PKL 11 में यू मुम्बा की ताकतें और कमजोरियां
PKL 11 में यू मुम्बा अपना पहला मैच 18 अक्टूबर को खेलेगी।
यू मुम्बा (U Mumba) प्रो कबड्डी लीग के दूसरे सीजन की चैंपियन होने के अलावा 3 बार की फाइनलिस्ट टीम रही है। यह पूर्व पीकेएल चैंपियन टीम पिछले तीन सीजन में लगातार प्लेऑफ तक जाने में नाकाम रही है और दसवें सीजन में यू मुम्बा को 10वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा था।
गुलामरेजा मजनदरानी की कोचिंग में पिछले सीजन यू मुम्बा कुछ खास बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। सीजन के बीच में सुरिंदर सिंह चोटिल हो गए थे, जिसके कारण उन्हें कई मैच मिस करने पड़े। वहीं शुरुआत से ही टीम का कॉम्बिनेशन सेट नहीं हो पा रहा था। गुमान सिंह ने रेडिंग में टीम को अच्छी शुरुआत तो दिलाई थी, लेकिन आगे चलकर वो भी चोटिल हो गए थे। बता दें पीकेएल के 11वें सीजन (PKL 11) के लिए मुंबई की टीम ने युवाओं और अनुभवी खिलाड़ियों का एक बढ़िया कॉम्बिनेशन तैयार किया है।
इस आर्टिकल में आइए जानते हैं कि PKL 11 में यू मुम्बा का मजबूत और कमजोर पक्ष क्या होगा।
टीम का मजबूत पक्ष
पीकेएल में यू मुम्बा का सबसे मजबूत पक्ष डिफेंस में नजर आ रहा है। अपनी कप्तानी में जयपुर पिंक पैंथर्स को PKL 9 का चैंपियन बनाने और सीजन 10 में टीम को प्लेऑफ में पहुंचाने वाले सुनील कुमार को 1.015 करोड़ रुपये में खरीदा है। राइट कॉर्नर पर रिंकू सिंह और लेफ्ट कॉर्नर पर सोमबीर को टीम ने पहले ही रिटेन कर लिया था। एक तरफ राइट कवर पर सुनील होंगे और लेफ्ट कवर पर परवेश भैंसवाल का अनुभव। ये खिलाड़ी यू मुम्बा को डिफेंस के मामले में टॉप टीम साबित कर रहे हैं।
सुनील कुमार इस बार यू मुम्बा के कप्तान की भूमिका निभा सकते हैं। दूसरी ओर रेडिंग की बात करें तो ऑक्शन में टीम ने गुमान सिंह पर फाइनल बिड मैच (FBM) कार्ड खेलने की कोशिश की थी, लेकिन गुजरात ने 1.97 करोड़ रुपये की बोली लगाकर गुमान को उनसे छीन लिया था। फिर भी मनजीत दहिया के रूप में यू मुम्बा ने एक प्रतिभाशाली और टॉप रेडर को अपने साथ जोड़ लिया है। मनजीत जिनपर 80 लाख रुपये की बोली लगी थी।
मजबूत है बेंच स्ट्रेंथ
यू मुम्बा की बेंच स्ट्रेंथ भी बहुत तगड़ी नजर आ रही है। रेडिंग में सतीश कनन और युवा कबड्डी सीरीज से आए स्टुवर्ट सिंह भी टीम की रेडिंग को मजबूत बना रहे होंगे। वहीं डिफेंस में आशीष कुमार और दीपक कुंडु जैसे युवा खिलाड़ी रेडरों की मुश्किल बढ़ाने को बेताब होंगे।
टीम का कमजोर पक्ष
यू मुम्बा के स्क्वाड को देखा जाए तो उसमें टॉप रेडरों की साफ कमी नजर आ रही है। मनजीत दहिया ने पिछले सीजन पटना पाइरेट्स के लिए खेलते हुए 115 रेडिंग पॉइंट्स हासिल किए थे। मगर उनके अलावा टीम के पास दूसरा कोई टॉप रेडर नहीं है, इसलिए मेन सपोर्टिंग रेडर की भूमिका में ईरान के ऑलराउंडर खिलाड़ी आमिर मोहम्मद जफरदानेश नजर आ सकते हैं।
दसवें सीजन उन्होंने 141 रेड पॉइंट और 7 टैकल पॉइंट्स अर्जित किए थे। तीसरे रेडर के तौर पर यू मुम्बा शिवम का साथ चुन सकती है। परिस्थिति स्पष्ट नजर आ रही है कि रेडिंग में मनजीत पर बहुत ज्यादा भार रहने वाला है और इससे दबाव में आकर उनका प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर भी रह सकता है।
इन खिलाड़ियों पर होंगी नजरें
यू मुम्बा के लिए PKL 11 में सबसे अहम खिलाड़ी सुनील कुमार ही साबित होंगे। अगर उन्हें कप्तान बनाया जाता है तो देखना दिलचस्प होगा कि वो किस तरह से प्लेइंग 7 कॉम्बिनेशन बनाते हैं। दूसरी ओर मनजीत दहिया टीम के मेन रेडर के तौर पर कितना सफल हो पाते हैं, वहीं परवेश भैंसवाल पिछले सीजन तेलुगू टाइटंस के लिए कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उनके अलावा कई युवाओं पर भी नजर रहेगी।
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