इन खिलाड़ियों ने काफी दमदार प्रदर्शन किया।

प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) का 9 वां सीजन समाप्त हो चुका है। जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम ने इस बार का टाइटल अपने नाम किया। फाइनल मुकाबले में पुनेरी पलटन को हराकर जयपुर ने दूसरी बार पीकेएल का खिताब जीता। दोनों ही टीमें इस सीजन की टॉप-2 टीमें भी रहीं। प्वॉइंट्स टेबल में जयपुर पहले पायदान पर रही थी और पुनेरी पलटन की टीम दूसरे पायदान पर रही थी और फाइनल मुकाबला भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच हुआ और जयपुर ने 2014 के बाद एक बार फिर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। पटना पाइरेट्स के बाद जयपुर दूसरी ऐसी टीम बनी जिसने एक से ज्यादा बार खिताब जीता हो।

वहीं कई खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने इस सीजन जबरदस्त प्रदर्शन किया। डिफेंस की अगर बात करें तो कई पुराने प्लेयर्स ने एक बार फिर बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया तो वहीं कुछ युवा डिफेंडर्स भी निकलकर सामने आए और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। हम आपको इस लिस्ट में बताएंगे कि पीकेएल के 9वें सीजन में किन-किन डिफेंडर्स ने सबसे ज्यादा टैकल प्वॉइंट हासिल किए। आइए जानते हैं इस लिस्ट में किन-किन प्लेयर्स का नाम है।

5.अमन (बेंगलुरू बुल्स) – 60 टैकल प्वॉइंट

लेफ्ट कॉर्नर अमन ने बेंगलुरू बुल्स के लिए पीकेएल 9 में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया। अमन ने बेंगलुरू बुल्स के लिए इस सीजन 24 मैच खेले और इस दौरान 60 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने तीन सुपर टैकल भी किए। बेंगलुरू बुल्स की टीम इस सीजन अगर बेहतर करने में कामयाब रही तो उसमें बड़ा योगदान डिफेंस में अमन का भी रहा। उन्होंने एक छोर से लगातार रेडर्स को रोककर रखा।

4.सुनील कुमार (जयपुर पिंक पैंथर्स) – 64 टैकल प्वॉइंट

सुनील कुमार की अगुवाई में जयपुर पिंक पैंथर्स ने पीकेएल के 9वें सीजन का टाइटल जीता। सुनील कुमार को जयपुर के टीम मैनेजमेंट ने ऑक्शन के दौरान हासिल किया था। इससे पहले वो गुजरात जायंट्स टीम के कप्तान थे। उन्हें जयपुर ने कप्तानी सौंपी और इस फैसले को उन्होंने सही साबित किया। सुनील कुमार ने ना केवल जबरदस्त कप्तानी की बल्कि उनका खुद का परफॉर्मेंस भी बेहतरीन रहा। उन्होंने 23 मैचों में 64 टैकल प्वॉइंट हासिल किए और जयपुर को 2014 के बाद दूसरी बार चैंपियन बनाया। जब किसी टीम का कप्तान इतना अच्छा खेल दिखाता है तो बाकी खिलाड़ी भी उससे काफी प्रेरित होते हैं।

3.सौरभ नांदल (बेंगलुरू बुल्स) – 72 टैकल प्वॉइंट

बेंगलुरू बुल्स का डिफेंस इस सीजन काफी जबरदस्त रहा। एक तरफ सीजन की चैंपियन जयपुर पिंक पैंथर्स का डिफेंस था और दूसरी तरफ बेंगलुरू बुल्स का डिफेंस था जिसने पीकेएल के 9 वें सीजन में बाजी मारी। कई ऐसे मैच रहे जिसमें बेंगलुरू बुल्स ने सिर्फ अपने बेहतरीन डिफेंस के दम पर जीत हासिल की और सौरभ नांदल का योगदान इसमें काफी ज्यादा रहा। लेफ्ट कॉर्नर की पोजिशन पर उन्होंने हर एक रेडर के सामने बेहतरीन स्किल दिखाई। सौरभ नांदल ने इस सीजन 24 मैचों में 72 प्वॉइंट हासिल किए और टीम को प्लेऑफ में पहुंचाया। अगले सीजन भी उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।

2.मोहम्मदरेजा चियानेह (पटना पाइरेट्स) – 84 टैकल प्वॉइंट

मोहम्मदरेजा चियानेह ने जबसे अपना पीकेएल डेब्यू किया है वो रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाते जा रहे हैं। पिछले सीजन की फाइनलिस्ट पटना पाइरेट्स की टीम भले ही पीकेएल 9 में वैसा परफॉर्मेंस नहीं दोहरा पाई लेकिन मोहम्मदरेजा ने अपने प्रदर्शन को जरूर रिपीट किया था। उन्होंने पिछले सीजन 89 टैकल प्वॉइंट हासिल किए थे और इस सीजन भी 84 प्वॉइंट हासिल किए और सीजन के दूसरे सबसे बेस्ट डिफेंडर साबित हुए। इस सीजन उन्होंने एक ही मैच में 19 प्वॉइंट हासिल कर नया कीर्तिमान बना दिया था।

1.अंकुश (जयपुर पिंक पैंथर्स) – 89 टैकल प्वॉइंट

जब कोई खिलाड़ी अपना डेब्यू करता है तब उससे ज्यादा उम्मीद फैंस को नहीं रहती है। पीकेएल जैसे बड़े टूर्नामेंट के दबाव में कोई भी खिलाड़ी बिखर सकता है। हालांकि अंकुश ने सारी अवधारणाएं गलत साबित कर दी और अपने पहले सीजन में ही वो लीग के बेस्ट डिफेंडर साबित हुए। अंकुश ने कुल 24 मैच खेले और इस दौरान 89 टैकल प्वॉइंट हासिल किए। जयपुर की टीम अगर चैंपियन है तो फिर इसका काफी सारा श्रेय अंकुश को दिया जाना चाहिए। लेफ्ट कॉर्नर में उन्होंने इस सीजन काफी अहम भूमिका निभाई। हर कोई उनकी स्किल से काफी प्रभावित दिखा।

For more updates, follow Khel Now Kabaddi on FacebookTwitterInstagram and join our community on Telegram.