आईएसएल 2019-20: टीम ऑफ द सीजन में इंडियन प्लेयर्स का दबदबा
टूर्नामेंट में कई दमदार मुकाबले और बेहतरीन गोल देखने को मिले।
इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का छठा सीजन रोमांच से भरा रहा। इंडिया में फुटबॉल फैन्स को लगातार कई महीनों तक टॉप लेवल का कॉप्टिशन देखने को मिला जिसमें देशी सहित विदेशी खिलाड़ियों ने भी अपनी अगल छाप छोड़ी।
इस सीजन कई यंग इंडियन प्लेयर्स फैन्स की नज़रों में आए जबकि पहली बार इंडिया में खेलने आए रॉय कृष्णा और डेविड विलियम्स जैसे खिलाड़ियों ने भी दमदार प्रदर्शन किया। खेल नाओ ने 2019-20 सीजन में दमदार प्रदर्शन करने वाले 11 खिलाड़ियों की टीम एक चुनी है।
[KH_ADWORDS type="4" align="center"][/KH_ADWORDS]गोलकीपर: मोहम्मद नवाज (एफसी गोवा)
20 साल के इस गोलकीपर ने पूरे सीजन एफसी गोवा के लिए लीग में दमदार प्रदर्शन किया और वह इंडियन टीम में गुरप्रीत सिंह संधू के विकल्प के रूप में सामने आ सकते हैं। सेमीफाइनल में हार झेलने से पहले गोवा लीग स्टेज में टॉप पर रही और इसमें नवाज का बहुत बड़ा योगदान रहा।
नवाज का डिस्ट्रीब्यूशन रेट 90 परसेंट रहा जो यह दर्शाने के लिए काफी है कि वह अपनी टीम के लिए बीते सीजन कितने महत्वपूर्ण साबित हुए।
राइट-बैक: एडविन सिडनी (चेन्नइयन एफसी )
एडविन ने बीते सीजन चेन्नइयन के लिए लगातार अच्छी फुटबॉल खेली और जब टीम को उनकी जरूरत थी तब वह एक बड़े प्लेयर के रूप में सामने आए। सीजन के अंत में वह मिडफील्ड में भी खेले, लेकिन एक राइट-बैक के तौर पर उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया।
समर ट्रांसफर विंडो में चेन्नई सिटी एफसी से आईएसएल टीम में आए एडविन ने विपक्षी टीम के विंगर्स को बिल्कुल भी स्पेस नहीं दिया जिससे उनकी टीम को भी काफी फायदा हुआ।
सेंटर-बैक: मोउर्तदा फॉल (एफसी गोवा)
बीते सीजन गोवा के दमदार प्रदर्शन में फॉल का योगदान अहम हैं। लंबे कद के इस डिफेंडर ने हर मैच में अपना 100 परसेंट देने की कोशिश की और बहुत हद उसमें सफल भी रहे। सीजन के दौरान उनका कनवर्जन रेट 87 परसेंट रहा और अटैक के दौरान वह मिडफील्ड में भी खेले।
वह सेट-पीस पर भी विपक्षी टीम के लिए खतरा साबित हुए और सीजन में पांच गोल दागने के साथ तीन असिस्ट भी दिए।
सेंटर-बैक: सुमित राठी (एटीके)
18 साल का यह खिलाड़ी बीते सीजन बड़ा प्लेयर बनकर उभरा और चैम्पियन एटीके के लिए कुल 14 मैच खेले। यह एटीके के साथ राठी का पहला सीजन था और उन्होंने किसी को भी निराश नहीं किया। राठी को उनके दमदार प्रदर्शन के लिए 'इमरजिंग प्लेयर ऑफ द इयर' भी चुना गया।
लेफ्ट-बैक: प्रबीर दास (एटीके)
एटीके की बैकलाइन में दमदार प्रदर्शन करने वाला एक और नाम है प्रबीर दास। प्रबीर बीते सीजन एक फुल-बैक के तौर पर टीम के लिए बहुत उपयोगी साबित हुए और बेहतरीन डिफेंस के साथ-साथ पांच असिस्ट भी दिए।
26 साल के इस खिलाड़ी के पास अब इंडियन टीम में भी जगह बनाने का शानदार मौका है। उन्होंने छठे सीजन में कुल 66 क्रॉस दिए और 64 टैकल भी किए।
सेंट्रल मिडफील्डर: राउलिन बोर्जेस (मुंबई सीटी एफसी)
बोर्जेस छठे सीजन में मुंबई के लिए अच्छी साइनिंग साबित हुए। उन्होंने बॉक्स टू बॉक्स शानदार खेल दिखाया और अच्छा डिफेंस करने के साथ-साथ अटैक करने भी अपनी टीम की मदद की।
मुंबई की टीम भले ही प्लेऑफ में जगह बनाने से चूक गई हो, लेकिन बोर्जेस के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने बीते सीजन कुल 108 टैकल किए और दो गोल दागने के साथ-साथ दो असिस्ट भी दिए।
सेंट्रल मिडफील्डर: अनिरुद्ध थापा (चेन्नइयन एफसी)
इंडियन फुटबॉल का भविष्य बताए जा रहे थापा ने अपनी टीम के लिए शानदार फुटबॉल खेल और कई मौको पर जीत एवं हार के बीच का अंतर भी साबित हुए। 22 साल के प्लेयर की बेहतरीन पासिंग ने ओवन कोल के मार्गदर्शन में लीग में चेन्नइयन की वापसी कराई और टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया। उन्होंने 2019-20 सीजन में एक गोल भी किया और छह असिस्ट दिए।
[KH_ADWORDS type="3" align="center"][/KH_ADWORDS]राइट विंगर: ह्यूगो बोउमोस (एफसी गोवा)
इसमें कोई शक नहीं कि फ्रांस के बोउमोस आईएसएल के छठे सीजन में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने बीते सीजन केवल 15 मैच खेले, लेकिन 21 गोल में उनकी भागीदारी रही।
बोउमोस ने कुल 11 गोल दागे जबकि 10 असिस्ट भी दिए। उन्हें लीग में दमदार फुटबॉल खेलने के लिए 'हीरो ऑफ द सीजन' भी चुना गया और हमने भी उन्हें अपनी टीम में जगह दी।
सेंट्रल अटैकिंग मिडफील्डर: सुनील छेत्री (बेंगलुरू एफसी)
सुनील छेत्री भारत के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक हैं और बीते सीजन भी उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा। 35 वर्षीय खिलाड़ी की टीम अपने आईएसएल टाइटल को डिफेंड नहीं कर पाई, लेकिन छेत्री अपने प्रदर्शन में गिरावट नहीं आने दी।
उन्होंने लीग में कुल नौ गोल दागे और टीम को सेमीफाइनल तक लेकर गए। लीग में बीते सीजन कुल 17 मैच खेले।
लेफ्ट विंगर: रॉय कृष्णा (एटीके)
फिजी के कृष्णा पहली बार आईएसएल में खेलने आए और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सबको चौंका दिया। उनके पास ए-लीग में वेलिंग्टन फीनिक्स के लिए खेलने का अनुभव था जिसका उन्होंने इंडिया में इस्तेमाल किया।
32 वर्षीय खिलाड़ी ने दमदार 15 गोल दागे और छह असिस्ट दिए। उन्होंने 2019-20 सीजन में एटीके के लिए सभी मैच खेले और टीम के कप्तान भी बने।
[KH_RELATED_NEWS title="Related News|आर्टिकल नीचे जारी है"][/KH_RELATED_NEWS]स्ट्राइकर: नेरिज्स वाल्सकीस (चेन्नइयन एफसी)
लिथुवेनिया के वाल्सकीस ने चेन्नइयन को बीते सीजन फाइनल तक ले जाने में बड़ा योगदान दिया। उन्होंने कृष्णा जितने ही 15 गोल दागे और कुल छह असिस्ट भी दिए। हालांकि, उन्होंने एटीके के कप्तान के मुकाबले एक मैच कम खेला और गोल्डन बूट अवॉर्ड भी जीता। उनके शानदार के कारण हमने भी उन्हें अपनी बेस्ट 11 में जगह दी।
*हमने कोशिश की है कि एक टीम से केवल तीन खिलाड़ी ही चुने ताकि ज्यादा से ज्यादा टीम के खिलाड़ी हमारी लिस्ट में जगह बना पाएं।
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