पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहने वाले भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट
अब तक छह भारतीय खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक 2024 में मेडल जीतने के करीब पहुंचकर चूक गए।
निशानेबाजी में तीन मेडल जीतने के अलावा, पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय एथलीटों और प्रशंसकों को कई दुखद पलों का गवाह बनना पड़ा है। बता दें इस ओलंपिक में कई भारतीय खिलाड़ी चौथे स्थान पर रहे, जिसके चलते भारत कई और मेडल जीतने से चूक गया। आप जानते ही होंगे चौथे स्थान पर रहना हर खिलाड़ी के लिए सबसे मुश्किल और निराशाजनक बात होती है, क्योंकि खिलाड़ी मेडल जीतने से सिर्फ एक कदम दूर रह जाता है।
बता दें भारतीय दल ने पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत पिछली बार के ओलंपिक से ज्यादा मेडल जीतने के इरादे के साथ की थी। उनका ये लक्ष्य पूरा भी हो जाता अगर चौथे स्थान पर रहे सभी खिलाड़ी भी किसी तरह ब्रॉन्ज ही सही पर मेडल जीत जाते। हालांकि, अब भारत का पिछले बार के ओलंपिक से ज्यादा मेडल जीतने और मेडल टैली में डबल डिजिट के आंकड़े को पार करने का सपना पूरा होता नजर नहीं आ रहा। तो चलिए ऐसे में हम आपको उन सभी भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो पेरिस ओलंपिक 2024 में चौथे स्थान पर रहे।
1. अर्जुन बाबुता – पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग
पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग इवेंट के फाइनल में, अर्जुन बाबुता ने कुल 208.4 का स्कोर किया। इस स्कोर के साथ वह चौथे स्थान पर रहे और मेडल जीतने से सिर्फ एक कदम से छुक गए। इस इवेंट में ज्यादातर समय वह पोडियम फिनिश करते हुए नजर आ रहे थे, लेकिन 9.5 के उनके आखिरी शॉट ने उन्हें मैच में ब्रॉन्ज मेडल जीता और अर्जुन उनसे सिर्फ 1.4 अंक से पीछे रह गए।
2. धीरज बोम्मदेवरा और अंकिता भक्त – तीरंदाजी मिक्स्ड टीम इवेंट
धीरज बोम्मदेवरा और अंकिता भक्त की जोड़ी ओलंपिक में खेलने वाली पहली भारतीय तीरंदाज जोड़ी बनी। बता दें ब्रॉन्ज मेडल के मैच में इन दोनों की जोड़ी, अमेरिका की केसी कॉफोल्ड और ब्रैडी एलिसन की जोड़ी के खिलाफ (38-37, 37-35, 34-38, 37-35) के स्कोर से हार गई।
उस मैच में धीरज और अंकिता दोनों पर बड़े स्टेज पर खेलने का दबाव साफ-साफ दिख रहा था। बता दें अंकिता के खराब निशाने के चलते भारत को लगभग जीते हुए दूसरे और चौथे सेट में हार हाथ लगी और यही वजह रही की ओलंपिक में उनके पहले मेडल जीतने के सपनों पर पानी फिर गया।
3. मनु भाकर – 25 मीटर महिला पिस्टल
मनु भाकर के लिए पेरिस ओलंपिक 2024 काफी यादगार रहा। बता दें वह पहली भारतीय महिला बनी, जिन्होंने एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीते हों। हालांकि, उनके पास इस ओलंपिक में तीसरा मेडल जीतने का भी सुनहरा मौका था, लेकिन ये मौका उनके हाथ से निकल गया।
बता दें 2024 ओलंपिक के 25 मीटर महिला पिस्टल शूटिंग इवेंट में मनु भाकर का ब्रॉन्ज मेडल के लिए पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ मुकाबला हुआ। इस मैच में मनु बहुत आत्मविश्वास के साथ उतरी थी, क्योंकि वह पहले ही दो मेडल जीत चुकी थी। लेकिन इस मैच के अंतिम क्षणों में मनु ने दो अंक गंवाए, जिसके चलते उन्हें 28 अंक प्राप्त हुए और वह चौथे स्थान पर रही। अगर इस मैच में मनु जीत जाती, तो वह तीन मेडल जीतकर एक बड़ा कीर्तिमान अपने नाम कर लेती।
4. माहेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नरुका – स्कीट मिक्स्ड टीम इवेंट
पेरिस ओलंपिक 2024 में हुए आखिरी शूटिंग इवेंट में महेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नरूका की जोड़ी का ब्रॉन्ज मेडल के लिए चीन की जोड़ी यितिंग जियांग और जियानलिन ल्यू के साथ मुकाबला हुआ। इस मैच में नरुका की शुरुआत काफी खराब रही, लेकिन बाद में उन्होंने शानदार वापसी की। मगर दूसरी तरफ चीन की तरफ से बहुत कम गलतियां हुई, जिसके परिणामस्वरूप भारत को सिर्फ एक अंक से हार मिली और वह चौथे स्थान पर रहे।
5. लक्ष्य सेन – बैडमिंटन पुरुष सिंगल्स
2012 के बाद से ओलंपिक में बैडमिंटन पदक जीतने का भारत का सिलसिला इस साल के पेरिस ओलंपिक में आकर खत्म हो गया। बता दें मौजूदा समय में भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, जिनसे हर किसी को मेडल जीतने की उम्मीदें थी। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मैच में अपने खराब प्रदर्शन से ना सिर्फ हर किसी का दिल तोड़ा, बल्कि बैडमिंटन में लंबे समय से चले आ रहे भारत के मेडल जीतने के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
बता दें ब्रॉन्ज मेडल मैच में उनका सामना मलेशियाई खिलाड़ी, ली जी जिया के साथ हुआ। इस मैच के पहले सेट में तो उन्हें 21-13 के स्कोर के साथ बड़ी आसानी से जीत हाथ लगी। लेकिन इसके बाद वह लगातार दो सेट हारे और यही वजह है कि मेडल की रेस से वह बाहर हो गए।
6. मीराबाई चानू – वेटलिफ्टिंग महिला 49 किग्रा वर्ग
मीराबाई चानू को पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के तरफ से मेडल जीतने वाले प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा था। आप जानते ही होंगे मीराबाई ने वेटलिफ्टिंग में अब तक कई मेडल जीते हैं, इसलिए उनसे हर किसी को काफी उम्मीदें थी। बता दें वेटलिफ्टिंग महिला 49 किग्रा वर्ग इवेंट में उन्होंने 85 किग्रा स्नैच के साथ सफल शुरुआत की। लेकिन इसके बाद 88 किग्रा स्नैच करने के अपने प्रयास में वह असफल रहीं। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में सफलतापूर्वक 88 किग्रा वजन उठाकर वापसी की।
क्लीन एंड जर्क में चानू ने 111 किग्रा से शुरुआत की लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकीं, लेकिन दूसरी बार में उनके हाथ सफलता लगी। बता दें अपने तीसरे प्रयास में वह 114 किलोग्राम उठाने गई, लेकिन यह बहुत ज्यादा था जिसके चलते उनके हाथ सफलता नहीं लगी। चानू 199 किग्रा (88+111 किग्रा) के परिणाम के साथ चौथे स्थान पर रहीं। वह सिर्फ 1 किलोग्राम से ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गई।
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