PKL 9: पीकेएल ऑक्शन के बाद बेंगलुरु बुल्स की पूरी टीम

टीम के डिफेंस की तुलना में रेडिंग विंग काफी नया है।
प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) सीजन 6 की विजेता बेंगलुरु बुल्स ने सीजन 9 के लिए टीम में बड़े बदलाव किए हैं और बिल्कुल नई फौज तैयार की है। फ्रैंचाइजी और कोच रणधीर सिंह सेहरावत के लाख प्रयासों के बावजूद अपने स्टार रेडर पवन सहरावत को टीम में शामिल नहीं कर पाए जिन्हें तमिल थलाइवाज ने रिकार्ड 2.26 करोड़ में खरीदा। टीम की कोशिश थी पवन और रोहित कंडोला को टीम में शामिल कर टीम के रेडिंग विंग को अजय बना दिया जाए।
कंडोला को बुल्स ने 1.70 करोड़ में खरीदा जो टीम में किसी के लिए भी लगी सबसे ज्यादा बोली है। रोहित लेफ्ट पर जबकि पवन राइट हैंड पर खेलते हैं जो अपने आप में जबरदस्त कंबिनेशन हो सकता था। इससे पहले टीम का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2015 में था, जब टीम उपविजेता रही थी। इसके अलावा बेंगलुरू बुल्स की टीम 2014 में भी सेमीफाइनल में पहुंची थी।
डिफेंडर्स
बेंगलुरु ने पिछले पीकेएल सीजन शानदार प्रदर्शन करने वाली डिफेंस के अधिकतर खिलाड़ियों को अपने साथ बनाए रखा है। टीम ने ऑक्शन से पहले डिफेंडर महेन्दर सिंह, मयूर जगन्नाथ कदम, सौरभ नंदल, विनोद लक्षम्या नाईक, रोहित कुमार, अमन, रजनेश, और यश हूडा को रिटेन रिटेन किया था। वहीं सिर्फ 4 रेडर्स को ही तीनों कैटेगरी में रिटेन किया था। कायदे से बुल्स का डिफेंस काफी संतुलित और अनुभवी नजर आ रही है।
रेडर्स
बुल्स के कोच रंधीर सिंह के अनुसार टीम की नजर पवन सहरावत पर भी थी लेकिन उन्होंने रोहित कंडोला को खरीदने का फैसला उनके बैकअप के तौर पर किया था ताकि अगर पवन टीम में नहीं आ पाते हैं तो रोहित के रूप में एक लेफ्ट पर खेलने वाला रेडर रहे। जाहिर है अब टीम के रेडिंग की जिम्मेदारी रोहित और सपोर्ट रेडर भरत पर रहने वाली है। कंडोला के प्रदर्शन की अगर बात करें तो उन्होंने पिछले सीजन 22 मैचों में 174 रेड प्वांइट्स हासिल किया था जिसमें 8 सुपर रेड और 4 सुपर 10 शामिल है।
ऑलरांउडर्स
पीकेएल सीजन 7 और 8 में जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए खेलने वाले सचिन नरवाल को बुल्स ने 10 लाख रुपये में खरीदा गया है। उनके 31 मैचों में 65 रेड प्वांइट्स हैं, जिनमें उनका स्ट्राइक रेट 69.7% है। वो नेशनल टीम के लिए भी खेलते रहे हैं। वहीं टीम के दूसरे ऑलरांउडर राहुल खटीक के लिए यह पहला सीजन होगा। ऐसे में टीम को इस क्षेत्र में काफी काम करने की जरूरत है।
रेडर्स: हरमनजीत सिंह, लाल मोहर यादव, नागेश्वर थारू, नीरज नरवाल, विकास कंडोला, भरत और जीबी मोरे।
डिफेंडर्स: सुधाकर कृषांत कदम, अमन, महेन्दर सिंह, मयूर जगन्नाथ कदम, रजनेश, रोहित कुमार, सौरभ नंदल, विनोद लक्षम्या नाईक और यश हूडा।
ऑलराउंडर्स: राहुल खटीक और सचिन नरवाल।
बेंगलुरू बुल्स का प्रदर्शन
बंगलुरू बुल्स की टीम पीकेएल की सबसे संतुलित टीम रही है और उनका प्रदर्शन में निरंतरता रही है। टीम ने पिछले सीजन सबसे ज्यादा रेड प्वांइट्स के मामले में नंबर वन पर थी। बुल्स ने 24 मैचों में 534 रेड प्वांइट्स हासिल किए। टीम की तरफ से पवन सहरावत 304 प्वांइट्स लेकर पहले और भरत 115 प्वांइट्स के साथ दूसरे स्थान रहे। कॉस्मिक ग्लोबल मीडिया कंपनी की स्वामित्व वाली बेंगलुरू बुल्स की टीम सीजन 6 और 7 में भी सबसे ज्यादा रेड प्वांइट्स के मामले में टॉप पर रही थी। टीम भले ही टीम खिताब नहीं जीत पाई हो लेकिन सीजन 8 के टॉप रेडर और डिफेंडर बु्ल्स के ही क्रमश: पवन सहरावत और सौर नंदल थे। लेकिन इस बार टीम में पवन सहरावत नहीं हैं ऐसे में टीम को अपने नए खिलाड़ियों पर भरोसा कर बेहतर प्रदर्शन करवाना होगा। और ऐसे ही प्रदर्शन करवाने के लिए जाने जाते हैं कोच रंधीर सिंह।
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