Khel Now logo
HomeSportsPKL 11Live Score
Advertisement

फुटबॉल समाचार

आईएसएल: टॉप-5 खिलाड़ी जिनका लोन कॉनट्रैक्ट भारत में काफी सफल रहा

Published at :September 20, 2020 at 1:00 AM
Modified at :September 20, 2020 at 1:00 AM
Post Featured Image

Rahul Gupta


इन खिलाड़ियों ने कम समय में ही लीग में अपनी एक अलग छाप छोड़ी।

​इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के शुरुआती दिनों में क्लब एक प्लेयर को छोटा या पूरे सीजन का कॉन्ट्रैक्ट देते थे और उनको उतने ही पैसे देते थे जितने महीने के लिए वे लीग में खेले। लेकिन ये तरीका ज्यादा सफल नहीं रहा और क्लबों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया।

अब प्लेयर्स को कई सालों का कॉन्ट्रैक्ट मिलता है जिसमें उन्हें ऑफ सीजन के दौरान किसी दूसरे टीम की तरफ से खेलने की इजाजत नहीं होती है। हालांकि, महंगे विदेशी प्लेयर्स के साथ ऐसा नहीं है। कुछ ही विदेशी खिलाड़ियों को लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट मिलता है, बाकी खिलाड़ियों को लोन के तौर पर बेहद कम समय के लिए साइन किया जाता है।

लोन के दौरान कई बार ऐसा होता है कि प्लेयर्स अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जिनका परफॉरमेंस काफी जबरदस्त रहता है। आइए हम आपको में आईएसएल इतिहास के टॉप-5 प्लेयर्स के बारे में बताते हैं जो लोन पर क्लब में शामिल हुए और टीम के लिए दमदार प्रदर्शन किया:

5. एरिडाने सेंटाना

एरिडाने सेंटाना ने 2019-20 के आईएसएल सीजन में ओडिशा एफसी को प्लेऑफ की रेस में बनाए रखने में अपना अहम योगदान दिया था। अपनी टीम को मजबूती प्रदान करने के लिए जोसेप गोम्बाऊ ने एरिडाने सेंटाना को साइन किया था और उन्होंने पहले हाफ में शानदार प्रदर्शन किया।

सेंटाना ने 14 मैचों में 9 गोल किए जबकि दो गोल असिस्ट किए थे। हालांकि चोट की वजह से उन्हें बाहर होना पड़ा था और अगले सीजन के लिए उन्हें रिटेन नहीं किया गया। उन्होंने ओडिशा एफसी के लिए जो किया उसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

4. जैकब पोडानी

जैकब पोडानी एटीके (पहले एटेलिटो डी कोलकाता के नाम से जाना जाता था) के लिए काफी जबरदस्त लोन साइनिंग साबित हुए थे। वो लंबे समय से रडार पर थे लेकिन अन्य विदेशी खिलाड़ियों लूइस गार्सिया और बोर्जा फर्नांडेज को ज्यादा स्पॉटलाइट मिलता था। हालांकि, जैकब ने एटीके की टीम में एक इंजन के तौर पर काम किया।

उन्होंने 11 मुकाबले एटीके के लिए खेले और 2 गोल किए जबकि एक असिस्ट दिया। चेक रिपब्लिक के मिडफील्डर ने भले ही गोल काफी कम किए लेकिन डिफेंस में बेहतरीन काम किया और वो काफी ज्यादा ग्राउंड कवर करते थे। 2014 में जब एटीके ने खिताब जीता तो वो उस सीजन के सबसे अंडरेटेड हीरो रहे। कह सकते हैं कि उनका लोन साइनिंग एटीके के लिए काफी शानदार रहा।

3. ब्रूनो पेलिसारी

ब्रूनो पेलिसारी चेन्नईयन एफसी के लिए काफी जबरदस्त प्लेयर साबित हुए थे। चेन्नईयन एफसी में अपने पहले सीजन के दौरान ही उन्होंने सबको प्रभावित किया था और दूसरे सीजन के लिए लोन पर उन्होंने टीम में वापसी की थी।

2015 में चेन्नईयन एफसी ने जब आईएसएल का टाइटल जीता तो ब्रूनो ने अटैक में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने 3 गोल किए थे और कई बार असिस्ट भी दिया था। एफसी गोवा के खिलाफ रोमांचक फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने शानदार गोल किया था। ब्रूनो पेलिसारी इस बात के सबसे पहले उदाहरण थे कि आईएसएल में लोन करार की रणनीति काफी सफल हो सकती है।

2. राफेल ऑगूस्तो

राफेल ऑगूस्तो जब लोन पर आईएसएल में आए थे तो उनका इंप्रेशन कुछ ज्यादा अच्छा नहीं था। ब्राजील में वो असफल हो चुके थे और कई टीमों में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा था। चेन्नईयन एफसी ने उनको लोन पर साइन करके एक जुआ खेला था लेकिन उनका ये गैम्बल काम कर गया। मरीना मचान्स के लिए मिडफील्ड में उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया।

उन्होंने भले ही गोल सिर्फ एक ही किया लेकिन अपनी क्रिएटिविटी से हर मैच में कई सारे मौके पैदा किए। इसके अलावा फील्ड में पोजेशन हासिल करने के लिए भी वो जी-जान लगा देते थे। उनके बेहतरीन प्रदर्शन का ही नतीजा था कि उन्हें चेन्नईयन एफसी ने परमानेंट तौर पर साइन कर लिया ।

1. स्टीवन मेंडोजा

स्टीवन मेंडोजा ने आईएसएल में सिर्फ दो ही सीजन खेले लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने अपने खेल से सबको इतना प्रभावित किया कि उनके ऊपर बेस्ट विदेशी प्लेयर का टैग लग गया। आईएसएल के पहले सीजन में उनका प्रदर्शन काफी शानदार था और उन्होंने 9 मैचों में 4 गोल किए थे।

इसके बाद 2015 सीजन में भी उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया। मेंडोजा अपने जबरदस्त मूवमेंट से डिफेंडर्स को काफी परेशान करते थे और एक गोल मशीन की तरह बनकर उभरे। उनके रास्ते में जो भी आता था उसे वो काफी बेहतरीन तरीके से बीट करते थे।

चेन्नईयन एफसी ने जब 2015 में आईएसएल का खिताब जीता तो उस सीजन उन्होंने 13 गोल और 3 असिस्ट किए थे। वहीं फाइनल मुकाबले में उनके जबरदस्त प्रदर्शन को भला कौन भूल सकता है। जब टीम को सबसे ज्यादा जरुरत थी तब उन्होंने गोल कर चेन्नईयन एफसी को एक रोमांचक जीत दिलाई। अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत स्टीवन मेंडोजा ने गोल्डन बूट का अवॉर्ड जीता था और हीरो ऑफ द लीग भी चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने कोलंबिया के लिए अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू भी किया था।

Latest News
Advertisement