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फुटबॉल समाचार

इंडियन फुटबॉल में साल 2020 में हुए पांच बड़े डेवलपमेंट्स

Published at :December 30, 2020 at 1:27 AM
Modified at :December 30, 2020 at 1:27 AM
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Gagan


हम कह सकते हैं कि ये साल भारत में फुटबॉल के लिए काफी अच्छा रहा।

साल 2020 में इंडियन फुटबॉल में कई सारी चीजें हुईं। कोरोना वायरस के बावजूद कई ऐसे मोमेंट्स आए जो काफी अहम रहे और कुछ ऐसे फैसले भी लिए गए जिसने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। बाला देवी का यूरोपियन लीग में खेलने से लेकर दो दिग्गज क्लबों का आपस में विलय समेत कई कई बड़ी चीजें इस साल इंडियन फुटबॉल में हुईं।

हम आपको इस आर्टिकल में 2020 में इंडिया में फुटबॉल में हुए पांच बड़े डेवलपमेंट्स के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं कौन-कौन सी चीजें इसमें शामिल हैं:

5. बाला देवी टॉप यूरोपियन लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर बनीं

बाला देवी भारत की एक जबरदस्त महिला फुटबॉलर हैं। वो इंडियन नेशनल वुमेंस टीम की कैप्टन हैं। इसके अलावा इसी साल जनवरी में उन्होंने स्कॉटिश वुमेंस प्रीमियर लीग की टीम रेंजर्स एफसी के साथ करार भी किया था। इसके साथ ही वो टॉप फ्लाइट यूरोपियन क्लब के लिए प्रोफेशनल कॉन्ट्रैक्ट साइन करने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर बन गईं।

यही नहीं बाला देवी ने मदरवेल एफसी के खिलाफ मुकाबले में शानदार गोल कर भी इतिहास रच दिया था। ये कहना गलत नहीं होगा कि भारत में वो करोड़ों महिला खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गई हैं।

4. एटीके और मोहन बगान की टीमों का आपस में मिलना

एटीके और मोहन बगान का आपस में मिलन इस साल इंडियन फुटबॉल के सबसे बड़े डेवलपमेंट्स में से एक रहा। जनवरी में इंडियन सुपर लीग की चैंपियन एटीके और आई-लीग की चैंपियन मोहन बगान का आपस में विलय हुआ और इनका नया नाम एटीके मोहन बगान रखा गया।

इसके बाद भारत की सबसे पुरानी फुटबॉल क्लब में से एक मोहन बगान की आईएसएल में एंट्री के दरवाजे खुल गए। भले ही दो क्लबों को आपस में मिला दिया गया लेकिन मोहन बगान की जो लीगेसी थी उसे लगभग बरकरार रखा गया। टीम ग्रीन और मैरून के कलर में ही नजर आई।

3. ईस्ट बंगाल की टीम बनी आईएसएल का हिस्सा

https://www.youtube.com/watch?v=gUwXdpcKBKY

एक तरफ जहां मोहन बगान ने एटीके के साथ मर्ज होकर आईएसएल में एंट्री ली तो वहीं दूसरी तरफ ईस्ट बंगाल ने भी अलग तरीके से इस टूर्नामेंट में अपनी जगह बनाई। श्री सीमेंट के रूप में टीम को नया स्पॉन्सर मिला और इसके बाद फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड की फाउंडर और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने ईस्ट बंगाल के आईएसएल में आने का ऐलान किया। एक बिडिंग प्रक्रिया के तहत ईस्ट बंगाल ने सारी फॉरमैलिटी सितंबर के महीने में पूरी की। इसके बाद कोलकाता की दोनों दिग्गज टीमें आईएसएल का हिस्सा बन गईं।

2. एएफसी एशियन कप 2027 की मेजबानी के लिए भारत ने की बिडिंग

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने 16 दिसंबर को ऐलान किया कि उन्होंने एएफसी एशियन कप 2027 की मेजबानी के लिए सफलतापूर्वक बिडिंग की है। जैसे ही ये खबर सामने सबने मिलकर गर्मजोशी के साथ इसका स्वागत किया।

भारत ने हाल ही में दिखाया था कि वो वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन कराने में सक्षम हैं। उदाहरण के तौर पर लें तो भारत ने 2017 के अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप की सफलतापूर्वक मेजबानी की थी। इसके अलावा 2022 में अंडर-17 वुमेंस वर्ल्ड कप को भी भारत होस्ट करेगा, उसके बाद 2022 का एएफसी वुमेंस एशियन कप भी भारत में ही खेला जाएगा।

एएफसी एशियन कप की होस्टिंग के लिए बिडिंग में भारत का मुकाबला कतर, ईरन और सऊदी अरब जैसे बड़े देशों के साथ होगा।

1. एफसी गोवा का एएफसी चैंपियंस लीग के लिए डायरेक्ट क्वालीफाई करना

एफसी गोवा ने 2020 की शुरुआत में इतिहास रच दिया था। वो एएफसी चैंपियंस लीग के ग्रुप स्टेज के लिए डायरेक्ट क्वालीफाई करने वाली पहली इंडियन फुटबॉल क्लब बन गई थी। आईएसएल के पिछले सीजन में एफसी गोवा की टीम लीग स्टेज में प्वॉइंट्स टेबल में टॉप पर रही थी और इसके बाद उन्होंने ये कारनामा किया था। हालांकि टीम को भले ही फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने इससे कहीं बड़ी चीज हासिल कर ली थी।

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