भारतीय फुटबॉल का स्तर ऊंचा करने में ISL का अहम योगदान, ओवेन कॉयल ने दिया बड़ा बयान
कॉयल ने भारतीय फुटबॉल पर ISL के महत्व को उजागर किया है।
ओवेन कॉयल भारतीय फुटबॉल में सबसे अधिक पहचाने जाने वाले चेहरों में से एक हैं। वर्तमान में वह चेन्नइयन एफसी के हेड कोच हैं। उन्होंने इंडियन सुपर लीग (ISL) में पदार्पण किया था, जब उन्होंने मरीना मचान्स की बागडोर संभालने सीजन के मध्यम में संभाली थी, इसके बावजूद उन्होंने उसे तालिका के निचले हाफ से सीजन 2019-20 के फाइनल में पहुंचाया। उस सीजन का एक रोचक तथ्य यह है कि उन्होंने 21 फरवरी 2020 को मुम्बई सिटी एफसी के खिलाफ अपने अवे मैच में 1-0 की जीत थी।
23 फरवरी, 2023 को, मरीना मचान्स फिर से मुम्बई सिटी एफसी से भिड़ेंगे और यह मुकाबला उनके घर पर खेला जाएगा। उन्हें एक बार फिर से अनिश्चितता स्थिति से प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीद होगी। ऐसे में उम्मीद है कि कॉयल फिर से मरीना मचान्स के लिए अपना जादू चलाएंगे, जो 14 मैचों में 15 अंकों के साथ नौवें स्थान पर है।
चेन्नइयन एफसी को लेकर कॉयल ने दिया बड़ा बयान
कॉयल ने कहा, “चेन्नइयन एफसी शुरुआती वर्षों में सफल टीम थी, तब उसने ट्रॉफियां जीतीं। जाहिर है, पिछले पांच सीजन में चेन्नइयन एफसी केवल उस समय प्लेऑफ में पहुंची, जब मैंने और मेरे सहायक कोच ने कमान संभाली और उसे नीचे से फाइनल तक ले गए। इससे पता चलता है कि हमें आगे बहुत काम करना है और हमें चेन्नइयन एफसी को ट्रॉफी के लिए प्रतिस्पर्धी बनाए रखने और उसके गौरवशाली दिनों में वापस ले जाने की कोशिश करने की जरूरत है।”
कॉयल ने कहा, “हमने जमशेदपुर एफसी के साथ ऐसा कर दिखाया है कि बड़े स्टार खिलाड़ियों के बिना भी आप चैम्पियन बन सकते हैं। इससे लीग में हर किसी को विश्वास मिला है कि आप ऐसा कर सकते हैं।”
इस समय चेन्नइयन एफसी के पास कई क्षमतावान खिलाड़ी हैं, जिनमें फारुख चौधरी, आयुष अधिकारी, अंकित मुखर्जी, विंसी बरेटो, निन्थोइंगनबा मीतेई और रहीम अली आदि शामिल हैं।
ISL ने भारतीय फुटबॉल को ऊपर उठाया है
कॉयले ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने पिछले क्लबों में नए युवा खिलाड़ियों के साथ अद्भुत काम किया है, उनमें शामिल बोरिस सिंह (अब एफसी गोवा के साथ) और ऋत्विक दास की जोड़ी ने जमशेदपुर एफसी की खिताबी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसी तरह, यह रणनीतिकार देश के उन लोगों में से एक था, जो लालियानजुआला छांगटे की प्रतिभा को सामने लाए, जब विंगर ने आईएसएल 2019-20 में सात गोल करके चेन्नइयन एफसी के उप-विजेता बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कॉयल ने बताया, “मैं एक ऐसा कोच हूं जिसने जमशेदपुर एफसी में अपने कार्यकाल के दौरान उन लड़कों को शामिल किया था जिन्हें मैच खेलने को नहीं मिल सका, – उस समय युवा खिलाड़ी बोरिस सिंह तत्कालीन एटीके मोहन बागान में गए थे, लेकिन उन्हें एक मैच खेलने को नहीं मिला क्योंकि उनके पास पहले से ही और ज्यादा अच्छे खिलाड़ी थे। लेकिन इन युवाओं को मौके की जरूरत है।
ऋत्विक दास भी एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अब राष्ट्रीय टीम में हैं और बेहतर कर रहे हैं। उन्हें केरला ब्लास्टर्स एफसी में मैच टाइम नहीं मिला था और मैंने उन्हें रियल कश्मीर एफसी के लिए अच्छा प्रदर्शन करते देखा, क्योंकि मैं उन्हें वहां ले आया, क्योंकि वह मेरी तरह के खिलाड़ी थे।”
उन्होंने आगे कहा, “छांगटे का उदाहरण सामने है, जब मैं सीजन छह में चेन्नइयन एफसी गया, तो लोगों ने मुझसे कहा था कि वह एक बेहतरीन खिलाड़ी है, लेकिन वह गोल नहीं कर पा रहा है। लेकिन छांगटे ने छठे सीजन में मेरे लिए वही प्रदर्शन किया जैसा वह अब मुम्बई सिटी एफसी के लिए कर रहे हैं। उन्होंने सीजन के दूसरे भाग में कई गोल किए और सहायता प्रदान की।”
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