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चेन्नइयन और एटीके के लिए अहम साबित हो सकती हैं दो पार्टनरशिप

Published at :March 13, 2020 at 6:30 PM
Modified at :March 15, 2020 at 1:48 AM
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Gagan


लीग का फाइनल मुकाबला बंद दरवाजों के पीछे खेला जाएगा।

एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी, इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अपने तीसरे टाइटल का पीछा कर रहे हैं। दोनों टीमों के लिए दो जोड़ियां ऐसी हैं जिनकी बदौलत वे फाइनल में पहुंची हैं। इन जोड़ियों ने इस सीजन में अब तक कुल 33 गोल किए हैं।

एटीके के लिए रॉय कृष्णा और डेविड विलियम्स एवं चेन्नइयन एफसी के लिए रफाएल क्रीवेलारो और नेरीजुस वाल्सकिस ने इस लीग को जीवंत बनाते हुए शानदार साझेदारी को अंजाम दिया है।

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एटीके के लिए कृष्णा और विलियम्स तथा क्रीवेलारो और वाल्सकिस की जोड़ी ने अपने कमाल से टीम को सफलता के नए शिखर तक पहुंचाया और अब ये पहली बार तीन खिताब जीतने वाली टीम बनने की दौड़ में शामिल हैं।

कृष्णा और विलियम्स एक दूसरे के लिए अनजान नहीं हैं। दोनों खिलाड़ी इससे पहले ए-लीग में वेलिंग्टन फोनिक्स के लिए खेल चुके हैं और इसके बाद अब दोनों एटीके के लिए आईएसएल में कारनामा कर रहे हैं।

इन दोनों का ही करामात था कि एटीके ने लीग स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया। एंटोनियो हाबास के सिस्टम में दोनों ने एक दूसरे के पूरक के तौर पर काम किया और बेंगलुरू एफसी के खिलाफ दूसरे प्लेऑफ मुकाबले में अहम साबित हुए और तीन गोल किए तथा अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।

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कृष्णा ने कहा, "फुटबॉल एक आदमी का खेल नहीं है। मैं सिर्फ अपनी भूमिका अदा कर रहा हूं। टीम की सफलता में हर किसी की भूमिका रही है। मैं विलियम्स के साथ खेलने का लुत्फ ले रहा हूं और हमारे बीच गोलों की संख्या यह बताती है कि हमारी साझेदारी सकारात्मक रही है। हम साथ में ए-लीग में खेले हैं और वहां के अनुभव का हमने यहां फायदा उठाया।"

कृष्णा आईएसएल में गोल्डन बूट अवॉर्ड की दौड़ मे शामिल हैं। उन्होंने अब तक 15 गोल किए हैं। कृष्णा को बार्थोलोमेव ओग्बेचे से आगे निकलने के लिए एक गोल की जरूरत है। उनके नाम पांच असिस्ट भी है। डेविड के नाम सात गोल और चार असिस्ट हैं। वह हालांकि चोट के कारण कुछ मैचों में नहीं खेल सके थे।

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क्रीवेलारो और वाल्सकिस के बीच इससे पहले का कोई कनेक्शन नहीं रहा था लेकिन शुरुआती नाकामियों के बाद दोनों खिलाड़ी अनापेक्षित रूप से सफल हुए। शुरुआती चार मैचों में चेन्नइयन कोई गोल नहीं कर सका था लेकिन अगले 16 मैचों में उसने 38 गोल किए। इनमें से 21 गोल वाल्सकिस (14) और क्रीवेलारो (7) ने किए।

वाल्सकिस और क्रीवेलारो एक दूसरे के पूरक साबित हुए और अपने सेट पीसेज, शानदार पासेज से विपक्षी टीमों को चौंकाया। इन दोनों ने खुज को ओवन कोल के सिस्टम में शानदार तरीके से ढाला और सबसे अधिक गोल तथा असिस्ट करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हुए। क्रीवेलारो के नाम आठ असिस्ट हैं जबकि वाल्सकिस ने अब तक छह असिस्ट किए हैं।

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कोल ने कहा, "रफाएल ने हमें क्रिएटिव होने की आजादी दी। उनके रहते हमने जिस तरह चाहा खेला। हम मन से काफी अटैकिंग टीम हैं और क्रीवेलारो तथा वाल्सकिस हमारे अटैक के अहम किरदार हैं।"

एटीके और चेन्नइयन के बीच 14 मार्च को गोवा में इस सीजन का फाइनल खेला जाएगा। एसे में एक बात तो तय है कि इन दो शानदार जोड़ियों के रहते दोनों टीमें एक दूसरे के डिफेंस का चैन छीनने का प्रयास करेंगे।

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