रिलीविंग पीकेएल 4: जब पटना पाइरेट्स ने लगातार दूसरी बार उठाया खिताब

(Courtesy : PKL)
पटना पाइरेट्स ने लगातार दूसरी बार टाइटल जीता था।
पीकेएल का तीसरा सीजन खत्म होने के बाद अगला सीजन महज कुछ ही महीने बाद शुरू हो गया था। 2016 ऐसा साल था जब दो बार पीकेएल का आयोजन हुआ था। चौथे सीजन की अगर बात करें तो पटना पाइरेट्स ने टाइटल जीता था और लगातार दूसरी बार खिताब जीतने का कारनामा किया था। पटना ने फाइनल मुकाबले में जयपुर पिंक पैंथर्स को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था। लगातार तीन सीजन से फाइनल खेलती आ रही यू-मुम्बा की टीम इस सीजन प्लेऑफ में भी नहीं पहुंच पाई थी।
ऑक्शन
पीकेएल के लिए चौथे सीजन के ऑक्शन में मोहित छिल्लर सबसे महंगे प्लेयर साबित हुए थे। उन्हें 53 लाख की भारी-भरकम रकम में बेंगलुरू बुल्स ने खरीदा था। यू-मुम्बा में सुरेंदर नाडा के साथ मिलकर मोहित छिल्लर ने काफी जबरदस्त जोड़ी बनाई थी और इसी वजह से इन्हें 'सुमो' नाम भी मिल गया था। वहीं इस सीजन ईरान के फजल अत्राचली को डिफेंडिंग चैंपियन पटना पाइरेट्स ने 38 लाख की रकम में खरीदा था और उनके देश के बाकी प्लेयर्स के लिए भी अच्छी बोली लगी थी। मेराज शेख ट्रेड के जरिए तेलुगु टाइटंस से दबंग दिल्ली का हिस्सा बने थे और उन्हें 19 लाख रुपए मिले थे। ऑक्शन के दौरान 196 में से 96 खिलाड़ियों के लिए बोली लगी थी और कुल 12.82 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
टॉप रेडर्स
राहुल चौधरी - 16 मैचों में 146 रेड प्वॉइंट
राहुल चौधरी इस सीजन के सबसे बेहतरीन रेडर साबित हुए थे। उन्होंने 16 मैचों में सबसे ज्यादा 146 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे और ये सीजन उनका सबसे बेस्ट सीजन साबित हुआ था। वो लगातार तेलुगु टाइटंस की तरफ से खेल रहे थे और उनके लीड रेडर बने हुए थे। राहुल चौधरी ने इस सीजन डू और डाई रेड में भी काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया था और अपनी उपयोगिता साबित की थी।
परदीप नरवाल - 16 मैचों में 131 रेड प्वॉइंट
पटना पाइरेट्स के लिए एक और सीजन काफी बेहतरीन साबित हुआ और उन्होंने टाइटल जीता। परदीप नरवाल जीत के नायक रहे और दूसरी बार पटना को चैंपियन बनाया। वो टॉप-5 रेडर्स की लिस्ट में शामिल रहे। उन्होंने चौथे सीजन में 16 मैचों में 131 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे।
दीपक हूडा - 16 मैचों में 126 रेड प्वॉइंट
भारतीय कबड्डी के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक दीपक हूडा इस सीजन पुनेरी पलटन की टीम में थे। उन्होंने 16 मैचों में 126 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे और डिफेंस में भी चार प्वॉइंट लिए थे। अजय ठाकुर के साथ मिलकर टीम के लिए उन्होंने एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन बनाया था, हालांकि डिफेंस में वो ज्यादा योगदान नहीं दे पाए थे।
टॉप डिफेंडर्स
फजल अत्राचली - 16 मैचों में 52 प्वॉइंट
ये पहली बार था जब किसी डिफेंडर ने प्वॉइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया था और फजल अत्राचली ने चौथे सीजन में अपनी एक पहचान बनाई थी। राम मेहर सिंह की कोचिंग में लेफ्ट कॉर्नर की पोजिशन पर वो काफी जबरदस्त साबित हुए थे और पूरे लीग के दौरान खेला था। वो उस सीजन के सबसे महंगे विदेशी प्लेयर थे और उन्होंने उसके साथ न्याय भी किया था।
अमित हूडा - 16 मैचों में 51 प्वॉइंट
अमित हूडा इस पीकेएल सीजन जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम का हिस्सा थे और उनके लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। वो पहले सीजन से ही खेल रहे थे और इसी वजह से उनके पास काफी एक्सपीरियंस हो गया था। रण सिंह के साथ मिलकर उन्होंने एक बेहतरीन कॉर्नर कॉम्बिनेशन बनाया था। उन्होंने कुल 51 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे।
मोहित छिल्लर - 14 मैचों में 47 टैकल प्वॉइंट
मोहित छिल्लर इस सीजन के सबसे महंगे प्लेयर थे और उन्होंने इसको सही भी साबित किया। वो तीसरे सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले डिफेंडर रहे। बेंगलुरू बुल्स के लिए उनका परफॉर्मेंस काफी बेहतरीन रहा था।
सुपर-10
राहुल चौधरी - 7
परदीप नरवाल - 5
रिशांक देवाडिगा - 2
हाई - फाइव
मंजीत छिल्लर - 5
मोहित छिल्लर - 4
धर्मराज चेरालाथन - 4
Sawan Gupta is a passionate sports enthusiast with a strong interest in cricket, hockey, badminton, and kabaddi. He supports RCB in the IPL and UP Yoddhas in the PKL, and admires PV Sindhu and Virat Kohli. Since 2017, Sawan has been writing sports articles, covering major events like the Pro Kabaddi League, Asian Games, Olympics, and various cricket tournaments.