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Sunil Gavaskar द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेली गई पांच सर्वश्रेष्ठ पारियां

Published at :July 10, 2023 at 2:53 PM
Modified at :July 10, 2023 at 2:53 PM
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सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10,000 से अधिक रन और 30 शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज थे।

सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) न सिर्फ भारतीय क्रिकेट के बल्कि क्रिकेट जगत के सर्वकालिक महानतम बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने उस युग में क्रिकेट खेला था जब हेलमेट नहीं थे और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज विपक्षी बल्लेबाजों पर हावी रहते थे। उस समय, उन्होंने उनका सामना किया और खूब सारे रन और शतक बनाए। उनकी उपलब्धियां और कारनामे कम नहीं है, अपनी असाधारण बल्लेबाजी के चलते वो उस समय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे।

बता दें गावस्कर पहले टेस्ट बल्लेबाज थे जिन्होंने 30 शतक बनाए और सबसे लंबे प्रारूप में 10,000 रन का आंकड़ा भी पार किया। उन्होंने 125 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 51.12 की औसत से 34 शतक और 45 अर्धशतक के साथ 10,122 रन बनाए। वह "लिटिल मास्टर" के नाम से भी मशहूर थे क्योंकि कद में छोटे होने के बावजूद वो कमाल की बल्लेबाजी करते थे। आज यानी 10 जुलाई को वो अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। इसलिए उनके इतने खास दिन के मौके पर हम उनके प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय करियर के कुछ बेहतरीन पारियों को फिर से याद करेंगे।

तो चलिए हम आपको बताते हैं सुनील गावस्कर की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेली गई शीर्ष पांच अंतरराष्ट्रीय पारियां:

220 बनाम West Indies (1971)

सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने मार्च 1971 में 21 साल की उम्र में पोर्ट ऑफ स्पेन में शक्तिशाली टीम वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही 65 और 67 रन बनाए थे। उन्होंने श्रृंखला के दूसरे मैच में अपना डेब्यू किया था और अप्रैल 1971 में पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए पांचवें और अंतिम मैच में अपना पहला दोहरा शतक जड़ दिया था। गावस्कर ने पहली पारी में 124 रन बनाए और इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 220 रनों की शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा दी। 

हालांकि, दूसरी पारी में खेल बराबरी पर समाप्त हुआ, लेकिन गावस्कर 21 साल और 277 दिन की उम्र में दोहरा शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए, जिसके बाद उन्होंने डॉन ब्रैडमैन का 21 साल और 304 दिन पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।

221 बनाम England (1979)

सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में चार दोहरे शतक लगाए और सभी कुछ न कुछ बड़ी उपलब्धियों के साथ आए। उनका एक दोहरा शतक अगस्त 1979 में ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ आया था। यह सीरीज का चौथा टेस्ट था और इंग्लैंड ने दो पारियों में 305 और 334/8डी का स्कोर बनाया और भारत पहली पारी में 202 रन पर आउट हो गया और उसे जीत के लिए 438 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला। फिर, गावस्कर का शानदार दोहरा शतक आया। 

उन्होंने 443 गेंदों पर 21 चौकों की मदद से 221 रन बनाए और जब समय के कारण खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ तो स्कोर 429/8 तक ले गए। भारत नौ रनों से चूक गया लेकिन गावस्कर टेस्ट की चौथी पारी में दोहरा शतक बनाने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज बन गए।

102 बनाम West Indies (1976)

अप्रैल 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए टेस्ट मैच में 403 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत किसी टेस्ट मैच में 400 से अधिक रन बनाने वाली दूसरी टीम बन गई, और उस मैच के हीरो में से एक थे सुनील गावस्कर। वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 359 रन बनाए और भारत को सिर्फ 228 रनों पर आउट करके 131 रनों की बढ़त हासिल कर ली। जिसके बाद कैरेबियाई टीम ने अपनी दूसरी पारी में 271/6 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और भारत को जीत के लिए 403 रनों का लक्ष्य दिया।

गावस्कर ने शानदार शुरुआत दी और 13 चौकों की मदद से 102 रन बनाए। गुंडप्पा विश्वनाथ (112) के शतक की बदौलत भारत ने अपने सर्वोच्च स्कोर का पीछा करते हुए 147 ओवर में 406/4 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस पारी के असल हीरो गावस्कर थे जिनकी तेज तर्रार बल्लेबाजी ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

236* बनाम West Indies (1983)

गावस्कर का सर्वोच्च टेस्ट स्कोर दिसंबर 1983 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में आया था। वेस्टइंडीज ने छह टेस्ट मैचों के लिए भारत का दौरा किया और पहले पांच मैचों में 3-0 से श्रृंखला जीती। यह चेन्नई में छठा और अंतिम मैच था। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 313 रन बनाए, जिसके बाद ऐसा लग रहा था कि वो इस मैच को भी जीत जाएंगे। 

लेकिन यह सुनील गावस्कर ही थे जो उनके और जीत के बीच खड़े थे। उन्होंने 425 गेंदों में 23 चौकों की मदद से नाबाद 236 रन का अपना सर्वोच्च टेस्ट स्कोर बनाया। उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने 138 रनों की बढ़त के साथ 160 ओवर में 451/8 पर पारी घोषित की। जब खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ तब वेस्टइंडीज का स्कोर 64/1 था।

103 बनाम New Zealand (1987 विश्व कप)

गावस्कर ने अपने करियर में केवल 108 एकदिवसीय मैच खेले और केवल एक शतक और 27 अर्धशतकों की मदद से 3092 रन बनाए। लेकिन उनका एकमात्र शतक 1987 विश्व कप के दौरान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मैच में आया था। यह शतक नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में आया था। 

उस मैच में कीवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 221/9 का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया था। लेकिन भारतीय ओपनर्स ने इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का मजाक बना दिया, और एक विस्फोटक शुरुआत की, भारतीय ओपनर क्रिस श्रीकांत ने 58 गेंदों में 75 रन बनाए, जबकि गावस्कर ने अपना पहला वनडे शतक बनाया। वह 88 गेंदों में 10 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 103 रन बनाकर नाबाद रहे और भारत ने महज 32.1 ओवर में 224/1 रन बनाकर नौ विकेट और 107 गेंद शेष रहते जीत हासिल कर लिया था।

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