पीकेएल (PKL) के हर सीजन में सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले डिफेंडर्स

ईरान के दो डिफेंडर इस लिस्ट का हिस्सा हैं।
पीकेएल (PKL) में जितनी ज्यादा अहमियत रेडर्स की होती है, उससे कहीं ज्यादा अहमियत डिफेंडर्स की होती है। क्रिकेट की तरह कबड्डी में भी कहा जाता है कि अगर आपको पूरा टूर्नामेंट जीतना है तो फिर बेहतरीन डिफेंडर्स का होना जरूरी है। रेडर्स आपको एक या दो मैच जिता सकते हैं लेकिन डिफेंडर्स आपको पूरा टूर्नामेंट जिता सकते हैं। इसी वजह से हर एक टीम अपने डिफेंस को काफी ज्यादा महत्व देती है। अभी तक हर एक सीजन में डिफेंडर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
हम आपको इस आर्टिकल में हर एक सीजन के टॉप डिफेंडर के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं कौन-कौन से खिलाड़ी इस लिस्ट का हिस्सा हैं।
PKL के हर एक सीजन के टॉप डिफेंडर्स:
मंजीत छिल्लर (सीजन- 1) – बेंगलुरू बुल्स
पीकेएल का आगाज साल 2014 में हुआ था और उस वक्त इस लीग में कई सारे बेहतरीन खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। कबड्डी के महानतम प्लेयर्स में से एक मंजीत छिल्लर उस सीजन बेंगलुरू बुल्स की टीम का हिस्सा थे और पहले सीजन के बेस्ट डिफेंडर चुने गए थे। उन्होंने कुल मिलाकर 16 मैच खेले थे और इस दौरान 51 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे।
रविंदर पहल (सीजन- 2) – दबंग दिल्ली
द हॉक के नाम से मशहूर रविंदर पहल सेकेंड सीजन के बेस्ट डिफेंडर साबित हुए थे। दबंग दिल्ली की तरफ से खेलते हुए उन्होंने कहर ढा दिया था और सिर्फ 14 मैचों में ही 60 प्वॉइंट हासिल किए थे। रविंदर पहल ने इस दौरान पांच हाई-फाइव लगाए थे। रविंदर पहल अपने एंकल होल्ड के लिए काफी मशहूर हैं और कई सीजन तक पीकेएल का हिस्सा रहे।
मंजीत छिल्लर (सीजन- 3) – पुनेरी पलटन
पीकेएल के तीसरे सीजन के दौरान भी मंजीत छिल्लर ही बेस्ट डिफेंडर चुने गए थे। उन्होंने इस सीजन 15 मैचों में सबसे ज्यादा 61 प्वॉइंट हासिल किए थे। मनजीत छिल्लर कबड्डी के उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने PKL के शुरुआती सीजन में इस लीग को लोकप्रियता दिलाने में अहम योगदान दिया था। अपने PKL करियर में उन्होंने 391 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे। वो लीग के तीसरे सबसे सफल डिफेंडर हैं।
फजल अत्राचली (सीजन- 4) – पटना पाइरेट्स
पटना पाइरेट्स ने चौथे सीजन में लगातार दूसरी बार टाइटल जीता था और इसमें सुल्तान फजल अत्राचली का काफी बड़ा योगदान रहा था। उन्होंने इस सीजन 16 मैचों में 52 प्वॉइंट हासिल किए थे। वो पीकेएल इतिहास के सबसे सफल डिफेंडर हैं। फजल अत्राचली ने अभी तक 500 के करीब टैकल प्वॉइंट हासिल किए हैं।
सुरेंदर नाडा (सीजन- 5) – हरियाणा स्टीलर्स
सुरेंदर नाडा अपने जमाने के बेहतरीन डिफेंडर्स में से एक थे। उनका नाम महानत खिलाड़ियों में लिया जाता है। वो पांचवें सीजन के दौरान हरियाणा स्टीलर्स की टीम का हिस्सा थे और इस दौरान 21 मैचों में 80 प्वॉइंट हासिल किए थे और लीग के बेस्ट डिफेंडर चुने गए थे। नाडा ने इसके बाद कुछ सीजन तक नहीं खेला था और लेकिन जब उन्होंने कमबैक किया तो हरियाणा स्टीलर्स के लिए ही खेले।
नितेश कुमार (सीजन- 6) – यूपी योद्धा
पीकेएल के छठे सीजन का बेस्ट डिफेंडर यूपी योद्धा के राइट कॉर्नर स्पेशलिस्ट नितेश कुमार को चुना गया था। नितेश ने उस सीजन सिर्फ 25 मैचों में 100 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे। पीकेएल इतिहास में ये पहली बार था जब किसी डिफेंडर ने एक ही सीजन में 100 प्वॉइंट हासिल किए हों। उनका ये रिकॉर्ड आज तक कायम है। अभी तक के पीकेएल इतिहास में कोई दूसरा डिफेंडर एक ही सीजन में 100 प्वॉइंट के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया है।
फजल अत्राचली (सीजन- 7) – यू मुम्बा
सुल्तान फजल अत्राचली इस सीजन यू-मुम्बा की कप्तानी कर रहे थे और उनका परफॉर्मेंस काफी अच्छा रहा था। उन्होंने 24 मैचों में सबसे ज्यादा 82 प्वॉइंट हासिल किए थे और सीजन के बेस्ट डिफेंडर साबित हुए थे। यू-मुम्बा की टीम टाइटल तो नहीं जीत पाई थी लेकिन फजल अत्राचली ने अपने प्रदर्शन से काफी सुर्खियां बटोरी थी। फजल ने लगभग हर एक सीजन में बेहतरीन खेल दिखाया है और इसी वजह से वो लीग के इतिहास के सबसे सफल डिफेंडर हैं।
मोहम्मदरेजा शादलू (सीजन- 8) – पटना पाइरेट्स
पीकेएल के 8वें सीजन के दौरान कबड्डी जगत को एक और सुपरस्टार मिल गया। ईरान के ऑलराउंडर खिलाड़ी मोहम्मदरेजा चियानेह ने इस सीजन अपना डेब्यू किया और आते ही धमाका कर दिया। मोहम्मदरेजा शादलू ने आठवें सीजन में 24 मैच खेले और इस दौरान सबसे ज्यादा 89 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे। उन्होंने इस दौरान सबसे ज्यादा 10 हाई-फाइव भी लगाया। यही वजह रही कि 10वें सीजन के ऑक्शन के दौरान शादलू के लिए 2 करोड़ 35 लाख की भारी-भरकम बोली लगी और वो पीकेएल इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए।
अंकुश राठी (सीजन- 9) – जयपुर पिंक पैंथर्स
जयपुर पिंक पैंथर्स ने 9वें सीजन के दौरान दूसरी बार टाइटल जीतने का कारनामा किया और इसमें उनके लेफ्ट कॉर्नर स्पेशलिस्ट अंकुश का योगदान काफी अहम रहा। उन्होंने 24 मैचों में सबसे ज्यादा 89 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। उन्होंने सबसे ज्यादा 9 हाई-फाइव भी लगाए थे। अपने डेब्यू सीजन में ही उन्होंने जिस तरह का खेल दिखाया, उससे हर कोई काफी प्रभावित हुआ। अंकुश ने अपना ये जबरदस्त प्रदर्शन 10वें सीजन के दौरान भी बरकरार रखा।
मोहम्मदरेजा शादलू (सीजन- 10) – पुनेरी पलटन
PKL 10 के लिए पुनेरी पलटन ने मोहम्मदरेजा शादलू को अपने साथ जोड़ने का फैसला लिया, जो बहुत शानदार साबित हुआ। उनकी एंकल होल्ड की टाइमिंग पूरे सीजन में बहुत शानदार रही। उन्होंने दसवें सीजन में कुल 24 मैच खेलते हुए 99 टैकल पॉइंट्स हासिल किए। उन्होंने सीजन में 11 बार हाई-5 स्कोर करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। उनके ऑल-राउंड प्रदर्शन और आक्रामक खेलने के तरीके से पुनेरी पलटन को एक टीम के तौर पर बहुत मजबूती मिली।
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Sawan Gupta is a passionate sports enthusiast with a strong interest in cricket, hockey, badminton, and kabaddi. He supports RCB in the IPL and UP Yoddhas in the PKL, and admires PV Sindhu and Virat Kohli. Since 2017, Sawan has been writing sports articles, covering major events like the Pro Kabaddi League, Asian Games, Olympics, and various cricket tournaments.
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