PKL 10: बेंगलुरु बुल्स टीम प्रोफाइल

टीम का डिफेंस और रेडिंग दोनों ही काफी मजबूत है।
बेंगलुरु बुल्स ने छठे सीजन में पीकेएल का टाइटल जीता था। इसके बाद से हर पीकेएल सीजन टीम का प्रदर्शन तो अच्छा रहा है लेकिन वे फाइनल तक नहीं पहुंच सके हैं। अगर 9वें सीजन की बात की जाए तो बेंगलुरू बुल्स ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था जहां पर उन्हें एक मजबूत जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम से हार का सामना करना पड़ा था।
बुल्स पीकेएल की उन टीमों में से एक है जो निरंतरता के साथ लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करती है। इस टीम में आठवें सीजन तक पवन सेहरावत जैसा बड़ा खिलाड़ी था लेकिन पिछले सीजन पवन सेहरावत की अनुपस्थिति के बावजूद टीम ने सेमीफाइनल में जाकर ये दिखा दिया कि वो किसी एक खिलाड़ी पर डिपेंड नहीं हैं।
नए सीजन (PKL 10) के आगाज से पहले हम आपको बताते हैं कि बेंगलुरू बुल्स का मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष क्या है।
टीम का मजबूत पक्ष
रेडिंग में कई बेहतरीन विकल्प हैं मौजूद
बेंगलुरू बुल्स में भले ही पवन सेहरावत नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद उनका रेडिंग डिपार्टमेंट काफी बेहतरीन दिखाई दे रहा है। टीम के पास विकाश कंडोला, भरत और अभिषेक सिंह जैसे तीन बड़े रेडर हैं। इसके अलावा नीरज नरवाल, बंटी और मोनू भी बैकअप के रूप में बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। भरत ने 9वें सीजन के दौरान 23 मैचों में 279 प्वॉइंट लाकर पवन सेहरावत की कमी नहीं खलने दी थी।
अभिषेक की अगर बात करें तो वो पिछले कई सीजन से खेल रहे हैं और उनके पास काफी अनुभव है। इसके अलावा नीरज नरवाल भी हैं जिन्होंने पिछले सीजन काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। वहीं नीरज नरवाल ने बीते सीजन कुल 24 मैच खेले और इस दौरान 115 प्वॉइंट हासिल किए थे। उन्होंने रेडिंग में भरत को काफी अच्छी तरह से असिस्ट किया था। इसी वजह से रेडिंग डिपार्टमेंट बेंगलुरू बुल्स का कंपलीट नजर आ रहा है।
डिफेंस में कई बड़े दिग्गज हैं मौजूद
बेंगलुरू बुल्स के लिए पिछले सीजन अमन और सौरभ नांदल ने डिफेंस में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। इस बार टीम का डिफेंस और भी बेहतरीन हुआ है, क्योंकि रण सिंह और सुरजीत सिंह जैसे बेहतरीन डिफेंडर्स को खरीदा है। बेंगलुरू बुल्स के पास डिफेंस में 14 ऑप्शन हैं और इससे पता चलता है कि उनका डिफेंस इस बार भी बाकी टीमों के लिए सिरदर्द बन सकता है।
सौरभ नांदल ने पिछले सीजन 24 मैचों में 72 प्वॉइंट हासिल किए थे और टीम को प्लेऑफ में पहुंचाया था। वहीं अमन ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 60 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे। इस दौरान उन्होंने तीन सुपर टैकल भी किए थे। ये चारों ही डिफेंडर्स मिलकर किसी भी रेडर के लिए कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं।
बेंगलुरू बुल्स का कमजोर पक्ष
विकाश कंडोला का बेहतरीन फॉर्म में ना होना
विकाश कंडोला पीकेएल के दिग्गज खिलाड़ियों में से एक हैं लेकिन पिछले कुछ सीजन से वो उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिसके लिए वो जाने जाते हैं। अगर बात करें तो बीते सीजन विकाश कंडोला ने 24 मैचों में 139 प्वॉइंट लिए थे। अगर आपको पवन सेहरावत जैसे दिग्गज रेडर की जगह लाया गया है तो फिर इससे कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है। विकाश कंडोला का नाम काफी बड़ा है लेकिन उस हिसाब से वो परफॉर्मेंस नहीं दे पाए हैं और अगर इस सीजन भी वो अच्छा नहीं खेले तो फिर ये एक कमजोर कड़ी टीम की हो सकती है।
इन खिलाड़ियों पर होंगी निगाहें
बेंगलुरू बुल्स की टीम में अगर बात करें तो भरत के ऊपर सबसे ज्यादा निगाहें होंगी क्योंकि पिछला सीजन उनके लिए काफी अच्छा रहा था। इसके अलावा विकाश कंडोला, सौरभ नांदल और सुरजीत सिंह के ऊपर भी काफी दारोमदार होगा। टीम चाहेगी कि ये खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करें।
Sawan Gupta is a passionate sports enthusiast with a strong interest in cricket, hockey, badminton, and kabaddi. He supports RCB in the IPL and UP Yoddhas in the PKL, and admires PV Sindhu and Virat Kohli. Since 2017, Sawan has been writing sports articles, covering major events like the Pro Kabaddi League, Asian Games, Olympics, and various cricket tournaments.
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