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कबड्डी न्यूज

पीकेएल: आगामी सीजन से पहले इन खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहेगी तमिल थलाइवाज

Published at :March 25, 2022 at 12:30 AM
Modified at :December 13, 2023 at 1:01 PM
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(Courtesy : PKL)

ADITYA RAJ


टीम के लिए आठवां सीजन काफी निराशाजनक रहा।

प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के 8वें सीजन में तमिल थलाइवाज का परफॉर्मेंस काफी खराब रहा। टीम 22 में से सिर्फ पांच ही मुकाबले जीत सकी, जबकि 11 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। तो वहीं छह मैच टीम ने टाई खेले। यही वजह रही कि तमिल थलाइवाज प्वॉइंट्स टेबल में 11वें पायदान पर रही। वो सिर्फ तेलुगु टाइटंस से ही ऊपर थे और इसकी वजह उनका शर्मनाक प्रदर्शन था। टीम ने डिफेंस में तो अच्छा काम किया लेकिन रेडिंग में फ्लॉप रहे।

तमिल थलाइवाज की टीम चाहेगी कि इस पीकेएल सीजन को भुलाकर वो अगले सीजन की नए सिरे से तैयारी करें। ऐसे में सबसे पहले उन्हें ये ध्यान देना होगा कि वो किन प्लेयर्स को रिटेन करें और किन्हें रिलीज करें। टीम के कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने पीकेएल के 8वें सीजन में अपने परफॉर्मेंस से काफी प्रभावित किया। इन खिलाड़ियों ने दिखाया कि इनके ऊपर भरोसा जताया जा सकता है। रिटेंशन की अगर बात करें तो टीम छह खिलाड़ियों को एलीट रिटेन्ड प्लेयर्स कैटेगरी और छह प्लेयर्स को न्यू यंग प्लेयर्स कैटेगरी के तहत रिटेन कर सकती है। हम आपको बताते हैं कि वो कौन-कौन से प्लेयर हैं जिन्हें आगामी पीकेएल के ऑक्शन से पहले तमिल थलाइवाज को रिटेन करना चाहिए।

प्लेयर्स जिन्हें तमिल थलाइवाज को रिटेन करना चाहिए

इस पीकेएल सीजन थलाइवाज के लिए रेडिंग डिपार्टमेंट में मंजीत और अजिंक्य पंवार जैसे खिलाड़ियों ने दमदार खेल दिखाया। मंजीत ने पिछले सीजन पुनेरी पलटन के लिए एक जबरदस्त रेडर की भूमिका निभाई थी और उसी वजह से उन्हें इस सीजन तमिल थलाइवाज ने अपनी टीम के लिए खरीदा था। हालांकि वो उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, जितना उनसे उम्मीद थी लेकिन इसके बावजूद वो टीम के टॉप स्कोरर रहे।

मंजीत ने 20 मैचों में 167 प्वॉइंट हासिल किए। मंजीत लंबे कद के प्लेयर हैं। ऐसे में उन्हें रोकना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा उनका फुटवर्क भी काफी बेहतरीन होता है। पिछले दो सीजन के अनुभव से उन्होंने काफी सीख हासिल की होगी, ऐसे में मंजीत को रिटेन किया जा सकता है।

अजिंक्य पंवार को भी एक बार और मौका देना चाहिए। डू और डाई सिचुएशन में उनका परफॉर्मेंस इस सीजन लाजवाब रहा। उन्होंने बीते सीजन 18 मैचों में कुल मिलाकर 114 प्वॉइंट हासिल किए। इनमें से 42 प्वॉइंट उन्होंने डू और डाई सिचुएशन में हासिल किए। इससे पता चलता है कि इस तरह की परिस्थितियों में वो काफी उपयोगी प्लेयर हैं। कई मैचों में इस तरह के प्लेयर की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

सागर और सुरजीत सिंह के ऊपर जताया जा सकता है भरोसा

रेडिंग में भले ही केवल मंजीत अकेले हीरो साबित हुए लेकिन डिफेंस में दो दिग्गज सागर और सुरजीत सिंह ने अपनी मौजूदगी का एहसास कराया। सागर इस पीकेएल सीजन दूसरे सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले प्लेयर रहे। उन्होंने 22 मैचों में 82 प्वॉइंट हासिल किए और इस दौरान उन्होंने आठ सुपर-10 लगाए। इसके अलावा उन्होंने आठ सुपर टैकल भी किए। इससे पता चलता है कि तमिल थलाइवाज के डिफेंस में उनका कितना बड़ा योगदान रहा और उन्हें क्यों रिटेन किया जाना चाहिए।

वहीं दूसरी तरफ अगर कप्तान सुरजीत सिंह की बात करें तो उन्होंने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाया। तमिल थलाइवाज के लिए सुरजीत सिंह ने 20 मैचों में 53 प्वॉइंट हासिल किए। सुरजीत और सागर की जोड़ी ने मिलकर कई मैचों में टीम की वापसी कराई। ऐसे में अगर सागर के साथ सुरजीत को बरकरार रखा जाता है तो इससे तमिल थलाइवाज को काफी फायदा होगा। इन दोनों के बीच एक अच्छा कॉम्बिनेशन बन चुका है और अगले सीजन भी टीम इन्हीं के इर्द-गिर्द रह सकती है।

तमिल थलाइवाज को अगले पीकेएल सीजन के लिए अपने रेडिंग विभाग में काम करना होगा। टीम को कुछ बेहतरीन रेडर्स टीम में लाने होंगे। मंजीत को असिस्ट करने के लिए एक-दो अच्छे रेडर्स को लाना होगा। इसके बाद टीम काफी खतरनाक बन सकती है।

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