पीकेएल का पहला सीजन कई मायनों में काफी खास रहा था।

साल 2014 के पहले तक कबड्डी का खेल भारत के केवल कुछ ही राज्यों तमिलनाडु, महाराष्ट्र और हरियाणा में ही मशहूर था। हालांकि पीकेएल का आगाज होने से ये आईपीएल के बाद देश की दूसरी सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग बन गई। 2014 के पहले के भास्करन, राजारतिनाम, राजू भावसर समेत कई दिग्गज थे जिन्होंने एशियन गेम्स समेत प्रमुख टूर्नामेंट में जीत हासिल की थी। हालांकि ये नाम आम लोगों के बीच उतने पॉपुलर नहीं थे।

पीकेएल ने पूरे कबड्डी का डायनेमिक्स ही बदल कर रख दिया। खासकर आर्थिक तौर पर काफी ज्यादा खिलाड़ियों को इससे फायदा हुआ और खिलाड़ी काफी पॉपुलर भी हो गए। वहीं इससे पहले तक काफी सारे विदेशी खिलाड़ी उतने ज्यादा लोकप्रिय नहीं थे लेकिन अब उनके नाम भी मशहूर हो गए हैं और इसमें ईरानी खिलाड़ी सबसे ज्यादा हैं। शायद यही वजह है ईरान ने पहली बार 2018 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।

पहले PKL सीजन का टाइटल Jaipur Pink Panthers की टीम ने जीता था। उन्होंने फाइनल मुकाबले में फेवरिट मानी जा रही यू-मुम्बा को हराया था।

Plenty of chances but no finished product

ऑक्शन

पहली बार ऑक्शन का आयोजन हुआ था और दीपक हूडा सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे। तेलुगु टाइटंस ने उन्हें 12.90 लाख की रकम में खरीदा था। इसके अलावा स्टार ऑलराउंडर राकेश कुमार को पटना पाइरेट्स ने 12.80 में खरीदा था। वहीं विदेशी प्लेयर्स में मुस्तफा नौदेही 6.60 लाख में पुनेरी पलटन का हिस्सा बने थे।

पहले सीजन के टॉप रेडर्स

अनूप कुमार

दिग्गज खिलाड़ी अनूप कुमार पीकेएल के पहले सीजन में U Mumba की टीम का हिस्सा थे और उन्होंने काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया था। अपने टो टच और बोनस स्किल के जरिए वो फैंस के फेवरिट बन गए थे। उन्होंने यू-मुम्बा को पहली बार पीकेएल के फाइनल में पहुंचाया था जहां पर उन्हें Jaipur Pink Panthers से हार का सामना करना पड़ा था।

राहुल चौधरी

पीकेएल के पोस्टर ब्वॉय Rahul Chaudhari पहले सीजन में Telugu Titans की टीम का हिस्सा थे और काफी जबरदस्त प्रदर्शन भी किया था। उनका औसत रेड प्वॉइंट 10 से ज्यादा का था जो बाकी प्लेयर्स में सबसे ऊपर था।

वहीं सीजन 1 के चैंपियन Jaipur Pink Panthers की ओर से खेलते हुए Jasvir Singh ने भी गजब का खेल दिखाया था।

पहले सीजन के टॉप डिफेंडर्स

मंजीत छिल्लर और सुरेंदर नाडा

मंजीत छिल्लर ने बेंगलुरू बुल्स की टीम का प्रतिनिधित्व पहले PKL सीजन में किया था और सुरेंदर नाडा यू-मुम्बा की टीम का हिस्सा थे। दोनों ही डिफेंडर्स ने 50 से ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे।

धर्मराज चेरालाथन

धर्मराज चेरालाथन को पहले अन्ना कहा जाता था और मैट पर वो काफी आक्रामक रहते थे। वो एक जबरदस्त कॉर्नर डिफेंडर थे और एंकल होल्ड उनकी सबसे बड़ी खासियत थी। वो 40 साल से ज्यादा का होने के बावजूद PKL में खेलते रहे और कई टीमों का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने पटना पाइरेट्स टीम के साथ चौथे सीजन में पीकेएल का टाइटल भी जीता था।

डिफेंस में Jaipur Pink Panthers की ओर से रोहित राणा ने बेहतरीन खेल दिखाया था।

हाई फाइव

सुरेंदर नाडा- 5

सुरेश कुमार- 4

सुरेश कुमार ने पीकेएल के शुरूआती सीजन पटना पाइरेट्स के लिए खेले थे।

सुपर 10

अनूप कुमार – 10

राहुल चौधरी – 8

सुपर टैकल

कालीमुत्थू बालामहेंद्रन – 6

कालीमुत्थू पहले सीजन में पुनेरी पलटन की टीम का हिस्सा थे।

संदीप नरवाल – 6

सुपर रेड

अनूप कुमार – 8

संदीप नरवाल – 7

Sandeep Narwal पीकेएल के शुरूआती सीजन में काफी जबरदस्त ऑलराउंडर की भूमिका अपनी टीम के लिए निभाते थे। वो अटैक और डिफेंस दोनों में प्वॉइंट्स लाते थे। उनके पास सोलो टैकल करने की भी क्षमता थी और वो अपने बैक होल्ड के लिए भी काफी मशहूर हुए।

पहले सीजन का टाइटल Jaipur Pink Panthers की टीम ने जीता था। कप्तान नवनीत गौतम और कोच के भास्करन की अगुवाई में टीम ने पहले सीजन की ट्रॉफी उठाई थी। उन्होंने फाइनल मुकाबले में फेवरिट मानी जा रही U Mumba को हराया था। मनिंदर सिंह Jaipur Pink Panthers के लिए स्टार रेडर साबित हुए थे।

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