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कबड्डी न्यूज

PKL: पीकेएल इतिहास के सर्वश्रेष्ठ विदेशी खिलाड़ियों की ऑल-टाइम टीम

Published at :August 29, 2022 at 11:37 PM
Modified at :December 13, 2023 at 1:01 PM
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(Courtesy : PKL)

Rahul Gupta


इन खिलाड़ियों ने लीग में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है।

प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) एक ऐसा मंच है जहां पर ना केवल भारतीय बल्कि विदेशी प्लेयर्स को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलता है। अभी तक कई ऐसे विदेशी खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने पीकेएल में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। खासकर ईरान के प्लेयर्स का दबदबा रहा है और लगभग हर एक टीम में ईरानी खिलाड़ी होते हैं। पीकेएल के 9वें सीजन के ऑक्शन के दौरान फजल अत्राचली के लिए एक करोड़ से ज्यादा की बोली लगी। वहीं नए खिलाड़ी अमीरहुसैन बास्तामी के लिए भी 65.10 लाख की बोली लगी। इससे पता चलता है कि विदेशी खिलाड़ियों को भी पीकेएल में उतनी ही अहमियत मिलती है।

पीकेएल के आठ सीजन के दौरान कई विदेशी खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है और अपनी टीम की जीत में भूमिका निभाई है। हम आपको इस आर्टिकल में विदेशी खिलाड़ियों से सजी ऑल टाइम पीकेएल सेवन के बारे में बताएंगे।

राइट कॉर्नर - अबोजार मिघानी (ईरान)

अबोजार मिघानी ने अपना पीकेएल डेब्यू गुजरात जायंट्स के लिए किया था और अपने पहले ही सीजन में 50 टैकल प्वॉइंट हासिल करने उन्होंने सबको काफी प्रभावित किया। छठे सीजन में उन्हें तेलुगु टाइटंस ने 76 लाख की बड़ी रकम में खरीदा और उस सीजन भी उन्होंने 56 प्वॉइंट हासिल किए। यही वजह रही कि टाइटंस ने सातवें सीजन में उनके लिए एफबीएम कार्ड का प्रयोग किया लेकिन उनका परफॉर्मेंस वैसा नहीं रहा। आठवें सीजन में अबोजार मिघानी बंगाल वॉरियर्स का हिस्सा बने और 43 टैकल प्वॉइंट हासिल करके उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित की। 9वें सीजन में वो यूपी योद्धा की तरफ से खेलते हुए नजर आएंगे।

राइट इन - जैंग कुन ली (साउथ कोरिया)

पीकेएल के ऑल टाइम प्लेइंग सेवन में जैंग कुन ली की जगह निश्चित तौर पर बनती है। वो लीग में 400 रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले पहले विदेशी प्लेयर हैं। उन्होंने बंगाल वॉरियर्स की तरफ से खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। ली अपने स्कॉर्पियन किक के लिए मशहूर हैं। उन्होंने बंगाल वॉरियर्स के लिए कई साल तक खेला और इस दौरान 411 रेड प्वॉइंट और 22 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। सातवें सीजन में वो पटना पाइरेट्स की टीम में थे और इस दौरान 16 मैचों में 60 प्वॉइंट हासिल किए थे। हालांकि आगामी सीजन में वो खेलते हुए नहीं नजर आएंगे।

राइट कवर - फरहाद मिलागर्दन (ईरान)

एक और ईरानी खिलाड़ी फरहाद मिलागर्दन को भी हमने इस टीम में जगह दी है। वो एक बेहतरीन ऑलराउंड प्लेयर हैं और राइट कवर के लिए शानदार विकल्प हैं। उन्होंने अपना डेब्यू पांचवें सीजन में किया था लेकिन छठा और सातवां सीजन उनके लिए ज्यादा अच्छा रहा। उन्होंने 22 मैचों में 78 प्वॉइंट हासिल किए हैं।

सेंटर - मोहम्मद इस्माइल नबीबख्श (ईरान)

मोहम्मद नबीबख्श को अगर सबसे बेहतरीन विदेशी ऑलराउंडर कहा जाए तो गलत नहीं होगा। सातवें सीजन में बंगाल वॉरियर्स को चैंपियन बनाने में उनकी अहम भूमिका थी। वो उस सीजन सबसे महंगे विदेशी प्लेयर भी बने थे। बंगाल वॉरियर्स ने उन्हें 77.75 लाख में खरीदा था। नबीबख्श उन चुनिंदा प्लेयर्स में से एक हैं जिनके नाम सुपर-10 और हाई फाइव दोनों हैं। उन्होंने सातवें सीजन में सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में बंगाल वॉरियर्स की कप्तानी भी की और उनको टाइटल जिताया। आगामी सीजन में वो पुनेरी पलटन की तरफ से खेलते हुए नजर आएंगे। टीम ने उन्हें 87 लाख में खरीदा।

लेफ्ट कवर - मेराज शेख (ईरान)

मेराज शेख पीकेएल में कप्तानी करने वाले पहले विदेशी खिलाड़ी थे। उन्होंने दूसरे सीजन में तेलुगु टाइटंस की कप्तानी की थी। उन्होंने काफी कम समय में ही अपने आपको एक बेहतरीन ऑलराउंडर के तौर पर स्थापित कर लिया। चौथे सीजन में वो दबंग दिल्ली का हिस्सा बने और उनकी कप्तानी करते हुए 63 रेड प्वॉइंट के अलावा 12 टैकल प्वॉइंट भी हासिल किए। इसके बाद अगले सीजन में 96 रेड प्वॉइंट और 8 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। पीकेएल के पांचवें सीजन में वो 104 प्वॉइंट के साथ बेस्ट ऑलराउंडर साबित हुए थे। छठे सीजन में भी उनके नाम 96 रेड प्वॉइंट थे। हालांकि उसके बाद इंजरी की वजह से वो पीकेएल में हिस्सा नहीं ले पाए।

लेफ्ट इन - मोहम्मदरेजा चियानेह (ईरान)

मोहम्मदरेजा चियानेह ने अभी तक मात्र एक ही पीकेएल सीजन खेला है लेकिन इसी दौरान उन्होंने बता दिया है कि वो लंबी रेस के घोड़े साबित होने वाले हैं। आठवें सीजन में पटना पाइरेट्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया और सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले डिफेंडर बने। मोहम्मदरेजा ने एक ही सीजन में 89 टैकल प्वॉइंट हासिल कर सबको चौंका दिया। यही वजह रही कि आगामी सीजन के लिए पटना ने उन्हें 74.60 लाख की रकम में रिटेन किया है। भले ही उन्होंने एक ही सीजन खेला है लेकिन इस टीम में उनकी जगह निश्चित तौर पर बनती है।

लेफ्ट कॉर्नर - फजल अत्राचली (ईरान)

फजल अत्राचली पीकेएल इतिहास के सबसे सफल विदेशी खिलाड़ी हैं। सुल्तान के नाम से मशहूर फजल ने कई सीजन तक यू-मुम्बा की कप्तानी की। वो लीग के इतिहास में सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने अभी तक 141 मैचों में 342 टैकल प्वॉइंट हासिल किए हैं। यही वजह है कि 9वें सीजन के ऑक्शन के दौरान पुनेरी पलटन ने उन्हें 1 करोड़ 38 लाख की रकम में खरीदा और सबसे महंगे विदेशी प्लेयर बने। फजल अत्राचली इस टीम के कप्तान भी होंगे।

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