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कबड्डी न्यूज

PKL 11 में बेंगलुरु बुल्स की ताकतें और कमजोरियां

Published at :October 2, 2024 at 2:51 PM
Modified at :October 2, 2024 at 2:51 PM
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Neeraj Sharma


बेंगलुरु बुल्स के लिए परदीप नरवाल आगामी सीजन में तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।

प्रो कबड्डी लीग के 11वें सीजन (PKL 11) के लिए बेंगलुरु बुल्स (Bengaluru Bulls) ने एक युवा टीम तैयार की है। बेंगलुरु छठे सीजन में चैंपियन बनी थी, जिसके बाद उसने लगातार तीन बार प्लेऑफ तक जगह बनाई, लेकिन दसवें सीजन में यह टीम प्लेऑफ तक जाने में असफल रही थी।

बेंगलुरु बुल्स के पास कोच रणधीर सिंह सहरावत हैं, जिन्हें युवाओं से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाना अच्छे से आता है। उन्होंने पीकेएल को पवन सहरावत और भारत हूडा जैसे बेहतरीन रेडर दिए हैं और 11वें सीजन में एक बार वो एक युवा टीम के साथ काम कर रहे होंगे। पिछले सीजन भरत हूडा और विकास कंडोला जैसे टॉप रेडर अच्छा नहीं कर पाए थे, लेकिन इस बार बेंगलुरु को बढ़िया टीम कॉम्बिनेशन की उम्मीद होगी।

इस आर्टिकल में आइए जानते हैं कि 11वें सीजन में बेंगलुरु बुल्स का मजबूत और कमजोर पक्ष क्या रहने वाला है।

टीम का मजबूत पक्ष

परदीप नरवाल और अजिंक्य पवार पर रहेगी नजरें

PKL 11 में बेंगलुरु बुल्स की सबसे बड़ी ताकत परदीप नरवाल होंगे, जिन्हें टीम ने ऑक्शन में 70 लाख रूपये में खरीदा था। रेडिंग की बात करें तो अजिंक्य पवार को बेंगलुरु ने 1.107 करोड़ रुपये में खरीदा है। ये दोनों लेफ्ट रेडर हैं, इसलिए विपक्षी टीम के राइट कॉर्नर और राइट कवर डिफेंडरों को इस बार काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है। परदीप पीकेएल इतिहास में सबसे ज्यादा रेड पॉइंट (1,690 पॉइंट) बटोरने वाले प्लेयर हैं, दूसरी ओर अजिंक्य पवार के पास जबरदस्त स्पीड है।

परदीप नरवाल ने सीजन 2 में बेंगलुरु बुल्स के लिए खेलते हुए ही अपना पीकेएल डेब्यू किया था और अब 8 सीजन के बाद उनकी बेंगलुरु में वापसी होने जा रही है। विशेष रूप से परदीप और अजिंक्य की जोड़ी से सीजन 6 की चैंपियन बेंगलुरु बुल्स को इस बार काफी उम्मीदें होंगी। परदीप ने पिछले सीजन 122 और अजिंक्य ने 124 रेड पॉइंट्स अर्जित किए थे।

सौरभ नांदल जैसा अनुभवी कप्तान

सौरभ नांदल के रूप में बेंगलुरु बुल्स के पास एक अनुभवी कप्तान होगा। सौरभ ने सीजन 7 में अपना पीकेएल डेब्यू किया था और तभी से बेंगलुरु के लिए खेलते आए हैं। अपने करियर में उन्होंने 246 टैकल पॉइंट्स अर्जित किए हैं और पिछले सीजन टीम के कप्तान भी रहे थे। सौरभ के पास ना केवल कोच रणधीर सिंह सहरावत के साथ काम करने का अच्छा अनुभव है बल्कि उन्हें टीम की अच्छी समझ और कप्तानी करने का आइडिया भी है। इस बार बेंगलुरु को उम्मीद होगी कि सौरभ नांदल की कप्तानी उसे कम से कम प्लेऑफ तक ले जाए।

बेंगलुरु बुल्स का कमजोर पक्ष

डिफेंस में मात खा सकती है टीम

सौरभ नांदल के रूप में चाहे बेंगलुरु बुल्स के पास अनुभवी कप्तान हो, लेकिन यह भी गौर करने वाली बात है कि टीम के पास उनके अलावा कोई टॉप और अनुभवी डिफेंडर नहीं है। डिफेंस के मामले में बेंगलुरु इस बार मात खा सकती है क्योंकि टीम के पास सौरभ के अलावा कोई अनुभवी डिफेंडर नहीं है। परतीक और अरुलनंतबाबू को सिर्फ एक सीजन का अनुभव है। ऐसे में पोनपार्थिबन सुब्रमण्यम पर जिम्मेदारी बढ़ जाती है, जो प्रो कबड्डी लीग में 4 सीजन खेलने के बाद 40 ही टैकल पॉइंट्स बटोर पाए हैं।

इन खिलाड़ियों पर होंगी निगाहें

बेंगलुरु बुल्स की बात करें तो सबसे ज्यादा नजरें परदीप नरवाल पर टिकी होंगी। वो पिछले सीजन 17 मैचों में महज 122 रेड पॉइंट्स हासिल कर पाए थे। डुबकी किंग के नाम से मशहूर परदीप को इस बार टीम के मेन रेडर की भूमिका ढंग से अदा करनी होगी।

दूसरी ओर 1 करोड़ से ज्यादा रुपये में बिके अजिंक्य पवार को इस बार सपोर्टिंग नहीं बल्कि परदीप के साथ दूसरे मेन रेडर के तौर पर जिम्मेदारी संभालनी होगी। वहीं सौरभ नांदल टीम की रीढ़ की हड्डी होंगे और पिछले सीजन प्रभावित करने वाले अक्षित से भी काफी उम्मीदें होंगी।

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