इन रेडर्स ने इस सीजन बेहतरीन खेल दिखाया।

प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) का 9 वां सीजन समाप्त हो चुका है। जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम ने इस बार का टाइटल अपने नाम किया। फाइनल मुकाबले में पुनेरी पलटन को हराकर जयपुर ने दूसरी बार पीकेएल का खिताब जीता। दोनों ही टीमें इस सीजन की टॉप-2 टीमें भी रहीं। प्वॉइंट्स टेबल में जयपुर पहले पायदान पर रही थी और पुनेरी पलटन की टीम दूसरे पायदान पर रही थी और फाइनल मुकाबला भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच हुआ और जयपुर ने 2014 के बाद एक बार फिर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। पटना पाइरेट्स के बाद जयपुर दूसरी ऐसी टीम बनी जिसने एक से ज्यादा बार खिताब जीता हो।

वहीं कई खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने इस सीजन जबरदस्त प्रदर्शन किया। रेडिंग की अगर बात करें तो कई पुराने प्लेयर्स ने एक बार फिर बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया तो वहीं कुछ युवा रेडर्स भी निकलकर सामने आए और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। हम आपको इस लिस्ट में बताएंगे कि पीकेएल के 9वें सीजन में किन-किन रेडर्स ने सबसे ज्यादा सुपर-10 लगाए। आइए जानते हैं इस लिस्ट में किन-किन प्लेयर्स का नाम है।

5.मनिंदर सिंह (बंगाल वॉरियर्स) – 14 सुपर-10

बंगाल वॉरियर्स की टीम को अपने कप्तान मनिंदर सिंह से हर एक सीजन में काफी ज्यादा उम्मीदें रहती हैं और वो उनको निराश नहीं करते हैं। मनिंदर सिंह एक ऐसे प्लेयर हैं जो हर एक सीजन अपनी टीम के लिए बेहतर करते हैं। बंगाल की टीम का परफॉर्मेंस इस सीजन भले ही अच्छा नहीं रहा और टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई लेकिन कप्तान मनिंदर ने जबरदस्त खेल दिखाया। वो इस पीकेएल सीजन पांचवें सबसे ज्यादा सुपर-10 लगाने वाले खिलाड़ी रहे। मनिंदर सिंह ने 21 मैचों में 14 सुपर-10 लगाए और कुल 238 रेड प्वॉइंट भी हासिल किए।

4.नरेंद्र (तमिल थलाइवाज) – 15 सुपर-10

पीकेएल सीजन 9 के आगाज से पहले किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि नरेंद्र इस सीजन के इतने बड़े खिलाड़ी साबित होंगे। ये उनका पहला ही पीकेएल सीजन था और इससे पहले तक उनकी ज्यादा चर्चा नहीं थी। हालांकि पवन सेहरावत इंजरी का शिकार हुए और नरेंद्र के ऊपर थलाइवाज के रेडिंग की जिम्मेदारी आ गई। उन्होंने टीम मैनेजमेंट के भरोसे को सही साबित किया और 23 मैचों में 243 रेड प्वॉइंट हासिल किए और सीजन के चौथे सबसे बेस्ट रेडर साबित हुए। इसके अलावा उन्होंने 15 सुपर-10 इस दौरान लगाया। तमिल थलाइवाज को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में उनका काफी बड़ा योगदान रहा।

3.भरत (बेंगलुरू बुल्स) – 16 सुपर-10

पवन सेहरावत इस पीकेएल सीजन बेंगलुरू बुल्स का हिस्सा नहीं थे और उनके कवर के तौर पर टीम ने विकाश कंडोला को खरीदा था। हालांकि उनकी बजाय युवा रेडर भरत ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया। भरत ने अपनी कद-काठी का पूरा फायदा उठाया और हर एक मैच में अपनी जबरदस्त छाप छोड़ी। कई मुकाबले ऐसे रहे जिसमें उन्होंने अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई। भरत इस सीजन सबसे ज्यादा सुपर-10 लगाने के मामले में तीसरे पायदान पर रहे और उन्होंने 16 सुपर-10 लगाए। वहीं वो सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट के मामले में दूसरे पायदान पर रहे।

2.नवीन कुमार (दबंग दिल्ली) – 16 सुपर-10

नवीन कुमार ने पिछले सीजन दबंग दिल्ली को पहली बार चैंपियन बनाने में अपना अहम योगदान दिया था। इस बार भी उन्होंने वैसा ही प्रदर्शन किया। इस बार उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया था और इसी वजह से जिम्मेदारी काफी ज्यादा थी लेकिन नवीन ने अपनी तरफ से फैंस और टीम को निराश नहीं किया। उन्होंने 23 मैचों में 254 रेड प्वॉइंट लिए और इस दौरान 16 सुपर-10 भी लगाए। दबंग दिल्ली की टीम भले ही प्लेऑफ से आगे नहीं जा पाई लेकिन नवीन कुमार ने एक और सीजन अपने स्किल और टैलेंट का बेहतरीन नमूना दिखाया।

1.अर्जुन देशवाल (जयपुर पिंक पैंथर्स) – 17 सुपर-10

पिछले सीजन की तरह इस बार भी अर्जुन देशवाल ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। वो पीकेएल 9 के सबसे बेस्ट रेडर साबित हुए और उनकी खुशी इसलिए दोगुनी हो जाती है क्योंकि उनकी टीम जयपुर पिंक पैंथर्स ने इस सीजन का टाइटल जीता। अर्जुन देशवाल ने इस पीकेएल सीजन कुल मिलाकर 24 मुकाबले खेले और इस दौरान 296 रेड प्वॉइंट हासिल किए। वो ना केवल सबसे ज्यादा रेड प्वॉइंट बल्कि सबसे ज्यादा सुपर-10 लगाने वाले खिलाड़ी भी रहे। इस सीजन उन्होंने 17 बार सुपर-10 लगाया।

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