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कबड्डी न्यूज

पांच राज्य जो भारतीय कबड्डी के गढ़ हैं

Published at :November 9, 2022 at 12:51 AM
Modified at :November 9, 2022 at 12:51 AM
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Rahul Gupta


इन राज्यों से कई बेहतरीन कबड्डी खिलाड़ी निकलकर सामने आए हैं।

भारत में कबड्डी का इतिहास काफी पुराना रहा है। इसका उल्लेख वेद-पुराणों और महाभारत में भी मिलता है। कबड्डी अब ना केवल भारत बल्कि कई देशों का लोकप्रिय खेल बना गया है। पीकेएल के आगाज के बाद से तो कबड्डी भारत में काफी ज्यादा लोकप्रिय हो गया। अभी तक स्टैंडर्ड स्टाइल की कबड्डी के कुल मिलाकर तीन संस्करण का आयोजन हुआ है। 2004, 2007 और 2016 में इसका आयोजन हुआ था। भारत ने तीनों ही बार ये वर्ल्ड कप अपने नाम किया। भारत की मेंस और वुमेंस कबड्डी टीम ने एशियन गेम्स में भी अपना वर्चस्व स्थापित किया है। टीम ने 9 गोल्ड मेडल, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

पीकेएल की वजह से कबड्डी को काफी लोकप्रियता मिली है। अब भारत के हर एक कोने में कबड्डी देखा जाने लगा है और लोग प्लेयर्स को जानते और पहचानते भी हैं। श्रीलंका, कोरिया और ईरान जैसे देशों के खिलाड़ी प्रो कबड्डी लीग में आकर खेलते हैं। इस साल जम्मू-कश्मीर के प्लेयर लकी शर्मा का भी चयन हुआ। हालांकि अगर बात करें तो भारत में कबड्डी ज्यादातर कुछ ही राज्यों में खेला जाता है। ये राज्य कबड्डी के गढ़ माने जाते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से प्रदेश इसमें शामिल हैं।

5.हिमाचल प्रदेश

भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान अजय ठाकुर हिमाचल प्रदेश के ही रहने वाले हैं। उनके अलावा विशाल भारद्वाज, बलदेव सिंह और यू-मुम्बा के कप्तान सुरेंदर सिंह भी हिमाचल के ही रहने वाले हैं। इससे पता चलता है कि इस राज्य में कबड्डी के अंदर कितनी प्रतिभा है। खासकर वुमेंस कबड्डी में ये राज्य काफी आगे है। 66वें सीनियर नेशनल्स वुमेंस कबड्डी चैंपियनशिप में कोई भी टीम फाइनल से पहले हिमाचल को पराजित नहीं कर पाई थी। फाइनल में आकर उन्हें महज एक प्वॉइंट से हार का सामना करना पड़ा था।

4. तमिलनाडु

ऐसा माना जाता है कि कबड्डी शब्द की उतपत्ति तमिलनाडु से ही हुई थी और यहीं से ये खेल पूरी दुनिया में प्रचलित हुआ। यहां पर इंटर-डिस्ट्रिक लेवल के टूर्नामेंट्स का आयोजन काफी जबरदस्त होता है और कई बेहतरीन प्लेयर्स यहां से निकलकर सामने आए हैं। धर्मराज चेरालाथन जैसे खिलाड़ी इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। वहीं के भास्करण पीकेएल के बेहतरीन कोचों में से एक हैं।

3.उत्तर प्रदेश

इस साल हुए 36वें नेशनल गेम्स में कबड्डी का गोल्ड मेडल उत्तर प्रदेश ने अपने नाम किया था। उन्होंने फाइनल मुकाबले में महाराष्ट्र को 27-23 के अंतर से हराकर टाइटल जीता था। टीम में कई सारे ऐसे प्लेयर थे जो पीकेएल में भी खेलते हैं। उत्तर प्रदेश की टीम कबड्डी में हमेशा से ही अच्छा करती आई है। कबड्डी के पोस्टर ब्वॉय कहे जाने वाले और शो मैन के नाम से मशहूर राहुल चौधरी यूपी के ही रहने वाले हैं। वो पीकेएल इतिहास के सबसे सफल रेडर्स में से एक हैं और कई बड़ी प्रतियोगिताएं जीत चुके हैं। उनके अलावा और भी कई खिलाड़ी यूपी के ऐसे हैं जो कबड्डी में काफी नाम कमा रहे हैं।

2.महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में भी कबड्डी काफी लोकप्रिय गेम है। यहां से कई बड़े कबड्डी सितारे निकले हैं। अगर बात की जाए तो असलम ईनामदार, मयूर कदम, अरकाम शेख और शंकर गदई जैसे खिलाड़ी इस पीकेएल सीजन खेल रहे हैं। वहीं काशीलिंग अडके, गिरीश एर्नाक और रिशांक देवाडिगा जैसे खिलाड़ी भी पीकेएल का हिस्सा रहे हैं। इन तीनों प्लेयर्स ने 2018 में 11 साल के अंतराल के बाद महाराष्ट्र को सीनियर नेशनल्स का खिताब जिताया था। वहीं इस साल टीम फाइनल में पहुंची थी।

1.हरियाणा

पूरे देश में अगर खेलों में हरियाणा को सबसे आगे कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यहां से कई बेहतरीन रेसलर निकले हैं जिन्होंने ओलंपिक लेवल तक अपना लोहा मनवाया है। वहीं कबड्डी के खेल में भी हरियाणा काफी आगे है। ज्यादातर कोच और खिलाड़ी हरियाणा से ही निकलकर आते हैं। नवीन कुमार, परदीप नरवाल, जोगिंदर नरवाल, नितिन तोमर जैसे दिग्गज खिलाड़ी हरियाणा से ही निकलकर सामने आए हैं।

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