जानिए क्यों गिरी कबड्डी के पोस्टर बॉय राहुल चौधरी की वैल्यू
(Courtesy : ProKabaddiLeague)
भारत में यह खिलाड़ी "द शोमैन" के नाम से मशहूर है।
राहुल चौधरी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। भारतीय कबड्डी के इस पोस्टर ब्वॉय को "द शोमैन' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में दमदार प्रदर्शन करके अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उत्तर प्रदेश के बिजनौर के एक गरीब परिवार से उठकर इन्होंने अपनी मेहनत के बल पर इस खेल में काफी बड़ा मुकाम हासिल किया है।
उन्होंने भारतीय कबड्डी टीम के साथ कई बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया है। वह वर्ष 2016 में हुए कबड्डी विश्वकप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय कबड्डी टीम का हिस्सा भी रहें हैं।
प्रो कबड्डी लीग में प्रदर्शन पर एक नजर
राहुल चौधरी ने अपने प्रो कबड्डी लीग करियर की शुरुआत तेलुगु टाइटंस के साथ पहले सीजन में की थी। वह लगातार छह सीजन एक ही फ्रेंचाइजी से खेलते रहे और हैदराबाद में एक बहुत अच्छा फैन बेस बनाया। उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में बहुत सारे रिकॉर्ड अपने नाम किए। वह लीग में 1000 से ज्यादा पॉइंट्स हासिल करने वाले परदीप नरवाल के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। वह चौथे सीजन में 146 पॉइंट्स के साथ बेस्ट रेडर रहे और लगातार पांच सीजन तेलुगु टाइटंस के टॉप रेडर भी रहें।
उनको छठे सीजन के ऑक्शन में उतारा गया और तेलुगु टाइटंस ने उन्हें 1 करोड़ 29 लाख की कीमत देकर फिर से अपनी टीम में शामिल कर लिया। राहुल ने 159 रेड पॉइंट्स हासिल किए लेकिन इसके बाद उनका प्रदर्शन नीचे गिरता रहा। सीजन सात में तमिल थलाईवाज ने राहुल चौधरी को अपनी टीम में शामिल किया। वह सीजन में सिर्फ 130 रेड पॉइंट्स हासिल कर पाए जिसके कारण तमिल थलाईवाज ने भी उन्हें रिलीज कर दिया।
हाल में हुए सीजन आठ के ऑक्शन में उनमें ज्यादा टीमों ने रुचि नहीं दिखाई और इसका सबसे बड़ा कारण राहुल का गिरता हुआ परफॉर्मेंस है। उनकी बोली 30 लाख से शुरू हुई थी और सिर्फ 40 लाख में ही उन्हें पुणेरी पलटन ने खरीद लिया और तमिल थलाईवाज ने एफबीएम कार्ड का भी इस्तेमाल नही किया। हमें राहुल चौधरी अब नितिन तोमर के साथ पुणेरी पलटन की जर्सी में खेलते हुए नजर आएंगे।
सीनियर नेशनल में भी खराब प्रदर्शन
प्रो कबड्डी लीग में गिरते हुए परफॉर्मेंस के साथ साथ सीनियर नैशनल में भी राहुल चौधरी का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। ऑक्शन से पहले सभी फ्रेंचाइजी की नजर सीनियर नेशनल और जूनियर नेशनल पर रहती है। वे इस टूर्नामेंट से कई प्लेयर्स को अपने रेडार पर लाते हैं। राहुल चौधरी ने उत्तर प्रदेश की टीम से खेलते हुए कुल 24 रेड में सिर्फ आठ रेड पॉइंट्स हासिल किए जो उनके स्टर के मुताबिक बेहद खराब परफॉर्मेंस है।
प्रो कबड्डी लीग के स्तर में बहुत ही ज्यादा निखार आया है। अब यह खेल भी बहुत ज्यादा तकनीकी हो गया है, जिसमें डिफेंडर्स वीडियो विश्लेषण द्वारा रेडर्स की कमजोरी को पकड़ लेते हैं। डिफेंडर्स अब लगातार रेडर्स की कमजोरी का फायदा उठाने पर काम करते हैं। राहुल चौधरी ने लीग के शुरुआती सीजन में दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन अब तकनीकी रूप से डिफेंडर्स ने उनकी कमजोरी जान ली है। इसी वजह से राहुल का प्रदर्शन लगातार खराब रहा है और उनपर किसी टीम ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है।
क्या अनूप कुमार के नेतृत्व में राहुल चौधरी निखरेंगे
राहुल चौधरी अब हमें प्रो कबड्डी लीग सीजन आठ में पुनेरी पलटन में खेलते हुए नजर आयेंगे जिसके कोच अनूप कुमार हैं। उन्हें अपने पुराने फॉर्म को वापस लाने के लिए अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा और अपनी तकनीक में बदलाव करते हुए उसे बेहतर करना होगा। अनूप कुमार की कोचिंग में राहुल चौधरी ऐसा कर सकते हैं और उसका राहुल और पुनेरी पलटन दोनों को फायदा होगा। अब अनूप कुमार कोशिश करेंगे कि राहुल का पुराना फॉर्म वापस लाया जाए। राहुल चौधरी को नितिन तोमर जैसे खिलाड़ी का भी साथ मिलेगा। अब देखना यह होगा कि राहुल सीजन आठ में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
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