टीम एक बार फिर प्लेऑफ से आगे नहीं बढ़ पाई।

यूपी योद्धाज को अगर प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) में सबसे ज्यादा निरंतरता के साथ प्रदर्शन करने वाली टीम कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस टीम ने जबसे पीकेएल में खेलना शुरू किया है तबसे लेकर हर एक सीजन तक प्लेऑफ में जरूर जगह बनाई है और इस बार भी टीम का प्रदर्शन कुछ वैसा ही रहा। यूपी योद्धाज ने प्लेऑफ में जगह बनाई लेकिन वो इससे आगे तक नहीं जा सके। एक बार फिर टीम का ट्रॉफी जाने का सपना टूट गया।

तमिल थलाइवाज के खिलाफ एलिमिनेटर मैच में टीम टाई ब्रेकर में आकर हार गई। एक समय यूपी योद्धाज की टीम जीतने के लिए बेहतर पोजिशन में थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मुकाबला गंवा दिया। इससे पता चलता है कि यूपी योद्धाज का जो प्लेऑफ का जिंक्स है वो अभी तक बरकरार है। आइए जानते हैं 9वें सीजन में किन प्लेयर्स ने यूपी योद्धाज के लिए बेहतर प्रदर्शन किया और किन खिलाड़ियों ने निराश किया।

टॉप परफॉर्मर

परदीप नरवाल

पीकेएल के 9वें सीजन के दौरान सुरेंदर गिल इंजरी का शिकार हो गए थे और इसी वजह से परदीप नरवाल के ऊपर काफी जिम्मेदारी आ गई थी। परदीप ने इस जिम्मेदारी को काफी अच्छी तरह से निभाया और असिस्ट रेडर रोहित तोमर के साथ मिलकर टीम को लगातार पांचवीं बार प्लेऑफ में पहुंचा दिया। इस सीजन डुबकी किंग ने 22 मैचों में 220 प्वॉइंट लिए और इस मामले में छठे पायदान पर रहे।

सुरेंदर गिल

सुरेंदर गिल भले ही इस सीजन चोटिल हो गए लेकिन उन्होंने अपने परफॉर्मेंस से टीम को बिल्कुल भी निराश नहीं किया। उन्होंने इस सीजन सिर्फ 14 ही मैच खेले लेकिन कुल 140 रेड प्वॉइंट हासिल किए। इसके अलावा कई मौकों पर उन्होंने डिफेंस में भी प्वॉइंट लिए। जिस भी मैच में सुरेंदर गिल ने खेला वहां पर अपनी उपयोगिता साबित की।

सुमित

सुमित इस पीकेएल सीजन डिफेंस में यूपी योद्धाज के लिए सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी रहे। आमतौर पर हर एक सीजन सुमित और नितेश की जोड़ी कहर ढाती थी लेकिन इस बार सुमित को नितेश का ज्यादा साथ नहीं मिल पाया। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने 21 मैचों में 54 टैकल प्वॉइंट हासिल किए।

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इन खिलाड़ियों ने किया निराश

नितेश कुमार

नितेश कुमार का परफॉर्मेंस इस पीकेएल सीजन वैसा नहीं रहा जिसके लिए वो जाने जाते हैं। अपने परफॉर्मेंस में सुधार लाने के लिए बीच सीजन उन्होंने कप्तानी भी छोड़ दी लेकिन इसका कोई फायदा उन्हें नहीं हुआ। नितेश कुमार 22 मैचों में 34 प्वॉइंट ही हासिल कर पाए। उनके स्तर को देखते हुए ये परफॉर्मेंस निराशाजनक कहा जा सकता है।

नितिन तोमर

नितिन तोमर पीकेएल के एक बड़े खिलाड़ी हैं। इंटरनेशनल लेवल पर भी वो अपने आपको साबित कर चुके हैं। हालांकि पिछले कुछ सीजन से वो बिल्कुल भी लय में नहीं हैं। नितिन तोमर ने इस सीजन सिर्फ पांच ही मुकाबले खेले लेकिन उन पांच मैचों के दौरान वो केवल एक ही प्वॉइंट हासिल कर पाए और इससे पता चलता है कि वो कितने खराब फॉर्म में हैं।

टीम का बेस्ट परफॉर्मेंस

यूपी योद्धाज का परफॉर्मेंस पीकेएल के 9वें सीजन में काफी जबरदस्त रहा। उन्होंने कई बेहतरीन मुकाबले खेले और बड़ी-बड़ी टीमों को हराया। हालांकि दबंग दिल्ली जैसी मजबूत टीम के खिलाफ 19 प्वॉइंट से मिली जीत उनके लिए काफी हौंसला बढ़ाने वाली थी। परदीप नरवाल ने उस मैच में कुल 22 प्वॉइंट हासिल किए थे और लगभग अकेले दम पर टीम को इतनी बड़ी जीत दिलाई थी।

कोच का रिपोर्ट कार्ड

जसवीर सिंह इस बार भी यूपी योद्धाज के हेड कोच थे। पूरे सीजन बेहतरीन तरीके से उन्होंने टीम को लीड किया लेकिन तमिल थलाइवाज के खिलाफ टाई-ब्रेकर में जिस तरह से टीम को हार मिली थी उसकी वजह से उनकी रणनीति पर काफी सवाल उठे थे। उन्होंने टाई-ब्रेकर में खिलाड़ियों के रेडिंग का क्रम जिस तरह का रखा था उसका शायद नुकसान उन्हें हुआ था।

यूपी योद्धाज को सीजन से क्या सीख मिली ?

यूपी योद्धाज की टीम हर एक सीजन प्लेऑफ में आकर हार जाती है और इससे ये पता चलता है कि टीम दबाव में आकर बिखर जाती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। यूपी योद्धाज को अब इस चीज पर काम करना होगा। वो तमिल थलाइवाज से सीख ले सकते हैं कि किस तरह टाई-ब्रेकर के दौरान उन्होंने अपना सयंम बरकरार रखा था।

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