पहले सीजन के आठ प्लेयर जिन्होंने पीकेएल को सफल बनाने में बड़ा योगदान दिया

(Courtesy : PKL)
इन खिलाड़ियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) का पहला सीजन कई मायनों में काफी खास रहा था। अगर पहले सीजन में खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन ना किया होता तो शायद ये लीग उतना सफल नहीं हो पाता। किसी भी टूर्नामेंट के सफल होने के लिए सबसे जरूरी होता है कि उसका पहला सीजन किस तरह से जाता है। आईपीएल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इसीलिए पीकेएल के पहले सीजन में जिन भी खिलाड़ियों ने अपने गेम से लोगों को एंटरटेन किया उनका योगदान इस लीग को सफल बनाने में सबसे ज्यादा है।
हम आपको इस आर्टिकल में पीकेएल के पहले सीजन में हिस्सा लेने वाले सभी टीमों के उन एक-एक प्लेयर्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने इस लीग को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। आइए जानते हैं कौन-कौन से खिलाड़ी इस लिस्ट में हैं।
यू-मुम्बा - अनूप कुमार
कैप्टन कूल के नाम से मशहूर अनूप कुमार पीकेएल के पहले सीजन में यू-मुम्बा के कप्तान थे। उन्होंने टीम की तरफ से काफी शानदार प्रदर्शन किया था। अपने बेहतरीन खेल के जरिए उन्होंने प्रो कबड्डी लीग की शुरूआत को ही काफी यादगार बना दिया था। अनूप कुमार ने पहले सीजन में ही 169 प्वॉइंट हासिल करके पीकेएल का धमाकेदार आगाज किया था और इस लीग को एक नया आयाम दे दिया था। वो पहले सीजन में मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर चुने गए थे।
तेलुगु टाइटंस - राहुल चौधरी
राहुल चौधरी ने अपने पीकेएल करियर का आगाज तेलुगु टाइटंस टीम के साथ किया था और उनके लिए लगातार कई सीजन तक खेले। पीकेएल को सफल बनाने में उनका काफी बड़ा योगदान रहा है। राहुल चौधरी ने पहले सीजन में 14 मैचों में 151 प्वॉइंट हासिल किए थे। राहुल चौधरी पीकेएल में 800 प्वॉइंट हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने चौथे सीजन में बेस्ट रेडर का अवॉर्ड भी जीता था। इसके अलावा और भी कई रिकॉर्ड उन्होंने अपने नाम किए। राहुल चौधरी के अंदर क्राउड को स्टेडियम में खींचने की क्षमता है। लोग उनका आकर्षक खेल देखने के लिए मैदान तक खिंचे चले आते हैं।
दबंग दिल्ली - रविंदर पहल
'द हॉक' रविंदर पहल डिफेंस के मामले में पीकेएल इतिहास के सबसे सफल प्लेयर्स में से एक हैं। सीजन दर सीजन उन्होंने हर एक टीम के लिए अपनी उपयोगिता साबित की। पहले सीजन में वो दबंग दिल्ली की टीम का हिस्सा थे और उनके लिए कुल 9 मुकाबले खेले थे और उसी दौरान तीन हाई-फाइव लगा दिए थे और कुल मिलाकर 29 प्वॉइंट हासिल किए थे। 120 मैचों में 338 प्वाइंट्स के साथ रविंदर पहल लीग के इतिहास के चौथे सबसे ज्यादा सफल डिफेंडर हैं। पीकेएल की लोकप्रियता में उनके योगदान को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।
बंगाल वॉरियर्स - निलेश शिंदे
निलेश शिंदे पीकेएल के पहले सीजन में बंगाल वॉरियर्स के कप्तान थे और उनके लिए 14 मैचों में कुल 35 प्वॉइंट हासिल किए थे। वो इंडियन टीम के लिए भी खेल चुके हैं और उनके साथ बीच कबड्डी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी जीता था। निलेश शिंदे ने पांचवें सीजन तक खेलने के बाद पीकेएल से रिटायरमेंट ले लिया था।
बेंगलुरू बुल्स - मंजीत छिल्लर
प्रो कबड्डी लीग में सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले मंजीत छिल्लर के बारे में जितनी बात की जाए वो कम है। इस लीग को पॉपुलर बनाने में उनका काफी अहम रोल रहा है। पहले सीजन से ही वो फैंस के फेवरिट खिलाड़ी बने हुए हैं। मंजीत छिल्लर पीकेएल के पहले सीजन में सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल करने वाले प्लेयर थे। बेंगलुरू बुल्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 16 मैचों में 51 प्वॉइंट हासिल किए थे। मंजीत एकमात्र ऐसे डिफेंडर हैं, जिनके नाम टूर्नामेंट में 375 से ज्यादा टैकल प्वॉइंट हैं। उन्होंने अभी तक 132 मैचों में 391 टैकल प्वॉइंट हासिल किए हैं
पटना पाइरेट्स -राकेश कुमार
राकेश कुमार इंडियन कबड्डी टीम के महान ऑलराउंडर्स में से एक थे। पीकेएल के पहले सीजन में वो पटना पाइरेट्स के कप्तान थे और उनके लिए बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया था। उन्होंने लीग में कुल मिलाकर 55 मैचों में 260 प्वॉइंट हासिल किए थे। पांचवें सीजन तक खेलने के बाद उन्होंने संन्यास ले लिया। अब वो हरियाणा स्टीलर्स के कोच हैं।
जयपुर पिंक पैंथर्स - मनिंदर सिंह
मनिंदर सिंह पीकेएल के पहले सीजन में चैंपियन टीम जयपुर पिंक पैंथर्स का हिस्सा थे और अपनी टीम को टाइटल जिताने में अपना अहम योगदान अदा किया था। उन्होंने 16 मैचों में 130 रेड प्वॉइंट हासिल किए थे। इसके अलावा उन्होंने इन 16 मैचों में पांच सुपर-10 लगाए थे। मनिंदर सिंह पीकेएल इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट हासिल करने वाले प्लेयर हैं। इस वक्त वो बंगाल वॉरियर्स के कप्तान हैं और उनकी फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है।
वजीर सिंह - पुनेरी पलटन
वजीर सिंह पीकेएल के पहले सीजन में पुनेरी पलटन टीम का हिस्सा थे। उनके लिए 12 मैचों में उन्होंने 111 प्वॉइंट हासिल किए थे जो काफी शानदार प्रदर्शन कहा जा सकता है। आखिरी बार वो पीकेएल के छठे सीजन में खेले थे और मात्र 2 ही मुकाबलों में नजर आए थे। वजीर सिंह ने अपने गेम से पहले सीजन में पीकेएल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। इस लीग के महान प्लेयर्स में से एक हैं।
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