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टॉप-5 यंग प्लेयर्स जिन्होंने बेंगलुरू के लिए एएफसी कप के मैच में शानदार प्रदर्शन किया

Published at :February 14, 2020 at 10:38 PM
Modified at :February 14, 2020 at 10:38 PM
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Gagan


इंडियन क्लब ने दो लेग के मुकाबले में दमदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की।

भूटान के क्लब पारो एफसी के खिलाफ हुए एएफसी कप के मैच से पहले हेड कोच कार्ल्स क्वाड्राट ने​ जिस 30 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी उसमें शामिल नौ प्लेयर्स बेंगलुरू एफसी की बी टीम का हिस्सा थे। क्वाड्राट ने उन प्लेयर्स को मौका दिया ​जो लगातार फर्स्ट टीम का हिस्सा नहीं बन पाते हैं और इसके कारण उन्हें इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में भी खेलने का मौका नहीं मिल पाता है। प्लेयर्स ने भी कोच को निराश नहीं किया और दो लेग के मुकाबले को 10-1 से जीतकर अगले राउंड में जगह बनाई। आईए उन पांच यंग प्लेयर्स पर नजर डालते हैं जिन्होंने मैच में दमदार प्रदर्शन करते हुए सभी को प्रभावित किया: [KH_ADWORDS type="3" align="center"][/KH_ADWORDS]

5. नाओरेम रोशन सिंह

भूटान में नाओरेम ने बेंगलुरू एफसी की सीनियर टीम के लिए अपना पहला मैच खेला। वह एएफसी अंडर-19 चैम्पियनशिप क्वॉलीफायर्स में इंडिया के लिए भी खेल चुके हैं। उन्हें 2019-20 सीजन के लिए बेंगलुरू की बी टीम का कप्तान भी बनाया गया था। नाओरेम को पारो के खिलाफ हुए मैच में शुरुआती 11 खिलाड़ियो में शामिल किया गया और उन्होंने पहले हाफ में अटैकर्स के लिए स्पेस और गोल करने के चांसेस बनाए। उन्होंने सेम्बोई और निली के साथ बेहतरीन खेल दिखाया, पहले हाफ में टीम गोल नहीं कर पाई लेकिन दूसरे हाफ में मेहमान टीम बढ़त बनाने में कामयाब रही। नाओरेम ने एक असिस्ट के साथ अपने डेब्यू को यादगार बना दिया। हालांकि, उन्हें इंजरी भी हुई जिसके कारण वह मैच खत्म होने से छह मिनट पहले ही मैदान छोड़ गए।

4. लियोन ऑगस्टीन

लियोन लंबे समय से बेंगलुरू एफसी की यूथ टीम में सभी को प्रभावित कर रहे हैं। वह मिडफील्ड और अटैक में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे कारण कोच ने उन्हें पारो एफसी के खिलाफ घरेलू मैदान पर हुए मुकाबले में पिच पर उतारा। मैच में केवल 20 मिनट बचे थे, लेकिन लियोने ने मैदान पर अपना प्रभाव जरूर डाला। उन्होंने मुकाबले के आखिरी पलों में टीम के लिए एक असिस्ट भी दिया। उनकी तेजी ने विपक्षी ​टीम के डिफेंडर्स को लागातर परेशानी में डाला, उन्होंने मिडफील्डर्स के साथ बेहतरीन साझेदारी की जिसके कारण फॉरवर्ड खिलाड़ियों के लिए गोल करने के मौके भी बने। [KH_ADWORDS type="4" align="center"][/KH_ADWORDS]

3. गुरसिमरत सिंह गिल

गुरसिमरत गिल ने बेंगलुरू एफसी की बी टीम के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करके क्लब की सीनियर टीम में जगह बनाई। उन्होंने एल्बर्ट रोका के मार्गदर्शन में 2017 में हुए एएफसी कप के मैच में अपना प्रोफेशनल डेब्यू किया था। भूटान में हुए मुकाबले में क्वाड्राट ने गुरसिमरत को शुरुआती-11 खिलाड़ियों में शामिल किया और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। गुरसिमरत ने डिफेंस में कोई बड़ी गलती नहीं की और टीम क्लीन शीट के साथ वापस लौटी। उनका प्रदर्शन इसलिए भी खास था क्योंकि मेहमान टीम ने इस मुकाबले को 1-0 के मामूली अंतर से अपने नाम किया था। गुरसिमरत अपने भाई प्रभसुखन गिल के साथ दूसरे लेग में भी बेंगलुरू के लिए खेले और शानदार प्रदर्शन किया। [KH_ADWORDS type="2" align="center"][/KH_ADWORDS]

2. पराग श्रीवास

महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले पराग, बेंगलुरू एफसी के सबसे बेहतरीन यंग प्लेयर्स में से एक हैं। 2019 में उन्हें क्लब की बी टीम का 'प्लेयर ऑफ द इयर' भी चुना गया था। पराग को पिच पर अलग-अलग पोजिशन पर खेलने के लिए जाना जाता है, वह ज्यादातर एक लेफ्क बैक के रूप में खेलते हैं, लेकिन कुछ मैचों में एक विंगर के तौर पर भी खेल चुके हैं। 22 साल के इस प्लेयर ने पिछले साल जमशेदपुर के खिलाफ बेंगलुरू एफसी की सीनियर टीम के लिए अपना पहला मैच खेला था। पारो के खिलाफ दूसरे लेग के मैच में वह एक लेफ्ट बैक के तौर पर खेले और पूरे 90 मिनट दमदार प्रदर्शन किया। उन्होंने डिफेंस में कोई गलती नहीं की और उनकी शानदार पासिंग से टीम को काफी फायदा हुआ।

1. सुरेश सिंह वांगजाम

सुरेश को इस सीजन की शुरुआत में बेंगलुरू एफसी की स्टार्टिंग लाइनअप में मौका मिला था और तब से वह लगातार टीम का हिस्सा रहे हैं। मिडफील्ड में सुरेश ने अबतक शानदार प्रदर्शन किया है और कोच क्वाड्राट उनसे बहुत खुश हैं। [KH_RELATED_NEWS title="Related News|आर्टिकल नीचे जारी है"][/KH_RELATED_NEWS] भू​टान के क्लब के खिलाफ दोनों लेग में सुरेश पिच पर उतरे और बेहतरीन प्रदर्शन किया। उनकी स्पीड से विपक्षी टीम के मिडफील्डर्स को काफी परेशानी हुई, उन्होंने डिफेंस की भी काफी मदद की और इसी कारण पहले लेग में आईएसएल की डिफेंडिंग चैम्पियन ने एक भी गोल नहीं खाया। दूसरे लेग में मेजबान टीम ने 9-1 से आसान जीत दर्ज की और इस मुकाबले में भी सुरेश ने अच्छी फुटबॉल खेली। उन्होंने डिफेंस की लगातार मदद की जिससे डिफेंडर्स के ऊपर से दबाव कम हुआ। सुरेश ने कोच का विश्वास जीत लिया है और उम्मीद की जा सकती है कि वह लगातार बेंगलुरू की टीम का हिस्सा रहेंगे आगे चलकर इंडिया के लिए भी खेलेंगे।
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