IND vs WI: भारतीय गेंदबाजी कोच Paras Mhambrey ने पिच पर साधा निशाना, कहा "विकेट इतने सपाट नहीं होने चाहिए"

भारतीय गेंदबाजी कोच Paras Mhambrey त्रिनिदाद में जारी दूसरे टेस्ट की खराब पिच से खुश नहीं हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे मैच में बारिश के कारण कुछ रुकावटें आई, लेकिन इसके बावजूद गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिली। हालांकि भारत खेल में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पांच विकेट लेने में सफल रहा, लेकिन यह पूरी तरह से धीमा विकेट था। भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे (Paras Mhambrey) ने भी इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि गेंदबाजों के लिए पिच में ज्यादा कुछ नहीं था, जिससे उन्हें फायदा हो। लेकिन इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को आगे नहीं बढ़ने दिया और अच्छा प्रदर्शन किया।
तीसरे दिन के अंत तक मेजबान टीम ने 108 ओवरों में 2.12 के रन रेट से 5 विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए। वे अभी भी 209 रन से पीछे हैं जबकि उनके पांच विकेट शेष हैं। एलिक अथानजे 37 और जेसन होल्डर 11 रन बनाकर नाबाद हैं, वहीं भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा ने दो विकेट लिए, जबकि रवि अश्विन, मुकेश कुमार और मोहम्मद सिराज ने एक-एक विकेट लिया।
"पिच बेहद धीमी है"- भारत के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने भारतीय गेंदबाजों का किया बचाव
तीसरे दिन कुल 67 ओवर फेंके गए, वेस्टइंडीज के कप्तान क्रैग ब्रेथवेट ने 235 गेंदों का सामना कर 75 रनों की कप्तानी पारी खेली। मेजबान टीम ने पहले मैच की तुलना में दूसरे टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। इस बीच, पारस म्हाम्ब्रे ने तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों के औसत प्रदर्शन का बचाव किया और कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण विकेट था जिसमें गेंदबाजों के लिए ज्यादा मदद नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि मेजबान टीम ने भी रक्षात्मक बल्लेबाजी की और ज्यादा शॉट नहीं खेले।
पारस ने बताया कि विकेट को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के लिए सहायक होना चाहिए, लेकिन त्रिनिदाद में 20 विकेट लेना चुनौतीपूर्ण होगा। गेंदबाजी कोच ने कहा, “पिच बेहद धीमी है, यहां तक कि रोहित ने भी इसके बारे में बात की है। गेंद ज्यादा सीम और स्पिन नहीं कर रही थी। इसके अलावा वेस्टइंडीज टीम बेहद रक्षात्मक बल्लेबाजी कर रही है। हमारे गेंदबाजों ने काफी प्रयास किया, साथ ही टीम और कप्तान से जो भी अपेक्षा थी, उन्होंने उसे पूरा किया। लेकिन इस विकेट पर 20 विकेट लेना काफी चुनौतीपूर्ण होगा, आखिर विकेट इतने सपाट नहीं होने चाहिए।”
पारस म्हाम्ब्रे ने यह भी कहा कि टीम पहली पारी में उन्हें आउट करने पर ध्यान देगी और फिर तय करेगी कि खेल को कैसे व्यवस्थित किया जाए। उन्होंने भारत के लिए इस मैच में डेब्यू करने वाले मुकेश कुमार की भी सराहना की, जिन्होंने तीसरे दिन अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट लिया। उन्होंने किर्क मैकेंजी को 32 रन पर आउट किया। गेंदबाजी कोच ने सिराज की भी सराहना की और कहा कि दोनों भारतीय तेज गेंदबाजों ने वही किया जो उनसे अपेक्षित था। पहली पारी में भारत अभी भी बढ़त बनाए हुए है, यदि वो चौथे दिन मेजबान टीम को जल्दी आउट कर देते हैं, तो वो खेल को अपने पक्ष में कर सकते हैं।
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