन
फुटबॉल में ऐसे बहुत कम फैंस है जिन्हें टोटेनहम के इस उभरते हुए स्टार के बारे में न पता हो। वह मौजूदा समय में एशियन फुटबॉल के सबसे बड़े स्टार हैं और एफसी सियोल का यह पूर्व खिलाड़ी साल 2008 में हैमबर्गर की अंडर-17 टीम में शामिल था। वह टोटेनहम से जुड़ने से पहले बेयर लेवरकुसेन के लिए कुछ साल तक खेले थे और उन्हें फिर 30 मीलियन यूरो में टोटेनहम ने खरीदा था।
28 साल का यह खिलाड़ी अब तक 220 से ज्यादा मैच खेल चुके हैं और पिछले साल टीम को चैंपियंस लीग के फाइनल में पहुंचने में भी उनका अहम रोल रहा था।
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