पैरालंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाले पांच भारतीय खिलाड़ी
भारत ने पैरालंपिक गेम्स में कुल 35 मेडल जीते हैं।
पेरिस में 28 अगस्त से पैरालंपिक की शुरूआत हो चुकी है, जो 9 सितंबर को समाप्त होगी। इस पैरालंपिक में भारत की ओर से 84 खिलाड़ी 12 अलग-अलग खेलों में प्रतिस्पर्धा करते हुए नजर आएंगे। भारत ने इस पैरालंपिक में अच्छी शुरूआत की है और उनसे पिछली बार के मुकाबले ज्यादा मेडल जीतने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि, टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत ने कुल 19 मेडल जीते थे।
समर ओलंपिक के विपरीत, जहां भारत की सफलता का श्रेय शुरुआती दिनों में भारतीय हॉकी टीम की सफलता को जाता है, तो वहीं दूसरी ओर पैरालिंपिक में इंडिविजुअल प्लेयर्स ने देश को गौरव दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 1960 में पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत के बाद से भारत ने अब तक 12 पैरालंपिक गेम्स में हिस्सा लिया है, जिसमें उन्होंने 10 गोल्ड, 13 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज सहित 35 मेडल जीते हैं। यहां हम आपको उन 5 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने पैरालंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा मेडल जीते हैं।
5. सिंहराज अधाना – 2
भारतीय निशानेबाज सिंहराज अधाना ने पैरालंपिक इतिहास में अब तक 2 मेडल जीते हैं और ये दोनों मेडल टोक्यो पैरालंपिक 2020 में आए थे। उन्होंने उस पैरालंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल और पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।
नोट: भारतीय पैरा शूटर मनीष नरवाल ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 शूटिंग इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर इस सूची में अपना नाम दर्ज क्रॉ लिया है। नरवाल ने अब तक पैरालंपिक में 2 मेडल जीते हैं। उन्होंने टोक्यो 2020 में पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था।
4. मरियप्पन थंगावेलु – 3
पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित हो चुके मरियप्पन थंगावेलु भी पैरालंपिक में दो मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने 2016 के रियो पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद T42 इवेंट में 1.89 मीटर की छलांग के साथ गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद, उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में पुरुषों की ऊंची कूद T42 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरूषों की ऊंची कूद (T63) इवेंट के फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर, उन्होंने पैरालंपिक इतिहास में तीसरा मेडल अपने नाम किया।
3. अवनी लेखरा – 3
भारतीय महिला निशानेबाज अवनी लेखरा पैरालंपिक इतिहास में 3 मेडल जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने अब तक के पैरालंपिक करियर में 2 गोल्ड मेडल और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्टैंडिंग SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल और महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1 इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद, अवनी ने पेरिस 2024 में 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्टैंडिंग SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता।
2. देवेंद्र झांझरिया – 3
2017 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके भारतीय खिलाड़ी देवेंद्र झांझरिया ने पैरालंपिक इतिहास में 3 मेडल जीते हैं। झांझरिया ने 2004 के एथेंस पैरालंपिक में पुरुषों की जैवलिन थ्रो F44/46 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था, जो 1984 पैरालंपिक के बाद भारत का पहला मेडल था। इसके बाद, उन्होंने रियो पैरालंपिक 2016 में पुरूषों की जैवलिन थ्रो F44/46 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता और टोक्यो पैरालंपिक 2020 में पुरूषों की जैवलिन थ्रो F46 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।
1. जोगिंदर सिंह बेदी – 3
पैरालंपिक इतिहास में भारत की ओर से सबसे ज्यादा मेडल जीतने के मामले में जैवलिन थ्रो, डिस्कस थ्रो और शॉटपुट के पूर्व भारतीय खिलाड़ी जोगिंदर सिंह बेदी का नाम पहले स्थान पर आता है। उन्होंने पैरालंपिक इतिहास में डिस्कस थ्रो में 2 और जैवलिन थ्रो में एक मेडल के साथ कुल 3 मेडल जीते हैं।
बेदी ने 1984 के स्टोक मैंडविले/न्यूयॉर्क पैरालंपिक में पुरूषों की शॉटपुट L6 इवेंट में सिल्वर और पुरुषों की जैवलिन थ्रो L6 इवेंट एवं पुरुषों की डिस्कस थ्रो L6 इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह इकलौते ऐसे भारतीय पैरा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पैरालंपिक में एथलेटिक्स के तीन अलग-अलग इवेंट्स में मेडल जीता है।
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