PKL 10 में कैसा रहा परदीप नरवाल का प्रदर्शन, क्या अगले सीजन होंगे रिटेन?

दिग्गज रेडर PKL 10 में पूरी तरह से नाकाम रहे।
प्रो कबड्डी लीग (PKL) के इतिहास में जब भी रेडिंग की बात होती है तो परदीप नरवाल का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ‘डुबकी किंग’ के नाम से मशहूर परदीप नरवाल अभी तक पीकेएल के कई बड़े रिकॉर्ड्स तोड़ चुके हैं। उनके नाम पीकेएल इतिहास में 1690 रेड प्वॉइंट हैं और इस मामले में कोई दूसरा रेडर उनके आस-पास भी नहीं है। परदीप नरवाल के बाद दूसरे नंबर पर मनिंदर सिंह हैं, जिनके 1428 प्वॉइंट हैं। वो तीसरे और पांचवें सीजन में सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले खिलाड़ी थे।
परदीप नरवाल ने पांचवें सीजन के दौरान रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी थी। उन्होंने इस सीजन 26 मैचों में 369 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे। पीकेएल इतिहास में किसी भी रेडर का ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके अलावा परदीप ने हरियाणा स्टीलर्स के खिलाफ प्लेऑफ मुकाबले में 34 रेड प्वॉइंट हासिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया था। उन्होंने एक ही रेड में आठ प्वॉइंट लाने का कारनामा भी किया था, जो कि एक रिकॉर्ड है।
हालांकि पिछले कुछ सीजन से परदीप नरवाल उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जिसके लिए वो जाने जाते हैं। पीकेएल-10 के दौरान भी परदीप नरवाल उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। आइए जानते हैं पीकेएल के 10वें सीजन में परदीप नरवाल ने किस तरह का परफॉर्मेंस दिया।
पीकेएल 10 में परदीप नरवाल रहे फ्लॉप
यूपी योद्धा पीकेएल के दसवें सीजन के दौरान प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रही। यूपी पिछले सीजन के प्रदर्शन को दोहराने में असमर्थ रही, जहां वो प्वॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर रहे थे। इस बार टीम अंक तालिका में 11वें स्थान पर रही। उन्होंने इस सीजन कुल 22 मैच खेले, जिनमें से उन्हें केवल चार जीत मिली और 17 बार हार झेलनी पड़ी और उनका एक मुकाबला टाई रहा। इसका एक बड़ा कारण परदीप नरवाल का रेडिंग में नहीं चलना रहा।
परदीप नरवाल ने इस सीजन कुल मिलाकर 17 मैच खेले, जिसमें सिर्फ 122 रेड प्वॉइंट ही हासिल कर पाए। इस दौरान उन्होंने 6 सुपर-10 लगाया और दो बार सुपर रेड किया। उन्होंने सिर्फ 37 प्रतिशत ही सफल रेड किए और इससे पता चलता है कि उनका परफॉर्मेंस कितना खराब रहा।
परदीप नरवाल के अंदर नहीं दिखी पहले जैसी स्पीड
डुबकी किंग ने कुछ मौकों पर जरुर बेहतर किया और अपनी डुबकी का बेहतरीन नजारा भी दिखाया लेकिन ज्यादातर मौकों पर वो असफल रहे। डिफेंडर्स ने उन्हें काफी आसानी से टैकल किया। इसकी वजह ये रही कि परदीप नरवाल के अंदर वो पहले जैसी स्पीड नहीं दिखी, जिसके लिए वो जाने जाते थे। उनका फीट मूवमेंट काफी स्लो रहा और इसी वजह से एंकल होल्ड करने या वेस्ट होल्ड करने में डिफेंडर्स को कोई दिक्कत नहीं होती थी। कई मौकों पर एक अकेले डिफेंडर ने भी उन्हें टैकल किया। इसलिए ओवरऑल कह सकते हैं कि परदीप नरवाल पीकेएल-10 में प्रभावित करने में नाकाम रहे।
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Sawan Gupta is a passionate sports enthusiast with a strong interest in cricket, hockey, badminton, and kabaddi. He supports RCB in the IPL and UP Yoddhas in the PKL, and admires PV Sindhu and Virat Kohli. Since 2017, Sawan has been writing sports articles, covering major events like the Pro Kabaddi League, Asian Games, Olympics, and various cricket tournaments.
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